यूकेएसएसएससी पेपरलीक मामले में हर रोज औसतन एक गिरफ्तारी का सिलसिला लगातार जारी है। फ्राइडे को इस मामले की जांच कर रही एसटीएफ ने एक और गिरफ्तारी की। यह 32वीं गिरफ्तारी टिहरी गढ़वाल के हिंडोलाखाल पॉलीटेक्निक के जूनियर असिस्टेंट की हुई। राजबीर नामक इस आरोपी को हरिद्वार के लक्सर से गिरफ्तार किया गया।

देहरादून ब्यूरो। राजबीर के गिरफ्तारी से एक बार फिर नकल गिरोह का धामपुर कनेक्शन सामने आया है। एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह के अनुसार आरोपी राजबीर हरिद्वार ग्रामीण क्षेत्र के कुछ कैंडीडेट्स को अपने साथ धामपुर ले गया था और वहां एक कुख्यात हो चुके नकल सेंटर में पेपर लीक करवाया गया था। एसएसपी के अनुसार राजबीर के गवाहों के बयान और टेक्निकल सबूतों के आधार पर अभियुक्त को अरेस्ट किया गया।

पॉलीटेक्निक में कर्मचारी
आरोपी राजबीर राजकीय पॉलीटेक्निक हिंडोलाखाल टिहरी गढ़वाल में नियुक्त है। एक और सरकारी कर्मचारी की गिरफ्तारी के बाद से अब यह साफ हो गया है कि पेपरलीक गिरोह में सरकारी कर्मचारियों की संख्या कम नहीं है। इसमें न्यायिक सेवा के कर्मचारी, पुलिसकर्मी और टीचर्स तक शामिल हैं।

और गिरफ्तारियां संभव
गिरफ्तार किये जा रहे कर्मचारियों से की जाने वाली पूछताछ के बाद लगातार नये-नये लोगों के नाम सामने आ रहे हैं। जांच की इस प्रगति को देखते हुए माना जा रहा है कि इस बहुचर्चित पेपरलीक मामले में अभी कई और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। समझा जा रहा है कि एसटीएफ उन कैंडीडेट्स की लिस्ट भी बना रही है, जिनके नाम नकल कर पेपर निकालने के मामले में आरोपी बता रहे हैं। हालंाकि अभी किसी कैंडीडेट को एसटीएफ की ओर से गिरफ्तार नहीं किया गया है। लेकिन ऐसे कैंडीडेट्स ने बार-बार अपील की जा रही है कि यदि उन्होंने लीक पेपर के सहारा लेकर एग्जाम क्लीयर किया है तो वे खुद एसटीएफ ऑफिस आकर अपने बयान दर्ज करवाएं।

अजय सिंह को अवॉर्ड
यूकेएसएसएससी पेपरलीक मामले लगातार जांच में जुटे एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह को एफआईसीसीआईस्मार्ट पुलिसिंग अवॉर्ड दिया गया है। राज्य के एक और पुलिस अधिकारी एससीआरबी के डायरेक्टर जनरल केवल खुराना को भी एस अवॉर्ड के लिए चुना गया था। स्मार्ट पुलिसिंग अवॉर्ड फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एफआईसीसीआई) की ओर से दिया जाता है। इस बार देशभर के राज्यों, सेंट्रल पैरा मिलिट्री ऑर्गेनाइजेशन आदि की 192 एंट्रीज इस अवॉर्ड के लिए आई थी। फ्राइडे को नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में यह अवॉर्ड दिया गया।

विधानसभा नियुक्तियों पर बवाल
इस बीच विधानसभा में की गई नियुक्तियों लेकर भी लगातार विवाद जारी है। तीन पूर्व विधानसभा अध्यक्षों यशपाल आर्य, गोविन्द सिंह कुंजवाल और प्रेमचंद अग्रवाल का बयान इस मामले में सामने आ गया है। इन बयानों के बाद विधानसभा में हुई नियुक्तियों की जांच की मांग जोर पकडऩे लगी है। फ्राइडे को इस मामले को लेकर ऋषिकेश में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और मौजूदा कैबिनेट प्रेमचंद अग्रवाल के ऋषिकेश स्थित आवास पर कुछ युवाओं ने प्रदर्शन भी किया। पुलिस ने इस मामले में आठ युवकों को हिरासत में लिया।

Posted By: Inextlive