एमडीडीएमें नक्शों की स्वीकृति ने पकड़ी रफ्तार
- हर शनिवार को आयोजित हो रहे शमन कैंप
- पिछले चार माह में स्वीकृत हुए 2000 नक्शे
कमाए 46 करोड़ रुपये
रुटीन के नक्शे पास करने के अलावा एमडीडीए ने कैंप लगाकर बड़ी संख्या में नक्शे पास किए हैं। करीब चार माह के कैंप में 929 आवासीय और 121 व्यवसायिक नक्शों को स्वीकृति दी गई। इन 1050 नक्शों की स्वीकृति पर एमडीडीए को करीब 46 करोड़ रुपये बतौर शुल्क के रूप में राजस्व प्राप्त हुआ है। एमडीडीए को इससे पहले कभी इतना बड़ा राजस्व किसी भी स्कीम में नहीं मिला है। कैंप की खासियत यह है कि इसमें सुपरवाइजर, जेई, एई, एक्सईएन और एसई तक और सचिव से लेकर वीसी सब मौजूद रहते हैं, जिससे कैंप में हाथों-हाथ नक्शा पास करने की सुविधा मिल रही है। कैंप प्रत्येक शनिवार को आयोजित किया जाता है।
एमडीडीए पूर्व में वन टाइम सेटलमेंट (ओटीएस) स्कीम चलाता था। इसमें नियम शिथिलीकरण कर नक्शे पास किए जाते थे, इसमें अपनाई जाने वाली प्रक्रिया से भी काफी लंबा वक्त लग जाता था और नक्शा पास होने की गारंटी भी नहीं थी। पिछले साल 2022 में ओटीएस स्कीम को पूरी तरह बंद कर दिया गया, जिसके बाद एडीडीए के पास कोई योजना नहीं थी। फरवरी 2023 में बंशीधर तिवारी ने वीसी का पदभार संभालने के बाद शमन कैंप लगाना शुरू किया, जिसमें लोग घर बैठे भी ऑनलाइन नक्शा पास करा सकते हैं। 4 मार्च 2023 को पहला शमन कैंप लगाया गया। पिछले वर्ष की तुलना में पिछले चार माह में नक्शे स्वीकृति करने में तेजी आई है।
फरवरी 2023 से 25 जून तक नक्शों पर एक नजर
माह रिसीव स्वीकृत
फरवरी 688 420
मार्च 726 501
अप्रैल 812 498
मई 681 528
जून 752 620
माह रिसीव स्वीकृत
अगस्त 865 384
सितंबर 1134 654
अक्टूबर 763 480
नवंबर 832 497
दिसंबर 840 490 शमन कैंप पर एक नजर
12 कैंप अब तक लगाए गए
929 आवासीय नक्शे हुए पास
121 कॉमर्शियल नक्शे हुए पास
1050 नक्शों को अब तक स्वीकृति
46 करोड़ एमडीडीए ने जुटाया रेवेन्यू
नक्शा पास कराने को आसान बनाया गया है। कम से कम समय में नक्शे पास कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही घर बैठे शमन कैंप के जरिए ऑनलाइन स्वीकृत किए जा रहे हैं। इससे जहां लोगों को बड़ी ही आसान से नक्शा पास कराने की सुविधा मिल रही है वहीं एमडीडीए को भी बड़ा राजस्व मिल रहा है।
बंशीधर तिवारी, वाइस चेयरमैन, एमडीडीए
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