ऑडियो टेक्टिल डिवाइस : लगने से पहले चोरी का खतरा
देहरादून (ब्यूरो)। ऑडियो टेक्टिकल डिवाइस ऐसी डिवाइस है, जो सड़क पार करने में विजुअली इंपेयर्ड लोगों की हेल्प करेगी। इस डिवाइस को ऑन करने पर चौराहों या तिराहों में ट्रैफिक को कुछ देर रोका जा सकता है। ये ऑडियो मैसेज देकर ट्रैफिक को रुकने का संकेत देगी और फिर चलने का। आमतौर पर किसी भी चौक पर रोड पार करने वाले विजुअली इंपेयर्ड लोगों को दूसरों की मदद लेनी पड़ती है। कई बार आसपास कोई न होने से उन्हें तक तक इंतजार करना पड़ता है, जब तक कोई आकर उनकी मदद न करे। उन्हें इस स्थिति का सामना न करना पड़े, इसके लिए ये डिवाइस लगाने का फैसला किया गया है।
सभी चौराहों और तिराहों पर लगेंगी डिवाइस
ट्रैफिक डायरेक्टरेट ने दून के सभी तिराहों और चौराहों पर इस तरह की डिवाइस लगाने का फैसला किया है। ट्रैफिक डायरेक्टर मुख्तार मोहसिन के अनुसार इस बात का खास ध्यान रखा जा रहा है कि ऑडियो का वॉल्यूम इतना न हो कि आने-जाने वाले डिस्टर्ब हों और इतना कम भी न हो कि सुनाई न पड़े। इसलिए इन डिवाइस का वॉल्यूम चौराहों और तिराहों पर होने वाले शोर के हिसाब से फिक्स किया जाएगा।
पहले फेज में ट्रेनिंग
ऑडियो डिवाइस लगाने से पहले लोगों को ट्रेनिंग दी जाएगी। फर्स्ट फेज में एनआईवीएच के स्टूडेंट्स और अन्य लोगों को ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके साथ ही ट्रैफिक पुलिस और स्मार्ट सिटी के कर्मचारियों को भी इस डिवाइस के बारे में ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग के बाद दून के विभिन्न ट्रेफिक जंक्शन पर इसका परीक्षण किया जाएगा। इस तरह के परीक्षण में ट्रैफिक पुलिस और स्मार्ट सिटी के कर्मचारी शामिल होंगे।
इन डिवाइस को लगाने से पहले इसकी सेफ्टी को बड़ी चुनौती माना जा रहा है। आशंका जताई जा रही है कि इन्हें असामाजिक तत्व नुकसान पहुंचा सकते हैं या चोरी कर सकते हैं। इसके लिए ट्रैफिक निदेशालय लगाने से पहले की व्यवस्था कर रहा है। लोगों से भी इस बारे में अपील की जा रही है।