रोजगार मेलों में इंटरव्यू के लिए पहुंचने वाले 90 परसेंट कैंडिडेट्स लौटे वापस
- कैंडीडेट्स में स्किल्स और कॉन्फिडेंस की दिखी कमी
- दून में बेरोजगाारों का आंकड़ा बढ़कर पहुंचा 97 हजार पार
देहरादून, 9 जून (ब्यूरो)।
24 जून को दून में बड़े लेवल पर रोजगार मेले का आयोजन होने जा रहा है। इसमें 56 मल्टीनेशनल कंपनीज फ्रेशर्स की तलाश के लिए पहुंंचेंगी। प्रदेश में मौजूदा समय में बेरोजगारों का आंकड़ा 97 हजार को पार कर चुका है। ये वे बेरोजगार हैैं जो सेवायोजन ऑफिसों में रजिस्टर्ड हैैं। ऐसे में इन युवाओं के पास नौकरी का ये बेहतर मौका है। लेकिन, बीते 5 साल के दौरान ऑर्गेनाइज किए गए रोजगार मेलों की बात करें तो इनमें पहुंचे कैंडीडेट्स के सापेक्ष करीब 10 परसेंट युवाओं को ही नौकरी मिल पाई है। ये आंकड़ा बेहद कम है और इसकी वजह युवाओं में स्किल और कॉन्फिडेंस की कमी होना है। 5 साल के भीतर अब तक 25 रोजगार मेले आयोजित हुए हैैं, जबकि सिर्फ 2641 युवाओं को ही रोजगार मिला है।
25665 युवा पहुंचे रोजगार मेलों में
जिला सेवायोजन कार्यालय से मिले 2018 से अब तक रोजगार मेलों का ब्योरे के मुताबिक करीब 10 परसेंट बेरोजगार ही इन मेलों में सफल रहे। करीब 5 साल में 25 रोजगार मेलों का आयोजन किया गया। वॉक इन इंटरव्यू बेसिस पर आयोजित इन प्लेसमेंट ड्राइव्स में सिर्फ 2641 युवाओं को ही रोजगार मिल पाया। जबकि, 25 हजार से ज्यादा युवाओं ने इन मेलों में रोजगार के लिए प्रदेश के कोने कोने से दौड़ लगाई। मेलों के अलावा सरकारी स्तर पर सेवायोजन विभाग द्वारा कई करियर काउंसलिंग वर्कशॉप भी आयोजित किए, लेकिन अवेयरनेस की कमी के चलते युवाओं को इनका भरपूर लाभ नहीं मिल पाया।
वर्ष - कुल मेले - प्रतिभागी- चयनित अ यर्थी
2018-19 - 07- 1492 - 426
2019-20 - 05 - 4163 - 772
2020- 21 - 05- 1848 -105
2021 -22 - 02- 1226 -227
2022-23 - 06 - 5924 - 1111
कुल - 25 - 25665 - 2641
लगातार बढ़ रही बेरोजगारों की फौज
दून के सेवायोजन कार्यालय के रिकॉर्ड को ांगाले तो पता चलेगा कि लगातार किस तरह बेरोजगारों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। 2019 में जहां बेरोजगारों का रिकॉर्ड 80 हजार था, वह अब बढ़कर 97 हजार पार हो चुका है। जबकि, ये केवल सरकारी आंकड़े हैं। ये सिर्फ दून के आंकड़े हैैं अगर बाकी 12 जिलों को भी इसमें शामिल कर लिया जाए तो आंकड़ा बहुत बड़ा है। इनमें से कई बेरोजगार ऐसे ाी होते हैं जो रजिस्ट्रेशन ाी नहीं करा पाते और वे नौकरी की तलाश में इधर उधर ाटकते रहते हैं। इसके साथ ही इनमें वे लोग ाी शामिल हैं जिनकी आयु सीमा समाप्त हो गई लेकिन, वे रोजगार की तलाश में केवल इंतजार करते रह गए।
कुल रजिस्टर्ड बेरोजगार
वर्ष - रजिस्ट्रेशन - एक्टिव रजिस्ट्रेशन
2019-2020 - 14728 - 80238
2020-2021 - 24375 - 92006
2021 -2022 - 30327 - 91506
2022- 2023 - 10962 - 97204
- स्किल की कमी।
- इंटरव्यू के दौरान कॉन्फिडेंस की कमी।
- प्रॉपर तैयारी का नहीं मिलता मौका।
- अवेयरनेस की कमी।
- टेक्निकल तौर पर कमजोर।
- जानकारी का अभाव। --------------------
रोजगार के अवसर मुहैया कराने के मकसद से मल्टीनेशनल कंपनीज के साथ मिलकर मेले आयोजन किए जाते हैं। लेकिन, प्रति ाागी तैयारी के साथ नहीं आते, जिसके कारण उन्हें निराशा हाथ लगती है। उन्हें चाहिए कि वे रोजगार मेले में पहुंचने से पूर्व पूरी तैयारी के साथ आए।
-: अजय सिंह, क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारी
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