गजब: विभाग को नहीं पता, हटेंगे हाइटेंशन पोल
- हरिद्वार बाईपास रोड चौड़ीकरण से जुड़ा है मामला
- रोड डामरीकरण होने के बाद आई विभाग को हाइटेंशन लाइन हटाने की याद
लापरवाही या चूक
हाइवे पर सड़क चौड़ीकरण की जद में केवल एक हाइटेंशन पोल नहीं आ रहे हैं, बल्कि पांच पोल आ रहे हैं। ऐसे में सवाल हाईटेंशन लाइन के हाइवे की डीपीआर में क्या इन हाईटेंशन पोलों को शामिल नहीं किया गया। यदि डीपीआर में हाईटेंशन पोल शिफ्टिंग को शामिल क्यों नहीं किया गया। जरूरत नहीं थी तो अब इन पोलों के शिफ्ट करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को क्यों भेजा गया है। ये तमाम सवाल हैं, जो लोक निर्माण विभाग नेशनल हाईवे पर निर्माण पर लापरवाही को उजागर कर रहे हैं।
मोथरोवाला चौक पर डेंजर बना पोल
सड़क चौड़ीकरण के बाद मोथरोवाला चौक के पास बीच सड़क पर आए हाइटेंशन पोल यातायात के लिए डेंजर बन गया है। यहां पर बोटलनेक बनी सड़क पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। अभी रोड पूरी तरह डामरीकृत नहीं हुई है। काम पूरा होने पर ये टावर एक्सीडेंट की मुख्य वजह बनेंगे।
हरिद्वार बाईपास हाइवे का काम पूरा होने के बाद हाइवे पर ही नहीं शहर का जाम काफी हद तक कम हो जाएगा। शहर में ट्रैफिक जाम से लोग परेशान हैं। हाइवे पर भी काम के चलते कारगी चौक पर जाम लग रहा है। सड़क के डामरीकरण का काम तो हो गया है, लेकिन हाईवे पर नालों पर बनने वाले पुलिया का काम चल रहा है।
अक्टूबर में होना है काम कंप्लीट
हरिद्वार हाईवे के चौड़ीकरण का काम अक्टूबर 2023 तक पूरा होना है। बता दें कि पिछले तकरीबन 9 साल तक कार्य कोर्ट में जाने के बाद लंबित चल रहा था। अब यह काम दून एसोसिएट को दिया गया है। वर्तमान में कार्य की गति बहुत तेज है। आईएसबीटी से अजबपुर तक करीब साढ़े 5 किमी। सड़क चौड़ी होनी है। ये प्रोजेक्ट 2012 से लंबित था। मामला कोर्ट में होने के बाद पेंडिंग था। अब मामला सुलझने के बाद दूसरी कंपनी को काम सौंपा गया है।
रचना थपलियाल, अधिशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी, एनएच खंड, डोईवाला
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