कांवडिय़ों को संभालना बड़ी चुनौती
देहरादून ब्यूरो। कांवड़ यात्रा अब सिर्फ हरिद्वार तक सीमित नहीं होती, बल्कि राज्यभर में कांवडि़ए पहुंचते हैं। हरिद्वार जैसी भीड़ ऋषिकेश में भी होती है और बड़ी संख्या में यात्री गंगोत्री भी पहुंचते हैं। देहरादून और मसूरी में भी कांवडिय़ों का हुजूम उमड़ता है। पहले देहरादून और मसूरी में घुसने से कांवडिय़ों को रोका जाता था, लेकिन इस बार फिलहाल ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई है। ऐसे में देहरादून और मसूरी में भी पुलिस को चाक-चौबंद रहने की जरूरत होगी।
एसएसपी ने ली बैठक
कांवड़ यात्रा की चुनौतियों का सामना करने के लिए अपनाई जाने वाली रणनीति को लेकर एसएसपी डॉ। जन्मेजय खंडूड़ी ने ट्यूजडे को ऋषिकेश में बैठक ली। उन्होंने सभी थाना प्रभारियों से कांवड़ यात्रा के दौरान उनके द्वारा की जा रही तैयारियो की जानकारी ली। बैठक में मौजूद व्यापारियों और अन्य प्रतिनिधियों से सुझाव भी मांगे गये। पुलिस को भी इस वर्ष की यात्रा बहुत ज्यादा संख्या में कांवडिय़ों के आने की संभावना है। ऐसे में ऋषिकेश में ट्रैफिक का भारी दबाव रहेगा।
इन व्यवस्थाओं पर फोकस
- सड़क मार्ग के किनारे चौड़े स्थानों पर पार्किंग बनाना।
- ट्रैफिक प्लान बनाना और उसे अधिकारियों व स्थानीय लोगों के साथ शेयर करना।
- पार्किंग स्थलों पर लाइट, पानी, शौचालय आदि की व्यवस्था करना।
- अचानक भीड़ उमडऩे की स्थिति में वैकल्पिक वन वे रूट व्यवस्था लागू करना।
- स्मार्ट कंट्रोल रूम सीसीटीवी कैमरा एवं वायरलैस सेट से कनेक्ट करना।
- कावड़ यात्रा में आने वाले पुलिस बल के रुकने की व्यवस्था और जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराना।
- आवश्यक सेवाओं के वाहनों के लिए जरूरी व्यवस्था करना।
- स्थानीय लोगों के लिए शहर में प्रवेश के लिए पास की व्यवस्था करना।
- तलवार, डंडे, त्रिशूल आदि साथ रखने पर पूरी तरह रोक लगाना।
- भारी वाहनों के शहर में एंट्री करने का समय निश्चित करना।
बैठक के बाद एसएसपी ने कांवड़ यात्रा के लिए चिन्हित किए गए पार्किंग स्थलों का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को सभी पार्किंग स्थलों पर समय से सारी व्यवस्थाएं पूरी करने के निर्देश दिए।