डीएम के सख्त निर्देश और पुलिस व खनन विभाग की लगातार कार्रवाई के बावजूद दून की तमाम नदियों में अवैध खनन का सिलसिला जारी है। दरअसल मॉनसून आने के बाद नदियों में पानी बढ़ जाता है और इसके बाद रेत-बजरी बोल्डर निकालना संभव नहीं हो पाता। ऐसे में खनन माफिया मॉनसून आने से पहले ज्यादा से ज्यादा रेत-बजरी स्टोर करने के प्रयास में रहता है। इस स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से अवैध खनन में लगे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिये गये हैं। पुलिस प्रशासन और खनन विभाग लगातार छापेमारी कर रहा है। बीती रात खनन विभाग की ओर से विकासनगर क्षेत्र में अवैध खनन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई।

देहरादून ब्यूरो। तहसीलदार विकासनगर सोहन सिंह रांगड़ और जिला खनन अधिकारी वीरेंद्र सिंह के नेतृत्व में राजस्व एवं खनन विभाग ने बीती रात विकासनगर क्षेत्र में अवैध खनन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। इस छापेमारी में अवैध खनन सामग्री ढोते पकड़े गये 9 ट्रक और डंपर सीज किये गये। इनमें 2 वाहन बिना रवन्ना और 7 वाहन कैपेसिटी से ज्यादा उपखनिज से लदे थे। इन सभी वाहनों को उत्तराखंड उप खनिज (बालू, बजरी, बोल्डर) चुगान नीति, उत्तराखंड खनिज नियमावली के उल्लंघन में कार्रवाई की गई। इन वाहनों पर 5 लाख रुपये जुर्माना भी लगाया गया।

विकासनगर में सबसे ज्यादा खनन
देहरादून जिले में एक दर्जन से ज्यादा छोटी-बड़ी नदियां हैं। विकासनगर क्षेत्र में ज्यादातर नदियां गर्मी के दिनों में सूख जाती हैं, जबकि बरसात के दिनों में इन नदियों को भारी मात्रा में पानी आ जाता है। बरसात के दिनों में नदियों में इकट्ठा हुए रेत, बजरी और बोल्डर उठाने के लिए चुगान के परमिट दिये जाते हैं। लेकिन, परमिट की आड़ में अक्सर अवैध खनन किया जाता है। इसके अलावा बिना रवन्ना ट्रकों और डंपरों में खनन सामग्री ढोकर राजस्व को चूना लगाया जाता है। इस तरह की सबसे ज्यादा शिकायतें विकासनगर क्षेत्र से ही सामने आती हैं। इस क्षेत्र में पुलिस, प्रशासन और खनन विभाग सबसे ज्यादा छापेमारी भी करता है।

अवैध खनन, परिवहन, भंडारण पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। बीती रात विकासनगर क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई की गई। भविष्य में भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी। इस बारे में संबंधित अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
डॉ। आर। राजेश कुमार, डीएम

Posted By: Inextlive