फौजी गिरोह के सरगना सहित 4 पकड़े
देहरादून ब्यूरो। - पहली जुलाई को सेलाकुई के दो घरों में घर का ताला तोड़कर नकदी, ज्वैलरी व अन्य सामान चोरी होने के मामले दर्ज किये गये थे। - दो जुलाई को थाना वसंत विहार में अरगडा नई बस्ती गोरखपुर अज्ञात लोगों द्वार घर में घुसकर गोली मारने की धमकी देते हुए नकदी और अन्य कीमती सामान लूट लिया गया।- 4 जुलाई को थाना सहसपुर के सभावाला में घर का ताला तोड़कर चांदी की ज्वैलरी को चुराए जाने का केस दर्ज हुआ। - 9 जुलाई को थाना पटेलनगर के रतनपुर नयागांव में ऑफिस में घुसकर चोरी का प्रयास करने और फाइलों को खुर्द-बुर्द करने का मामला दर्ज किया गया।
सामने आया फौजी गिरोह
इन सभी घटनाओं की जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि रुड़की और पथरी क्षेत्र में रहने वाले सपेरा जनजाति का एक गिरोह इस तरह की घटनाओं को अंजाम देता है और इन दिनों देहरादून वआस-पास के क्षेत्रों में सक्रिय है। पुलिस रुड़की और उसके आस-पास के क्षेत्रों में जाकर जानकारी एकत्रित की। पता चला कि कि फौजी गिरोह, जिसका सरगना फौजीनाथ उर्फ चिमटी नाम का व्यक्ति है, वह अपने साथियों के साथ मिलकर घटनाओं को अंजाम दे रहा है। गिरोह के सदस्य अपने घरों से फरार हैं। इसके बाद पुलिस ने देहरादून में गिरोह के संभावित ठिकानों पर दबिश दी।
इस बीच पता चला कि फौजी गिरोह के सदस्य महेन्द्र चौक से नीचे टी-स्टेट के बीच में बने खंडहर में छिपे हुए हैं। पुलिस खंडहर में दबिश दी गयी तो मौके पर चार व्यक्ति मिले। उन्होंने अपने नाम फौजीनाथ उर्फ चिमटी, गोपीनाथ, गौरवनाथ और बुद्दी उर्फ रितिकनाथ बताये। चारों सपेरा बस्ती पथरी, हरिद्वार के रहने वाले हैं। तलाशी लेने पर उनके पास से नकदी, ज्वैलरी और अन्य सामान बरामद हुआ। उन्होंने यह माल बसन्त विहार, सेलाकुई, सहसपुर, प्रेमनगर आदि क्षेत्रों में घरों से लूटने और चोरी करने की बात स्वीकार की। यह भी बताया कि जनवरी में उन्होंने प्रेमनगर के निम्बस एकेडमी में रात के समय एक व्यक्ति को बंधक बनाकर लूट की थी। शनि बाबा बनकर रेकी
फौजीनाथ द्वारा बताया गया कि सांपों का काम बन्द होने के कारण उनके पास कोई काम धंधा नही रह गया है। वे सभी गिरोह बनाकर लूट व चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं। पहले वे बाबाओं को भेष में शनिदान और भीख मांगने के नाम पर घरों की रैकी करते हैं।
बस से आते हैं देहरादून
आरोपियों ने बताया कि घटना को अंजाम देने के दिन वे योजना के मुताबिक दोपहर तीन से चार बजे के बीच अपने गन्तव्य से बस पकड़कर आईएसबीटी आते हैं। वहां से टेम्पो पकड़कर जिस क्षेत्र में हमें लूट या चोरी की घटना को अंजाम देना होता है, उसके आउटर एरिया तक जाते हैं और आस-पास के जंगलो में छिपकर रात होने का इंतजार करते हैं। रात 12 से 1 बजे के बीच घरों में लूट और चोरी करते हैं। जहां कोई मिल जाता है उसे पेचकस पर कपड़ा लपेटकर पिस्टर बताकर डराते हैं।
चारों आरोपियों पर विभिन्न जगहों पर कई मामले दर्ज हैं। फौजी नाथ उर्फ चिमटी और गोपीनाथ 2021 में थाना रायवाला में हुई नकबजनी की घटना में भी वांछित हैं। गौरव और फौजीनाथ 2021 में थाना कोटद्वार से चोरी के अभियोग में जेल जा चुके हैं।