नौकरी का झांसा देकर अस्मत का सौदा
देहरादून ब्यूरो। पुलिस की ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) को थर्सडे शाम सूचना मिली थी कि क्लेमेंट टाउन क्षेत्र में एक महिला और उसका साथी दो युवतियों को देह व्यापार के लिए ले जा रहे है। सूचना पर एएचटीयू ने झील पुल के पास चेकिंग शुरू कर दी। इसी दौरान स्विफ्ट कार में चार लोग आते दिखाई दिये। इनमें एक पुरुष और तीन महिलाएं सवार थीं। पूछताछ करने पर वे संतोषजनक जवाब नहीं दे पाये। कड़ाई से पूछताछ पर पता चला कि पुरुष और एक महिला दो युवतियों को देह व्यापार के लिए ले जा रहे है। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर स्विफ्ट कार जब्त कर ली। कार की तलाशी लेने पर उनसे आपत्तिजनक सामान भी मिला।
ये आरोपी किए गिरफ्तार
- सचिन कुमार पुत्र स्व। पवन कुमार मूल रूप से शाहबाजपुर जिला मुजफ्फरपुर बिहार का है जो फिलहाल खाला पार सेलाकुई, दून में रहता था।
- पूजा पांडे पत्नी अविनाश पांडे मूल रूप से कृष्णा पुरी जयपुर राजस्थान की रहने वाली है और फिलहाल सिकंदरपुर गुडग़ांव, हरियाणा में रहती है।
नौकरी का झांसा दिया था
पुलिस ने आरोपियों से दो युवतियों को रेस्क्यू किया, दोनों वर्तमान में दिल्ली की निवासी हैै। जबकि मूल रूप से हरियाणा और मध्य प्रदेश की हैै। पूछताछ में पीडि़त महिलाओं ने बताया कि वे गरीब घरों से है। आरोपियां ने उनको नौकरी का झांसा दिया था और बाद में धंधे में धकेल दिया। वे उन्हें अलग-अलग जगह ले जाते है।
आरोपी सचिन कुमार ने बताया कि वह पिछले कई वर्ष से इस धंधे में लिप्त है। पहले वह गुडग़ांव में रहकर पूजा पांडे के साथ मिलकर देह व्यापार का धंधा करता था। बाद में देहरादून आ गया और अभिषेक नाम के व्यक्ति के साथ धंधा करता है। वे व्हाट्सएप के माध्यम से दिल्ली और देश के अन्य राज्यों में एस्कॉर्ट सर्विस के नाम से गिरोह चलाते है। व्हाट्सएप पर ग्राहकों से सौदा करते है। उन्हें होटलों में ठहराते हैं और लड़कियां उपलब्ध करवाते है। कई राज्यों में ग्रुप
अभियुक्त सचिन कुमार और पूजा पांडे के मोबाइल की जांच करने पर पता चला कि वे देश के विभिन्न राज्यों के नाम से एस्कॉर्ट सर्विस व अन्य ग्रुप चलाते है। इन ग्रुप के माध्यम से वे लगातार ग्राहकों के संपर्क में रहते है। दोनों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर दिया है। गिरोह के दूसरे संपर्क भी तलाशे जा रहे हैै।