हर बार दीपावली पर धुआं-धुआं रहने वाली दून की फिजा इस बार सुकून में दिखी. पटाखों का शोर तो मध्य रात्रि के बाद तक भी गूंजता रहा लेकिन वायु प्रदूषण का स्तर पिछले वर्षों के मुकाबले कम रहा.

- पिछले वर्षों के मुकाबले दून समेत सभी शहरों में कम रहा वायु प्रदूषण
- पब्लिक अवेयरनेस और ग्रीन पटाखों ने लगाई प्रदूषण पर लगाम

देहरादून, ब्यूरो: सिर्फ दून ही नहीं, बल्कि प्रदेश के अन्य प्रमुख शहरों में भी वायु प्रदूषण में पिछली दीपावली की तुलना में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। पिछले वर्षों तक दीवाली से चार-पांच दिन पहले पटाखे फोडऩे शुरू होते थे, लेकिन इस बार दीपावली के एक-दो दिन पहले ही पटाखों का शोर सुनाई दिया। यह पब्लिक अवेयरनेस और ग्रीन क्रेकर्स को वजह माना जा रहा है। उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूकेपीसीबी) दावा है कि पिछले वर्षों की तुलना में इस बार दून में 25 से 30 प्रतिशत एयर पॉल्यूशन में कमी दर्ज की गई है।

पब्लिक अवेयरनेस और ग्रीन पटाखे वजह
इस बार मार्केट में ग्रीन पटाखों की ज्यादा डिमांड रही। दअरसल ग्रीन पटाखों में एल्यूमीनियम, बेरियम, पोटेशियम, नाइटे्रट और कार्बन जैसे खतरनाक केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इन पटाखों में सामान्य पटाखों की तुलना में आवाज भी कम होती है। पर्यावरण पर इसका असर न पड़े इसी हिसाब से ग्रीन पटाखों को बनाया जाता है। ऐसा नहीं है कि पटाखों का शोर थमा रहा हो, दीपावली के दिन शाम से लेकर मध्य रात्रि के काफी बाद तक चौतरफा पटाखों का शोर गूंजता रहा। हालांकि, धुआं कम होने की वजह शुष्क मौसम को भी माना जा रहा है।

प्रमुख शहरों का एक्यूआई
शहर/स्थल, अभी पिछली दीवाली
घंटाघर 254 348
नेहरू कालोनी 242 306
ऋषिकेश 236 257
हरिद्वार 223 321
काशीपुर 249 267
हल्द्वानी 227 251
रुद्रपुर 240 263

एक्यूआई इस तरह बताता है हवा का हाल
शून्य से 50, अच्छा
51 से 100, संतोषजनक
101 से 200, मध्यम श्रेणी
201 से 300, बुरी स्थिति
301 से 400, बहुत बुरी स्थिति
401 व अधिक, गंभीर स्थिति

पॉल्यूशन कंट्रोल को हों सामूहिक प्रयास
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने दीपावली के लिए वायु प्रदूषण की जांच 17 अक्टूबर से शुरू कर दी थी। यह जांच दीपावली के अगले 7 दिन तक जारी रहेगी। दीपावली के एक सप्ताह से पहले का हाल देखें तो देहरादून में वायु प्रदूषण का स्तर मध्यम श्रेणी (एक्यूआई औसत 108.5) में रहा। इस तरह दीपावली के दिन पटाखों के धुएं से यह खराब श्रेणी में चला गया। दून में हवा की गुणवत्ता पहले ही मानक के अनुरूप नहीं है। ऐसे में सभी को दीपावली के दिन खुद पर नियंत्रण रखकर इसे खराब या बहुत खराब श्रेणी में जाने से रोकने के प्रयास करने होंगे।

दीपावली ने बिगाड़ी हवा की सेहत
17 से 23 अक्टूबर तक प्रदूषण पर एक नजर
तिथि, एक्यूआई (दो स्थलों का औसत)
17 अक्टूबर, 108.5
18 अक्टूबर, 111
19 अक्टूबर, 113
20 अक्टूबर, 110
21 अक्टूबर, 122
22 अक्टूबर, 127
23 अक्टूबर, 136 (छोटी दीपावली)
देहरादून में वायु प्रदूषण की जांच घंटाघर और नेहरू कालोनी में की गई। दोनों जगह एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) का औसत 247 रहा। पिछली बार यह औसत 327 था। इस तरह वायु प्रदूषण बहुत खराब श्रेणी से खराब श्रेणी में सिमट गया। ऋषिकेश, हरिद्वार, काशीपुर, हल्द्वानी और रुद्रपुर में भी वायु प्रदूषण में बड़ी गिरावट देखने को मिली।
एसपी सुबुद्धि, सदस्य सचिव, यूकेपीसीबी
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Posted By: Inextlive