प्रॉपर्टी के लिए दोस्त को ही मार डाला, दो गिरफ्तार
देहरादून (ब्यूरो)। 31 अगस्त को जीवनवाला निवासी पारेश्वर प्रसाद शर्मा ने थाना डोईवाला में अपने चाचा सुभाष चन्द्र शर्मा की गुमशुदगी की सूचना दर्ज करवाई थी। उन्होंने बताया था कि 30 अगस्त को उनके चाचा शाम 5 से 6 बजे के बीच रोज की तरह घूमने निकले थे। देर रात तक उनका इंतजार करने पर भी वह घर वापस नहीं आए और मोबाइल भी स्विच ऑफ था। पुलिस ने गुमशुदगी के सूचना दर्ज की। जांच के दौरान बुजुर्ग के अपहरण की आशंका हुई तो पुलिस ने 11 सितंबर को अज्ञात के खिलाफ इस मामले में अपहरण की धारा जोड़ दी। डोईवाला पुलिस ने इस मामले का खुलासा करने के लिए टीम का गठन किया। टीम ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किए।
दोस्त पर पुलिस को शक
सीसीटीवी फुटेज खंगालते हुए पुलिस की नजर में सुभाष शर्मा का भरोसेमंद जानकार जीवनवाला निवासी विजय जोशी आया। 30 अगस्त की एक फुटेज में बुजुर्ग विजय जोशी के घर में जाते दिखे। उसी फुटेज में बुजुर्ग से पहले बाइक सवार दो लोग जाते दिखे। जांच में पता चला कि विजय जोशी गुमशुदा सुभाष चन्द्र शर्मा का काफी पुराना दोस्त है। सुभाष चन्द्र के सारे जमीन सम्बन्धी काम विजय जोशी ही किया करता था।
विजय ने देने थे 5 लाख
पुलिस को जांच में यह भी जानकारी मिली कि सुभाष शर्मा का विजय जोशी पर 4-5 लाख रुपये का उधार भी था। सुभाष शर्मा वापस मांग रहा था, लेकिन विजय जोशी अपनी आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण उधार वापिस नहीं दे पा रहा था। विजय जोशी प्रॉपर्टी डीलिंग व ठेकेदारी का काम करता है, उसका काम ठीक नहीं चल रहा था। सुभाष शर्मा ने विजय जोशी के जरिये बलविंदर सिंह निवासी जीवनवाला से एक प्लॉट का सौदा 26 लाख रुपये में किया था। इस प्लॉट का एग्रीमेन्ट विजय जोशी ने चालाकी से अपने नाम कर दिया था। इस प्लॉट की कीमत अब करीब 1 करोड़ रुपये है। सुभाष चन्द्र शर्मा प्लॉट को वापस अपने नाम करवाने के लिये विजय जोशी पर दबाव बना रहा था।
प्लॉट बना मर्डर का कारण
पुलिस के अनुसार विजय जोशी की किसी भी हाल में प्लॉट अपने हाथ से नहीं जाने देना चाहता था। इसके लिए उसने बुजुर्ग सुभाष शर्मा को रास्ते से हटाने की साजिश रची। उसने खैरीकला नेपाली फार्म सतपाल और वीरेंद्र उर्फ रविन्द्र को 5-5 लाख रुपये का लालच देकर अपनी साजिश में शामिल कर दिया। 30 अगस्त को जन्माष्टमी पर विजय जोशी की पत्नी बच्चों के साथ अपने मायके गई थी तो विजय जोशी ने सतपाल और वीरेन्द्र को अपने घर बुला लिया। थोड़ी देर बाद सुभाष शर्मा को भी उसने घर पर बुला लिया।
सुभाष शर्मा शाम को विजय जोशी के घर पहुंचे। काफी देर तक वे इधर-उधर की बातें करते रहे और बाद में मौका पाकर गला और नाक-मुंह दबाकर मर्डर कर दिया। इसके बाद तीनों ने मिलकर डेडबॉडी को सौंग नदी में फेंक दिया। बॉडी की पहचान न हो, इसके लिए कपड़े उतारकर जंगल में फेंक दिये। कपड़े और बॉडी बरामद
संदेह होने और अपहरण की कड़ियां जुड़ने के बाद पुलिस ने पहले विजय जोशी और बाद में वीरेन्द्र पुत्र रविन्द्र को गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर मृतक के कपड़े और सौंग नदी से शव भी पुलिस ने बरामद कर लिया। तीसरा आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है। उसकी तलाश की जा रही है। गिरफ्तार आरोपी
- विजय जोशी पुत्र स्व। दर्शन लाल जोशी, निवासी जीवनवाला, थाना डोईवाला, देहरादून, उम्र 48 वर्ष।
- विरेन्द्र उर्फ रविन्द्र पुत्र स्व। छोटन निवासी खैरीकलां, नेपाली फार्म श्यामपुर, थाना रायवाला, देहरादून उम्र। । 29 वर्ष।
फरार आरोपी
- सतपाल पुत्र स्व। धनीराम निवासी निवासी खैरीकलां नेपाली फार्म, श्यामपुर थाना रायवाला देहरादून।