करीब दो सप्ताह का समय बीत चुका है. लेकिन मसूरी के लिए रोडवेज की बसों की आवाजाही नहीं हो पा रही है. अभी भी संभावनाएं कम ही नजर आ रही हैं. हालांकि रोडवेज प्रशासन का कहना है कि रोडवेज वैकल्पिक व्यवस्था बनाने के प्रयास में जुटा हुआ है.

देहरादून, (ब्यूरो): करीब दो सप्ताह का समय बीत चुका है। लेकिन, मसूरी के लिए रोडवेज की बसों की आवाजाही नहीं हो पा रही है। अभी भी संभावनाएं कम ही नजर आ रही हैं। हालांकि, रोडवेज प्रशासन का कहना है कि रोडवेज वैकल्पिक व्यवस्था बनाने के प्रयास में जुटा हुआ है। जिससे मसूरी जाने वाले पर्यटकों व दून-मसूरी आने-जाने वाले स्थानीय लोगों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। इधर, इस बावत मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन रोडवेज प्रशासन को बसें संचालित करने का आग्रह किया है।

22 जुलाई से बसें हैैं बंद
दरअसल, दून-मसूरी मार्ग पर गत 22 जुलाई को भारी बारिश के कारण भूस्खलन होने से मार्ग बाधित हो गया था। इसके बाद रोडवेज प्रशासन ने पुलिस के प्रशासन की सहमति न होने पर दून से मसूरी के लिए बसों की आवाजाही पर रोक लगा दी थी। तब से लेकर अब तक ये रोक जारी है। लेकिन, इसके एवज में दून से मसूरी जाने वाले पर्यटकों के साथ ही मसूरी से दून आने वाले और दून से मसूरी जाने वाले स्थानीय लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्थिति ये है कि यात्रियों व आम लोगों को दूसरे वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है। कई बार उन्हें ज्यादा किराया भी चुकता करना पड़ रहा है। लगातार हो रही परेशानी को देखते हुए मंडे को मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मंडल प्रबंधक संचालन रोडवेज पूजा खेड़ा को ज्ञापना सौंपा।

छोटी बसें चलाने की मांग
मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन ने मांग की है कि बारिश के कारण पहाड़ी गिरने से गत तीन सप्ताह से दून-मसूरी मार्ग पर उत्तराखंड परिवहन निगम की बस सेवा सुचारू नहीं हो पा रही है। जिससे मसूरी के लोगों के साथ ही पर्यटकों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। एसोसिएशन ने आग्रह किया है कि जल्द बस सेवा पहले की तर्ज पर शुरू की जाए। जिससे यात्रियों व मसूरी और दूनवासियों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े। ये मांग की गई है कि कारणवश, बड़ी बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है तो छोटी बसें संचालित की जाएं।

रोडवेज को दिए गए हैं सुझाव
-रोडवेज के पास छोटी बसें नहीं तो बड़ी बस दून से कोलूखेत तक चले।
-उसके बाद कोलूखेत से मसूरी तक सवारियों को दो बार में लाया जा सकता है।
-बसों के आवागमन का समय सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक हो।
-दिन में कम से कम 3 बार बस सेवा बार्लोगंज व झड़ीपानी से होकर संचालित हो।

रिस्क नहीं लेगा रोडवेज, दूसरे ऑप्शन पर मंथन
रोडवेज प्रबंधन ने स्पष्ट किया है कि प्रशासन की सहमति के बिना दून-मसूरी तक सुरक्षा के लिहाज से बसों का संचालन फिलहाल किया जाना संभव नहीं है। एजीएम पूजा खेड़ा के मुताबिक रोडवेज पर्यटकों व स्थानीय लोगों की परेशानी को देखते हुए दूसरे ऑप्शन पर भी विचार कर रहा है। एक-दो दिन में वाया मसूरी रोडवेज अपनी बसें भेजेगा। इसके बाद दून से कोलूखेत तक बसें संचालित किए जाने की कोशिश की जाएगी। उसके बाद कोलूखेत में मौजूद दूसरी बस से मसूरी तक यात्रियों की आवाजाही की जाएगी। एजीएम ने कहा कि रोडवेज प्रबंधन भी दून-मसूरी सड़क मार्ग बाधित होने का पहले ही सर्वे पूरा कर चुका है। जहां से रिश्क लेकर बड़ी बसों का संचालन किया जाना असंभव है।

25 से 30 ट्रिप लगाती थीं बसें
मसूरी पहाड़ी शहर होने के कारण दून से मसूरी और मसूरी दे दून जाने वाले यात्री और पर्यटकों की निर्भरता अक्सर रोडवेज की बसों पर रहती थी। रोडवेज प्रबंधन के मुताबिक एक एवरेज मसूरी के लिए 25 से 30 ट्रिप रोडवेज की बसों की लगा करती थी। जिसका लाभ स्थानीय लोगों व पर्यटकों को मिलता था। लेकिन, सड़क मार्ग टूटने के कारण अब दो सप्ताह से दिक्कत बनी हुई है।

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Posted By: Inextlive