Dehradun News: आयुष प्रदेश में 65 हजार योग प्रशिक्षित बेरोजगार
योग में प्रशिक्षण लेने के बाद भी घूम रहे बेरोजगार
- बेरोजगार लगातार विद्यालयी शिक्षा में योग विषय को शामिल करने की उठा रहेे मांग देहरादून, 21 जून (ब्यूरो)।अखिल भारतीय योग संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अमित नेगी बताते है कई बार अधिकारियों व मंत्रियोंं के चक्कर काट चुके हैं। लेकिन, अब तक किसी भी तरह का समाधान नहीं हो सका है। राज्य में योग के सर्टिफिकेट कोर्स संचालित होने लगे थे। इसके बाद योग में पीजी कोर्स के साथ अब नेट तक की डिग्रियां दी जा रही हैं। लेकिन, इन डिग्रियों के बाद भी युवा बेरोजगार घुम रहे हैं। लेकिन सरकार की ओर से अब तक इस बारे में कोई ठोस पहल नहीं हो पाई है। यही वजह है आज राज्य में 65 हजार से अधिक योग प्रशिक्षित बेरोजगारों घुम रहे हैं। इनमें से कई ऐसे युवा भी है जिनकी उम्र भी पार हो चुकी है।
एजुकेशन पर नौकरी नहीं
- प्रदेश में 2004 से योगा के डिग्री व डिप्लोमा कोर्स हुए शुरू।
- शुरुआत में संचालित किए गए सर्टिफिकेट कोर्स
- अब योगा में पीजी, नेट व सेट क्वालिफाई कर रहे युवा
- रोजगार के लिए कई बार बेरोजगार प्रशिक्षित कर चुके आंदोलन
- सचिवालय व विधानसभा कूच से लेकर जेल तक गए योग प्रशिक्षित
- हरियाणा व राजस्थान के स्कूलों में योगा विषय हुआ शुरू
- उत्तराखंड में स्कलों में योगा विषय अब तक नहीं हो पाया शामिल।
पीजी करने के बाद भी घूम रहे योग प्रशिक्षित
योग प्रशिक्षितों के अनुसार योग का प्रशिक्षण लेने के बाद युवा नौकरी की तलाश में भटक रहा है। नौकरी के अभाव में इधर उधर चक्कर काटने को मजबूर हैं। इनमें सिटी से ज्यादा असर पर्वतीय जिलों पर पड़ रहा है। योग में प्रशिक्षण लेने के बाद युवा नौकरी की तलाश में उम्र निकाल रहे हैं। यहां प्रशिक्षित रोजगार की तलाश में मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक चक्कर काटने का मजबूर हैं। वर्जन -
31 दिसम्बर 2021 की कैबिनेट बैठक में निर्णय लिया गया था कि प्रदेश के 119 राजकीय महाविद्यालयों एंव प्रत्येक जनपद के एक -एक राजकीय इंटर कॉलेज में आउटसोर्स के माध्यम से योग प्रशिक्षित नियुक्ति किए जायेंगे। लेकिन, डेढ़ लाख बीत जाने के बाद भी योग प्रशिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गई हैं। -:
अमित नेगी, प्रदेश अध्यक्ष योग प्रशिक्षित बेरोजगार महासंघ
योग सबको करना चाहिए। जैसे कि हज सबने ये देखा था कि कोविड के वक्त योग ने लोगों को रिकवरी में मदद की है। अंतिम क्षण में योग शुरू करने से अच्छा है कि इसे लाइफस्टाइल में शामिल करें। कई तरह की बीमारियों से लडऩे में योग मदद करता है। :-
निर्मल भंडारी, योगाचार्य रुद्र शक्ति योग शाला
योग हमें शारीरिक रूप से तो स्वास्थ्य प्रदान करता ही है। लेकिन, यह ईश्वर तक पहुंचने का मार्ग भी प्रदान करता है। वर्तमान समय में हम विज्ञान वैज्ञानिक व गैजेट्स के युग में जी रहे हैं। लेकिन, संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए आज भी योग ही सबसे सर्वोत्तम विज्ञान है।
सुबोध नेगी, योगाचार्य, मोक्ष स्कूल ऑफ योगा सेंटर हमें डेली रुटीन में योग को शामिल करना चाहिए। में योग को शामिल करना चाहिए। योग आसन शरीर मन और आत्मा का नियंत्रित करने में मदद करता है। शारीरिक और मानसिक संतुलन बनाता है। योग तनाव और चिंता का प्रबंधन करने में सहायक है।
नीरज चंद्र, योगाचार्य, विमोक्ष योगशाला
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