एलिवेटेड रोड के 135 पिलर तैयार
- अगले साल के अंत तक एलिवेटेड एक्सप्रेस वे पर दौड़ेंगे व्हीकल
- एक्सप्रेस वे के फोर लेन एलिवेटेड रोड का काम तेज गति से शुरू
हर 200 मीटर दूरी पर एक पिलर
एक्सप्रेस-वे पर 294 पिलर बनने हैं, जिनमें से तकरीबन 135 पिलर खड़े कर दिए गए हैं। हर 200 मीटर दूरी पर एक पिलर खड़ा किया जा रहा है। कुछ पिलरों पर गार्डर लगाने का काम चल रहा है। ये पिलर नदी के बीचों-बीच हैं। नदी के बीच एलिवेटेड रोड बनाकर पर्यावरणीय क्षति को कम किया गया है। 159 पिलरों का निर्माण भी जल्द शुरू किया जाएगा। एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि इसी साल के अंत तक एलिवेटेड रोड के ऊपर सुपर स्ट्रक्चर का काम भी शुरू हो जाएगा।
दून-दिल्ली एक्सप्रेस वे के लिए तैयार हो रही थ्री लेन टनल और 9 किमी एलिवेटेड रोड 865 करोड़ रुपये में तैयार होगी। डाटकाली में टनल समेत करीब 2 किमी एलिवेटेड रोड भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के पास है, इसके बाद गणेशपुर तक 4 किमी रोड रामकुमार कंस्ट्रक्शन के पास है। टनल समेत यह 6 किमी रोड और टलन 766 करोड़ में बन रही है, जबकि डाटकाली से आशारोड़ी तक 99 करोड़ में साढे तीन किमी एक्सप्रेसवे वशिष्टा कंस्ट्रक्शन कंपनी निर्माण कर रही है। इस एक्सपे्रसवे के बनने से दून से दिल्ली की दूर 250 से घटकर 200 के करीब हो जाएगी। यही नहीं पांच घंटे सफर भी ढाई घंटे में पूरा हो जाएगा।
अगले साल के अंत तक दौड़ेंगे वाहन
दून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 दिसंबर 2021 को दून-दिल्ली एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया था। डाटकाली से गणेशपुर तक एलिफेंट कोरिडोर के चलते 12 किमी एलिवेटेड एक्सप्रेस-वे बरसाती नदी के ऊपर बनाया जा रहा है। दिसंबर 2023 तक प्रोजेक्ट को कंप्लीट करने की समय सीमा निर्धारित है, लेकिन बताया जा रहा है कि प्रोजेक्ट को जुलाई 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है। यह प्रोजेक्ट एक्सप्रेस-वे का 3.5 किमी हिस्सा डाटकाली से आशारोड़ तक उत्तराखंड की सीमा में है। इस हिस्से पर पुरानी सड़क को एक्सप्रेस-वे में तब्दील कर एलिवेटेड पास बनाए जाने हैं।
पंकज कुमार मौर्य, एनएचएआई, देहरादून
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