दून समेत पूरे राज्य में एबी बंच केबल लगाने के बाद भी बिजली चोरी के मामलों में कमी नहीं आ रही है. पिछले तीन माह में ऊर्जा निगम की फील्ड और विजिलेंस टीम ने राज्य में 1243 विद्युत कनेक्शन की चेकिंग की गई जिसमें 827 मामलों में बिजली चोरी पकड़ कर केस दर्ज किए गए.

देहरादून, (ब्यूरो): दून समेत पूरे राज्य में एबी बंच केबल लगाने के बाद भी बिजली चोरी के मामलों में कमी नहीं आ रही है। पिछले तीन माह में ऊर्जा निगम की फील्ड और विजिलेंस टीम ने राज्य में 1243 विद्युत कनेक्शन की चेकिंग की गई, जिसमें 827 मामलों में बिजली चोरी पकड़ कर केस दर्ज किए गए। अप्रैल से जून तक पकड़े गए मामलों में 1315 किलोवाट लोड इलीगल पाया है। ये चोर कटिया डालकर, मीटर में छेड़छाड़ कर डेली लाखों की बिजली फूंक रहे थे। पिछले एक साल में 4054 बिजली चोरी के मामले पकड़े गए हैं। जिन पर साढ़े 3 करोड़ से अधिक जुर्माना लगाया गया है।

पिछले साल से 38 परसेंट ज्यादा केस
प्रदेश में बिजली चोरी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। ऊर्जा निगम की ओर से इस साल अप्रैल से जून तक 827 मामले पकड़े गए हैं, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 38 परसेंट अधिक हैं। हालांकि, ऊर्जा निगम लगातार छापेमारी कर कार्रवाई कर रहा है, लेकिन उसके बावजूद बिजली चोरी करने वालों के हौंसले पस्त नहीं हो रहे हैं।

मौके पर वसूला जा रहा जुर्माना
ऊर्जा निगम की सतर्कता इकाई की ओर से कड़ा रुख अपनाते हुए लगातार छापेमारी की जा रही है, जिसमें बिजली चोरी पकड़े जाने पर अस्थायी रूप से विद्युत कनेक्शन काटने के साथ-साथ मुकदमा भी दर्ज किया जा रहा है। इसके अलावा दोषपूर्ण कनेक्शन की स्थिति में मौके पर ही नियमानुसार जुर्माना वसूला जा रहा है। बावजूद इसके चोरी में कमी नहीं आ रही है।

मौके पर वसूले 55 लाख
डायरेक्टर ऑपरेशन एमआर आर्य ने बताया कि बिजली चोरी पर कार्रवाई से सीधा लाभ निगम को सही इनपुट एनर्जी का आंकलन कर विद्युत हानियों को कम करने या राजस्व बढ़ोतरी में मिल रहा है। पिछले साल विजिलेंस सेल के माध्यम से मौके पर बकायेदारों से करीब 55 लाख रुपये की धनराशि वसूल कर ट्रेजरी में जमा की गई है।

1912 पर करें बिजली चोरी की कंप्लेन
डायरेक्टर ऑपरेशन एमआर आर्या ने बताया कि सतर्कता सेल के साथ ही क्षेत्रीय कार्यालयों में तैनात मुख्य अभियंताओं व अधीक्षण अभियंताओं की ओर से भी विद्युत चोरी को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। डिफाल्टरों के विरुद्ध मुकदमा भी दर्ज किया जा रहा है। उन्होंने उपभोक्ताओं से अपील की है कि बिजली चोरी की सूचना हेल्पलाइन नंबर 1912 पर दें। शिकायतकर्ता की पहचान को गोपनीय रखा जाएगा।

इस साल बिजली चोरी पर कार्रवाई
मंथ कनेक्शन जांच पकड़ी गई चोरी
अप्रैल 320 201
मई 474 327
जून 449 299
कुल 1243 827

एक साल में बिजली चोरी

4054
मामले पकड़े गए हैं एक साल में
4373
किलोवाट की पकड़ी गई चोरी
2060
मामलों में पिछले साल कराए गए थे केस दर्ज
7423
मामलों में की गई चोरी की कंप्लेन की जांच

चोरी में हरिद्वार टॉप पर
बिजली चोरी में सबसे शीर्ष पर हरिद्वार जिला है। गढ़वाल में पकड़ी गई चोरी का करीब 80 प्रतिशत से अधिक मामले हरिद्वार के हैं। हरिद्वार जिले के इंडस्ट्रियल एरिया और ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार बिजली चोरी के मामले पकड़े जा रहे हैं। यहां पूर्व में सब स्टेशन से भी सीधे बिजली चोरी का मामला पकड़ा गया था। रुड़की में बिजली चोरी के मामलों में तेजी आई है।

बिजली चोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। विजिलेंस के साथ ही चीफ इंजीनियर व एसई की ओर से भी कार्रवाई की जा रही है। टीम के मूवमेंट से बिजली चोर पकड़ में आ रहे हैं। लगातार बिजली चोरी पकड़े जाने से लाइन लॉस में कमी आ रही है।
एमआर आर्य, डायरेक्टर ऑपरेशन, ऊर्जा निगम

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Posted By: Inextlive