Dehradun News: एम्स के एमडी एग्जाम में नकल कराते 5 गिरफ्तार, दो डॉक्टर भी शामिल
देहरादून (ब्यूरो) रविवार को एम्स की ओर से ऑल इंडिया लेवल पर देश भर में एमडी परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा में नकल माफिया के सक्रिय होने और देहरादून से अन्य राज्यों में स्थित विभिन्न परीक्षा केंद्रों में परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को अनुचित माध्यमों से नकल कराए जाने की गोपनीय सूचना दून पुलिस को प्राप्त हुई थी। एसएसपी अजय ङ्क्षसह ने सीओ ऋषिकेश के नेतृत्व में थाना ऋषिकेश और एसओजी रूरल की सयुंक्त टीम का गठन किया। सोमवार को ऋषिकेश में आयोजित प्रेस वार्त में एसएसपी देहरादून अजय ङ्क्षसह ने मामले का पर्दाफाश किया। उन्होंने बताया कि रविवार 19 मई को संयुक्त टीम ने गोपनीय सूचना के आधार पर बैराज मार्ग पर खड़ी एक टाटा सफारी कार (डीएल 3सीडब्लयू- 5412) में बैठे पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। यह लोग हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा स्थित एक परीक्षा केंद्र में तीन अभ्यर्थियों को एमडी परीक्षा का प्रश्नपत्र हल करा रहे थे।
ये आरोपी किए अरेस्ट- अजीत निवासी सेक्टर 8 थाना जींद जिला जींद हरियाणा
- अमन शिवाच निवासी विकास कॉलोनी रोहतक हरियाणा
- वैभव कश्यप निवासी 260 अंबिका एनक्लेव सनौर पटियाला
- विजुल गौरा निवासी पटेल नगर जिला हिसार हरियाणा
- जयंत निवासी डिफेंस कॉलोनी जिला हिसार हरियाणा
आरोपियों से ये बरामद
3 टैब
3 मोबाइल फोन
2 मेडिकल संबंधी बुक
1 टाटा सफारी
नकल मामले में गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों में दो डॉक्टर्स भी शामिल हैैं। इनके नाम डॉ। वैभव व डॉ। अमन हैैं। दोनों एम्स ऋषिकेश में जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर हैं। दोनों को पेपर सॉल्व करने के लिए दो-दो लाख रुपये में हायर किया गया था। पांचों आरोपितों के विरुद्ध थाना ऋषिकेश में धारा 420, 468, 120(बी) के तहत केस दर्ज कर दिया गया है। 50 लाख में था पास कराने का सौदा
आरोपी अजीत ने बताया कि एम्स की एमडी की परीक्षा में पास कराने के लिए प्रत्येक अभ्यार्थी से 50 लाख रुपये लिए गए थे। जिसमें से उसने अपने साथ काम करने वालों को दो से तीन लाख रुपये देने थे। अजीत ने बताया कि उसकी तीन लैब है, जिनके माध्यम से वह अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में भी परिक्षार्थियों को पास कराने के एवज में मोटी धनराशि लेता है। dehradun@inext.co.in