डग्गामारी एमवी एक्ट का वायलेशन और ओवरलोडिंग पर लगाम कसना ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के लिए बड़ा चैलेंज बना हुआ है। आलम यह है कि सिर्फ 5 दिन में विभाग की 4 टीमों द्वारा इसके तहत 23 बसें सीज की गई हैैं। बसें सीज करने के कारण पैसेंजर्स को भी दिक्कत हो रही है।

देहरादून (ब्यूरो)। आरटीओ की टीम लगातार सुबह शाम बार्डर व चैक पोस्ट पर जाकर चैकिंग कर रही है। इसके लिए चार टीम तैनात की गई है। जो शहर कई एरिया जिनमें हरिद्वार बाईपास, सहस्त्रधारा रोड, आशा रोड़ी चैक पोस्ट व कुल्हाल में चैकिंग कर अभियान चला रही है।

आरटीओ की ओर से चला अभियान
4 दिसम्बर - ओवरलोडिंग करते हुए 1 बस सीज
5 दिसम्बर - टैक्स न जमा करने व ओवरलोडिंग पर 2 बस सीज
6 दिसम्बर - ओवरलोडिंग पर 8 बस सीज
7 दिसम्बर - परमिट व ओवरलोडिंग में 10 बस सीज
8 दिसम्बर - परमिट न होने पर 2 बस सीज

सबसे ज्यादा देहरादून से चालान
परिवहन विभाग की ओर से सबसे ज्यादा चालान देहरादून में हुए। यह चालान ओवरलोडिंग व परमिट के नियमों का पालन न करने पर किए गए।

आशा रोड़ी चैक पोस्ट से कई बसें सीज
परिवहन डिपार्टमेंट की ओर से चलाए जा रहे अभियान के तहत आशा रोड़ी चैक पोस्ट पर यूपी रोडवेज व राजस्थान रोडवेज की बसों के सबसे ज्यादा चालान हुए। इनमें से कई बसों के परमिट तो मिले लेकिन, ओवरलोडिंग करते हुए परिवहन की टीम ने बसों से सवारियों को उतारकर दूसरी बस के जरिए भेजा। बीते दिनों आशा रोड़ी चैक पोस्ट से 5 बसों को सीज किया गया।

कई बसों का नहीं मिला एआईटीपी
परिवहन विभाग की ओर से चलाए गए अभियान के दौरान कई बसें ऐसी भी रही जिनका ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट परमिट (एआईटीपी) नहीं मिला। इन बस संचालकों पर कार्रवाई करते हुए इन बस संचालकों पर कार्रवाई करते हुए चालान किया गया।

Posted By: Inextlive