लंबे अर्से की खामोशी के बाद एक बार फिर रायपुर स्थित राजीव गांधी इंटरनेशन क्रिकेट स्टेडियम में चकाचौंध है. करीब एक सप्ताह तक क्रिकेट स्टेडियम में यूपीएल उत्तराखंड प्रीमियर लीग का आयोजन हो रहा है. जिसके लिए क्रिकेट के फैंस के अलावा स्थानीय व्यापारियों के चेहरे खिले हुए हैं.


देहरादून,(ब्यूरो): लंबे अर्से की खामोशी के बाद एक बार फिर रायपुर स्थित राजीव गांधी इंटरनेशन क्रिकेट स्टेडियम में चकाचौंध है। करीब एक सप्ताह तक क्रिकेट स्टेडियम में यूपीएलक्र(उत्तराखंड प्रीमियर लीगक्र)का आयोजन हो रहा है। जिसके लिए क्रिकेट के फैंस के अलावा स्थानीय व्यापारियों के चेहरे खिले हुए हैं। इस आयोजन के बाद उम्मीद की जा रही है कि अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में ऐसे दिन-रात वाले मैच देखने को मिलेंगे। जिससे करीब तीन से चार वर्षों तक करोड़ों की लागत से तैयार होने वाले स्टेडियम में रौनक देखने को मिलेगी। दूनवासियों को तो यहां तक उम्मीद है कि अब सरकार से लेकर क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड क्र(सीएयूक्र)आईपीएल और इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए भी प्रयास करेगी।स्टेडियम को किया टेकओवर


दरअसल, दून के रायपुर में स्थित राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम प्रदेश का पहला ऐसा स्टेडियम है, जिसको बीसीसीआई की ओर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मानकों पर खरा उतरने के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट आयोजन की मंजूरी मिली थी। करीब 237 करोड़ की लागत से तैयार स्टेडियम में सीटिंग कैपेसिटी करीब 25 हजार है। इसकी बुनियाद नवंबर 2012 में तत्कालीन सीएम विजय बहुगुणा ने रखी थी। 16 दिसंबर 2016 को तत्कालीन सीएम हरीश रावत ने इंडियन प्रीमियर लीग के अध्यक्ष राजीव शुक्ला के साथ मिलकर स्टेडियम का उद्घाटन किया। इस दौरान यूपी और उत्तराखंड क्रिकेट टीम के बीच पहला मैच भी खेला गया। उसके बाद क्रम बढ़ते गया। अफगानिस्तान, आयरलैंड और बांग्लादेश की टीमों के बीच इंटरनेशनल मैच हुए। लेकिन, उसके बाद कुछ सालों से स्टेडियम में खामोशी छा गई। आखिर में लंबी जद्दोजहद के बाद एक बार फिर से सरकार ने स्टेडियम को टेकओवर किया और अब स्टेडियम में क्रिकेट मैच देखने को मिल रहे हैं।रायपुर स्टेडियम पर एक नजर-वर्ष 2018 में पहला इंटरनेशनल क्रिकेट मैच देखने को मिला।-जब अफगानिस्तान ने बांग्लादेश के खिलाफ टी-20 इंटरनेशनल मैच हुआ।-स्टेडियम को अफगानिस्तान ने होम ग्राउंड के तौर पर भी चुना था।-इसी स्टेडियम में 2016 में द ग्रेट खली कुश्ती शो का आयोजन भी हुआ।-इस शो में खली के साथ कई विदेशी पहलवान भी हुए थे शामिल।-इसी स्टेडियम में आयरलैंड व अफगान के बीच अपना पहला वनडे व टेस्ट मैच खेला गया।पूल से क्लब तक हर सुविधाराजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार डिजाइन किया गया है। इसके अंदर कॉरपोरेट बॉक्स, स्विमिंग पूल, बिलियड्स रूम, व्यायामशाला और क्लब हाउस जैसी मॉडर्न सुविधाएं मौजूद हैं। बना था कोविड केयर सेंटर

कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए सरकार ने स्टेडियम में 750 बेड की सुविधाओं वाला कोविड केयर सेंटर बनाया था। करीब ढाई से तीन वर्ष तक स्टेडियम में केयर सेंटर अस्तित्व में रहा। कोविड से निपटने के लिए तमाम मशीनें स्थापित की गई थी। हालांकि, बाद में स्टेडियम में मौजूद सामग्री को दूसरे स्थान के लिए शिफ्ट किया गया।जब टी-20 में टूटे कई रिकॉर्डराजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में अफगानिस्तान ने टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेट के इतिहास के रिकॉर्ड तोड़े। मौका था अफगान और आयरलैंड के बीच हुए इंटरनेशनल क्रिकेट मैच का। अफगान ने आयरलैंड के खिलाफ 278 रन का लक्ष्य रखा, जो टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेट का सबसे बड़ा स्कोर है। वर्ष 2018 में अफगानिस्तान ने आयरलैंड को 84 रनों से हराकर सीरीज पर 2-0 से कब्जा किया। इस मैच में अफगान ने ऑस्ट्रेलिया के 263-3 का टी-20 में सर्वाधिक रनों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। साथ ही दून के राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम का नाम भी इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज हो गया।ये देहरादून में क्रिकेट के लिए अच्छा संकेत है। अब उम्मीद की जानी चाहिए कि रायपुर क्रिकेट स्टेडियम में ऐसे ही क्रिकेट के दीवानों को क्रिकेट मैच देखने को मिलेगा। जिससे क्रिकेट की प्रतिभाओं को भी आगे बढऩे में मदद मिलेगी।

-अशोक वर्मा, उत्तरांचल पंजाबा महासभा, प्रेमनगरइतनी बड़ी विरासत सरकार के पास राजधानी दून में मौजूद है। सब कुछ ठीक रहता तो अब तक इस अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच देखने को मिल जाते। लेकिन, एक बार फिर प्रयास रंग लाते नजर आ रहे हैं।-राहुल कुमार, क्रिकेट खिलाड़ी।सरकार को क्रिकेट के दीवानों के लिए स्टेडियम को ऐसे ही आबाद रखने चाहिए। जिससे युवा क्रिकेटर्स को आगे बढऩे का भी मौका मिल सके। यूपीएल जैसे मैच का आयोजन यकीनन क्रिकेट के फैंस के लिए बेहतर है। ऐसे मैच आगे भी होने चाहिए।-अमित गर्ग, क्रिकेट प्रेमी।कुछ समय के लिए यकीनन क्रिकेट स्टेडियम की स्थिति देखकर मायूसी हाथ लग गई थी। अब जब यूपीएल के मैच हो रहे हैं। पुराने क्रिकेट की याद आने लगी है। सरकार व क्रिकेट एसोसिएशन की कोशिश रहनी चाहिए कि भविष्य में भी ऐसे ही मैच हों।-मोहित गुप्ता, क्रिकेट प्रेमी।dehradun@inext.co.in

Posted By: Inextlive