गजब: एक साल बाद भी लीकेज बंद नहीं
- दो विभागों के बीच सामंजस्य की कमी का खामियाजा भुगत रही पब्लिक
- सड़क पर पानी बहने से घरों में नहीं पहुंच पा रहा पर्याप्त पानी
कहीं पानी बर्बाद, कहीं सूखे हलक
दून के कई इलाकों में पीने के पानी के लिए लोगों को भारी मशक्कत करनी पड़ रही है। कहीं टैंकर से प्यास बुझाई जा रही है, तो कहीं सड़क पर पानी बर्बाद हो रहा है। सड़कों पर पानी बह रहा है, लेकिन घरों के नलके सूखे हैं। पानी का बिल चुकाने के बाद भी पब्लिक को पानी नहीं मिल पा रहा है।
विभागों में नहीं आपसी सामंजस्य
सरकारी विभागों में आपसी सामंजस्य न होने का खामियाजा पब्लिक को भुगतना पड़ रहा है। जल निगम के अधिकारियों का कहना है कि बार-बार अनुरोध के बाद भी निर्माण खंड पीडब्लयूडी ने रोड कटिंग की अनुमति नहीं दी। अब जबकि रोड कटिंग के लिए पीडब्ल्यूडी को 1.25 करोड़ रुपये जमा कर दिए गए हैं। पैसा जमा करे हुए ही भी महीना हो गया है, लेकिन अभी तक रोड कटिंग की अनुमति नहीं दी गई है, जिस वजह से पाइपलाइन लीकेज ठीक करने में विलंब हुआ है।
कई बार शिकायत कर दी, इसके बाद भी पानी के लीकेज को ठीक नहीं किया गया। रोड कटिंग की अनुमति नहीं मिली और रोड कटिंग का पैसा नहीं मिला, इससे जनता को क्या लेना-देना है। जल्द से जल्द लीकेज ठीक कराया जाए।
रमेश कुमार, पार्षद, टर्नर रोड घरों में पानी नहीं पहुंच रहा है और सड़क पर खूब पानी बह रहा है। हम बिलों का भुगतान सड़क पर पानी बहाने के लिए नहीं दे रहे हैं। जल्द से जल्द लीकेज ठीक होना चाहिए।
सिद्धार्थ कुमार क्षेत्र में पानी की लगातार कमी बनी हुई है। बावजूद इसके लीकेज को ठीक नहीं किया जा रहा है। आखिर सिस्टम जिम्मेदारी से क्यों भाग रहा है। इसके लिए जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।
धीरज राणा
सरकार एक ओर पानी की एक-एक बूंद पानी बचाने की बात कर रही है वहीं दूसरी ओर एक ही जगह पर महीनों से हजारों लीटर पानी रोजाना सड़क पर बह रहा है।
श्रुति बैंजोला
दीपक नौटियाल, एक्सईएन, सेंट्रल डिवीजन, पेयजल निगम, देहरादून