मृत व्यक्ति के फर्जी दस्तावेज तैयार कर 10 आरोपियों ने मिलकर ऋषिकेश के व्यवसायी से साढ़े चार करोड़ रुपये की ठगी कर ली। इस मामले में क्लेमेंट टाउन थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर एक आरोपी को अरेस्ट किया है। जबकि नामजद आरोपियों में से एक ऋषिकेश कांग्रेस का नेता और एक एडवोकेट भी शामिल हैं। कांग्रेस नेता का इस ठगी में नाम सामने आने के बाद भाजपा के निशाने पर कांग्रेस भी आ गई है।


-कांग्रेस नेता व एक वकील समेत 10 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज, एक अरेस्ट
-आरोपियों ने फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी दिखाकर की ठगी, 11 करोड़ में किया जमीन का सौदा

देहरादून, 18 मई (ब्यूरो): एसएसपी दून दलीप सिंह कुंवर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि बीती 17 मई को लक्ष्मणझूला, पौड़ी गढ़वाल निवासी अशोक अग्रवाल ने तहरीर दी। जिसमें उनके परिचित विजय कुमार गुप्ता और राधाबल्लभ गुप्ता को राघव भट््नागर व विवेक वर्मा ने क्लेमेंट टाउन में मुख्य सहारनपुर रोड पर एक जमीन दिखाई। बताया, जमीन के स्वामी रोहित पांडे हैं, इसकी डील कांग्रेस नेता विजय सारस्वत के साथ उनके घर होगी। इसके बाद पीडि़त व उनके परिचित विजय सारस्वत के घर सुभाष चौक ऋषिकेश पहुंचे। जहां उन्हें रोहित पांडे, राघव भट््नागर और विवेक वर्मा मिले।

सौदा साढ़े 11 करोड़ में तय
पार्टी के साथ प्लॉट का सौदा साढ़े 11 करोड़ में हुआ। शिकायतकर्ता ने डील के बाद बतौर एडवांस 30 लाख रुपये आरोपियों को सौंपे। डील के बीच में रोहित पांडे ने बताया कि संपत्ति के स्वामी फातिमा बेगम हैं और समीर कामयाब फातिमा बेगम का बेटा है। डील तय होने के बाद रोहित पांडे, विजय सारस्वत, अधिवक्ता वीरेंद्र सहगल, राघव भटनागर, विवेक वर्मा, समीर कामयाब शिकायतकर्ता अशोक अग्रवाल व उनके सहयोगियों को प्लॉट पर ले गए। जमीन पर रजिस्ट्री के लिए फोटो तक ङ्क्षखचवाई। इसके बाद वे एडवोकेट वीरेंद्र सहगल के पास उनके चैंबर में गए। इस दौरान एडवोकेट ने उन्हें जमीन संबंधी सारे दस्तावेज दिखाए। कहा, जमीन जल्द से जल्द अपने नाम करवा लो।

एडवोकेट के चेंबर में हुई रजिस्ट्री
एसएसपी के मुताबिक 14 फरवरी को शिकायतकर्ता व उनके साथी अधिवक्ता वीरेंद्र सहगल के चैंबर में पहुंचे। जहां विजय सारस्वत, रोहित पांडे, समीर कामयाब व दो अन्य लोग पहले से ही मौजूद थे। आरोपियों ने बताया कि समीर कामयाब के पास अपनी मां फातिमा बेगमा की पावर अटॉर्नी है। इसके बाद आरोपियों ने चेंबर में बैठकर रजिस्ट्री तैयार करवाई। लेकिन, वक्त की कमी बताकर रजिस्ट्री नहीं हो पाई। 15 फरवरी को वे फिर से एडवोकेट के चेंबर में पहुंचे। जहां आरोपियों ने 4 करोड़ 20 लाख रुपये खातों में ट्रांसफर करवाए। कहा, रजिस्ट्री कुछ समय बाद करवा दी जाएगी। इसके बाद आरोपियों ने न तो जमीन का कब्जा दिलाया, न ही दी गई धनराशि वापस लौटाई।

शिकायतकर्ताओं के आरोप
शिकायकर्ताओं के अनुसार जब जमीन के विवादित होने की उन्हें सूचना मिल। तो उन्होंने आरोपियों से पूछा कि यह डा। डीके मित्तल की जमीन है और विवादित है। तब आरोपियों ने कहा कि उनकी जमीन एक किमी दूर है। आरोप है कि आरोपियों ने 10 कोरे कागजों पर साइन भी करवाए। इसके अलावा जो चेक दिए थे, उनमें दो भी बाउंस हुए। 16 मई को जब आरोपियों से जमीन के दस्तावेज मांगे गए, तब भी उन्होंने दस्तावेज नहीं दिए। पैसा भी नहीं लौटाया।

इन आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज
-समीर कामयाब, इंद्रलोक कालोनी, पटेलनगर
- रोहित पांडे, कैनाल रोड, डालनवाला
- विजय सारस्वत, सुभाष चौक, ऋषिकेश
- विवेक वर्मा निवासी सुभाष चौक, ऋषिकेश
- राघव भटनानगर, मायाकुंड, ऋषिकेश
- अभिषेक त्यागी, माजरा, पटेलनगर
- सुनिता गुर्जर, माजरा, पटेलनगर
- धीरज कुमार, माजरा, पटेलनगर
- अधिवक्ता वीरेंद्र सहगल, कचहरी कैंपस
- फातिमा बेगम, इंद्रलोक कालोनी माजरा, पटेलनगर

आरोपों की पुष्टि हुई तो कार्रवाई तय
कांग्रेस नेता विजय सारस्वत का नाम जमीन धोखाधड़ी में सामने आने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा है कि पार्टी अपने स्तर पर मामले की जांच कर रही है। जांच सही पाई जाती है तो यकीनन संगठन अपने पदाधिकारी पर उचित कार्रवाई करेगा। आरोप सही न पाए गए तो छवि धूमिल करने के लिए प्रदेश सरकार से जवाब मांगा जाएगा। कांग्रेस एक अनुशासित व पारदर्शी संगठन है।

राजनीति भी शुरू, बीजेपी का कांग्रेस पर निशाना
बीजेपी ने जमीन फर्जीवाड़े में कांग्रेस के सीनियर लीडर प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत का नाम सामने आने पर कांग्रेस से जवाब मांगा है। प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि दूसरों पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने वाली कांग्रेस का चेहरा फिर सामने आया है। कांग्रेस को साफ करना चाहिए उसका अपने महामंत्री संगठन के बारे में अब क्या कहना है।

Posted By: Inextlive