आयुष्मान योजना पर सालाना खर्च हो रहा 400 करोड़
-चौथी वर्षगांठ पर हॉस्पिटलों, आयुष्मान मित्र व लाभार्थियों को किया जाएगा सम्मानित
देहरादून, ब्यूरो: संस्कृति भवन के ऑडिटोरियम में आयोजित आरोग्य मंथन में सीएम पुष्कर सिंह धामी बतौर चीफ गेस्ट शिरकत करेंगे। इस मौके पर आयुष्मान योजना में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 24 हॉस्पिटलों, 16 आयुष्मान मित्र और योजना से फ्री ट्रीटमेंट लेने वाले 30 से अधिक लाभार्थियों को सम्मानित करेंगे।पेश की जाएगी प्रोग्रेस रिपोर्ट
योजना के चार वर्ष पूरे होने पर आरोग्य मंथन-4 का आयोजन किया जा रहा है। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण (एसएचए) की ओर से आयोजित आरोग्य मंथन कार्यक्रम में सीएम पुष्कर सिंह धामी बतौर चीफ गेस्ट शिरकत करेंगे। इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्री डॉ। धन सिंह रावत स्पेशल गेस्ट मौजूद रहेंगे। वहीं, विधायक रायपुर उमेश शर्मा काऊ, राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के अध्यक्ष डीके कोटिया, स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार, प्राधिकरण के सीईओ अरुणेन्द्र चौहान के अलावा अन्य जन प्रतिनिधियों के साथ स्वास्थ्य व अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहेंगे। प्रोग्राम में स्टेट हेल्थ अथॉरिटी की ओर से प्रोग्रेस रिपोर्ट की जानकारी शेयर की जाएगी।
200 लाभार्थियों का किया गया था चयन
योजना की चौथी वर्षगांठ पर सीएम की ओर से आयुष्मान में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 24 हॉस्पिटलों, 16 आयुष्मान मित्र और योजना से मुफ्त उपचार प्राप्त 30 से अधिक लाभार्थियों को सम्मानित किया जाएगा। फ्री उपचार लेने वालों में वे आवेदक शामिल किए गए हैं, जिन्होंने खतरनाक बीमारियों का सामना कर लाभ उठाया है। इसमें हर जिले से प्रतिनिधित्व दिया गया है। हालांकि, अथॉरिटी की ओर से पहले 200 लाभार्थियों का चयन किया गया था। लेकिन, कईयों ने आने में असमर्थता जताई है। कार्यक्रम में चीफ गेस्ट व स्पेशल गेस्ट लाभार्थियों से भी संवाद करेंगे। बताया गया है कि सोशल मीडिया के जरिए आरोग्य मंथन-4 कार्यक्रम का लाइव टेलीकॉस्ट भी किया जाएगा।
बताया गया है कि इस मौके पर प्रदेशभर में आयुष्मान कार्ड बनाने व उसकी जागरूकता के लिए आयुष्मान आरोग्य रथ को भी चीफ गेस्ट सीएम धामी को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। आयुष्मान योजना पर एक नजर
-आयुष्मान कार्ड का टारगेट 80 लाख
-फैमिली के हिसाब से 70 परसेंट तक आयुष्मान कार्ड बने।
-राज्य में 19 लाख परिवारों के कार्ड बनने बाकी।
-योजना के लिए राज्यभर में 220 हॉस्पिटल सूचीबद्ध।
4 साल में 983 करोड़ खर्च
आयुष्मान की डिमांड को देखते हुए चार सालों मेें लाभार्थियों के उपचार पर 983 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं। स्वास्थ्य प्राधिकरण के मुताबिक इस प्रकार से योजना के तहत सालाना करीब 400 करोड़ रुपए का खर्च आ रहा है। हालांकि, शुरुआत में केवल 22 करोड़ रुपए का खर्च आया था, जो बढ़कर चार करोड़ तक पहुंच गया है। खास बात ये है कि इन चार वर्षों में राज्यभर से 5 लाख 68 हजार से अधिक लाभार्थी उपचार के लिए अस्पताल में एडमिट हुए हैं।
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