Chardham Yatra 2024: 31 मई तक चारधाम यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पर रोक
देहरादून (ब्यूरो) सीएम ने यात्रा के लिए भीड़ मैनेजमेंट का विशेष ध्यान रखे जाने के साथ ही कहा कि ये भी सुनिश्चित किया जाए कि चारों धामों में श्रद्धालुओं की जो संख्या निर्धारित की गई है। उसके अनुसार ही यात्रियों को भेजा जाए। बिना रजिस्ट्रेशन के जो श्रद्धालु उत्तराखंड की सीमा के अंदर प्रवेश कर चुके हैं। वे चारों धामों के अलावा राज्य के अन्य धार्मिक व पर्यटक स्थलों के लिए जाना चाहते हैं, तो उन्हें वहां भेजा जाय। ऐसे यात्रियों को स्पष्ट जानकारी दी जाय कि चारों धामों में निर्धारित संख्या व तय मानकों के अनुसार ही श्रद्धालुओं को दर्शनों के लिए भेजा जाएगा। इसके लिये टूर ऑपरेटर्स के लिये भी एडवाईजरी जारी की जाए।
सीएम की ओर से दिए गए निर्देश
-चारों धामों में यात्रियों को निर्धारित संख्या के अनुसार ही भेजे जाने की हो व्यवस्था।
-गत 10 दिनों में यात्रा व्यवस्थाओं और मैनेजमेंट का किया जाए विश्लेषण।
-विश्लेषण किया जाए कि गत 10 दिनों में यात्रा व्यवस्थाओं व प्रबंधन में कहां कमी रही, कैसे ये स्थिति पैदा हुई।
-ये भी देखा जाए कि यात्रा के दौरान कौन से रहे सराहनीय कार्य।
-एसीएस को निर्देश, इसकी साप्ताहिक रिपोर्ट तैयार की जाय।
अलर्ट मोड पर रहें सभी विभाग
सीएम ने निर्देश दिए हैं कि केदारनाथ और यमुनोत्री में शासन व पुलिस के जिन अधिकारियों को नोडल अधिकारी के रूप में जिम्मेदारी दी गयी है। वे निरंतर फील्ड में रहें। व्यवस्थाओं में डीएम व पुलिस का सहयोग करें। यात्रा मार्गों पर पर्याप्त डॉक्टर्स व मेडिसीन की उपलब्धता के भी निर्देश दिए हैं। कहा, यात्रा से जुड़े सभी विभागों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश उन्होंने दिये।
चीफ सेक्रेटरी राधा रतूड़ी ने जानकारी दी है कि यात्रा पर आने वाले यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने विश फाउंडेशन (वाधवानी इनिशिएटिव फॉर सस्टेनेबल हेल्थकेयर) व हंस फाउंडेशन के सहयोग से ई-स्वास्थ्य धाम एप की शुरूआत की है। इस एप पर सभी यात्रियों को अपना स्वास्थ्य डाटा अपलोड करना है। यात्रा मार्ग पर तमाम इलाकों पर यात्रियों की हेल्थ स्क्रीनिंग की जाएगी। इन स्क्रीनिंग प्वाइंट्स पर डॉक्टर्स के साथ ही हंस एवं विश फाउंडेशन के डॉक्टर्स मौजूद रहेंगे। स्पेशली 50 वर्ष से अधिक उम्र सीमा के यात्रियों के लिए हेल्थ स्क्रीनिंग को अनिवार्य किया गया है।
हेल्थ स्क्रीनिंग को लेकर बोलीं सीएस
-यात्रा पर आने वाले यात्रियों को देनी होगी अपनी मेडिकल हिस्ट्री।
-रजिस्ट्रेशन के दौरान देने के लिए अवेयर करने के निर्देश।
-रजिस्ट्रेशन के दौरान यात्रियों की ओर से सही मेडिकल हिस्ट्री उपलब्ध होने पर प्रशासन को होगी सुविधा।
-यात्रियों को इमरजेंसी के दौरान तत्काल दी जा सकेंगी मेडिकल फैसिलिटी।