टेक्नोलॉजी का कमाल, एक साल में 243 परसेंट ज्यादा पकड़ में आया वॉयलेशन
-चौक-चौराहों पर ट्रैफिक वॉयलेशन किया, तो बच नहीं सकते हैं आप
ध्यान रहे, भले ही आजकल आपको दून सिटी में 49 चौक-चौराहों पर पहले की तुलना में ट्रैफिक पुलिस कम नजर आ रही हो। लेकिन, आप पर 802 कैमरों की नजर बनी हुई है। ऐसे में साफ है कि न कोई ट्रैफिक वॉयलेशन कर सकता है और न कोई बच सकता है। जाहिर है कि दूसरे मेट्रो शहरों की तर्ज पर अपना दून शहर में हाईटेक सुविधा से लैस हो रहा है। ऐसे में हर दूनाइट्स से उम्मीद की जा सकती है वे भी दून की ट्रैफिक व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने में ट्रैफिक पुलिस का साथ दें। जिससे न आपको परेशानी होगी और न दूसरों को। अगर ऐसा न हुआ तो कार्रवाई भी तेजी हो रही है। कैमरों की मदद से घर तक ई-चालान पहुंच रहे हैं। कई लोग इस तकनीक से इत्तफाक रखते हुए इसको बेहतर व्यवस्था मान रहे हैं, तो कई और बेहतर बनाने की बात कह रहे हैं।
2022 जनवरी से अप्रैल तक कैमरों से हुई कार्रवाईविक्रम-ऑटो--859
ई-रिक्शा--444
सिटी बस--105
कुल---1408 ::महीनेवार हुई कार्रवाई::
जनवरी--247
फरवरी--97
मार्च---557
अप्रैल---507 ::वर्ष 2023 जनवरी से अप्रैल तक कैमरों से हुई कार्रवाई ::
विक्रम-ऑटो--1547
ई-रिक्शा--546
सिटी बस--340
कुल---2433
::महीनेवार हुई कार्रवाई::
जनवरी--587
फरवरी--362
मार्च---995
अप्रैल---489
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ऑटो-विक्रम---180
ई-रिक्शा--5
सिटी बस--339
कुल ---243
(हुई कार्रवाई परसेंटेज में है।)
------------ क्या कहते हैं दूनाइट्स
दून सिटी में तमाम चौराहों पर लगाए गए कैमरे नाम मात्र के हैं। काफी ऐसे कैमरे हैं, जो काम तक नहीं करते हैं। इसके लिए उनकी समय पर मॉनिटरिंग हो, जिससे जरूरत पडऩे पर वे काम आ सके।
अमन सिंह बिष्ट। सड़कों पर मौजूद कैमरे हर किसी के लिए काफी यूजफुल हो सकते हैं। कैमरों की नजर से कोई भी हरकत कैद की जा सकती है। टेक्नोलॉजी के युग में ये काफी महत्वपूर्ण भी हैं।
विकास सिंह। रोडसाइड व चौराहों पर लगाए गए कैमरे काफी मददगार होते हैं। रोड एक्सीडेंट, ट्रैफिक वॉयलेशन में ऐसे कैमरों से हेल्प मिल सकती है। मेट्रो शहरों में ये इनका बखूबी यूज हो रहा है।
अमित कुमार। टेक्नोलॉजी के इस युग में कोई भी हाईटेक कैमरों से बच कर नहीं जा सकता है। सरकारी नियम कानूनों के लिए इनकी रिकॉर्डिंग सबूत पर यूज की जाती है।
आयूष रजौरी। कैमरे आम लोगों की सुरक्षा के लिए भी हेल्पफुल होते हैं। खासकर ट्रैफिक मैनेजमेंट व ट्रैफिक नियमों को इंप्लीमेंट कराने में पुलिस इनका सहयोग लेती है।
राधेश रजौरी।
दून स्मार्ट सिटी बन रही है और स्मार्ट सिटी की आवश्यकता भी है। शहर में तमाम इलाकों में लगाए गए कैमरों से अब कोई बच कर नहीं जा सकता है। अच्छे प्रयास हैं।
सुमित पटवाल।
3 दिन में 200 वाहनों के ई-चालान दून ट्रैफिक पुलिस ने अब ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाने में टेक्नोलॉजी का पूरा यूज करना भी शुरू कर दिया है। हाईटेक कैमरों व ड्रोन की मदद से ऑटो, विक्रम, सिटी बस व प्राइवेट वाहनों के खिलाफ कार्रवाई को अंजाम दिया है। इसी क्रम में वेडनसडे को एसपी ट्रैफिक के निर्देशानुसार पिछले तीन दिनों में सीसीटीवी कैमरों के जरिए करीब 200 वाहनों के खिलाफ ई-चालान की कार्रवाई की है।
पहले अनाउंसमेंट, फिर कार्रवाई
ट्रैफिक पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार राजधानी दून में ट्रैफिक व्यवस्था को बनाए रखने के लिए हाईटेक कैमरों की टेक्नोलॉजी का यूज किया जा रहा है। ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन को देखते हुए इस पर अंकुश लगाने के लिए पीए (पब्लिक अनाउंसमेंट) सिस्टम में तेजी दिखाई गई है। इसके तहत पहले चौक-चौराहों पर मौजूद कैमरों की मदद से अनाउंसमेंट किया गया। न मानने पर फिर कार्रवाई सुनिश्चित की गई। इस कार्रवाई के तहत पिछले 3 दिनों में कैमरों की मदद से 200 वाहनों के विरुद्ध ई-चालान की कार्रवाई की गई।
-ऑटो, विक्रम व सिटी बस अपने वाहनों को जंक्शन से 50 मीटर की दूरी पर ही करें खड़ा।
-उसके बाद उस स्थान पर सवारियों को उतारने व बैठाने की प्रक्रिया करें।
-कई पब्लिक ट्रांसपोर्टर्स नहीं कर रहे हैं नियम कानूनों का पालन।
-तिराहों व चौराहों पर उतारा जा रहा है सवारियों को
-ऐसे वाहनों पर ट्रैफिक पुलिस रख रही है लगातार निगरानी। फोटो- दैनिक जागरण आईनेक्स्ट