मेयर की पहली जनसुनवाई में निस्तारण का प्रतिशत जीरो
वाराणसी (ब्यूरो)। सीएम योगी आदित्यनाथ की ओर से लगातार जनसमस्याओं के निस्तारण के लिए अधिकारियों को ताकीद की जा रही है। आईजीआरएस में मिलने वाले आवेदन हों या सीएम हेल्पलाइन अथवा नगर निगम, थाना, तहसील, विकास खंड में पहुंचने वाले शिकायकर्ता, सबकी सुनवाई की जाए और उसका समाधान किया जाए। शिकायतकर्ता की संतुष्टि और फीडबैक ही समाधान का मानक है। बावजूद इसके वाराणसी में जनसमस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। हाल ये है कि निगम की नई सरकार आने के बाद मेयर की पहली जन सुनवाई में एक भी मामले का निस्तारण नहीं हो सका। कुल 23 शिकायतें आईं और सभी को पेंडिंग में डाल दिया गया.
नहीं हो रहा निस्तारणरायफल क्लब, तहसील में आने वाली शिकायतों के निस्तारण में देरी तो पुरानी बात हो गई है अब नगर निगम में आने वाली शिकायतों का निस्तारण नहीं हो रहा है, जबकि फरियादी लगातार अधिकारियों से गुहार व निवेदन कर रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अब तो नई सरकार भी आ गई। बावजूद इसके जनसमस्याओं का निस्तारण नहीं हो रहा है।
इन्होंने की शिकायतछह जून को सब संभव सुनवाई के दौरान नरेंद्र प्रकाश श्रीवास्तव, जितेंद्र, रामदुलार पटेल, आशीष रंजन, विवेक रंजन श्रीवास्तव, सोमनाथ, गुलजार, राहुल कुमार, अभिषेक गोस्वामी, गीता देवी, अंजुम बानो, चंदमोहन, बृजमोहन, सीएम पटेल, गणेश धाम समिति, दीप नारायण केशरी, मोहम्मद रुस्मान, रामप्यारे यादव, शिवम श्रीवास्तव, ललित सिंह, नित्यानंद राय व मिलिन्द श्रीवास्तव ने अपनी शिकायत दर्ज कराई। कुल 23 शिकायतें पहुंची, लेकिन किसी का निस्तारण नहीं हुआ। सभी शिकायतों को पेंडिंग में डाल दिया गया। इन शिकायतों का कब निस्तारण होगा, यह साहब ही जानते हैं।
नगर निगम में 31 मार्च को मैंने आवेदन किया था। निस्तारण नहीं होने पर 23 मई की जनसुनवाई में दोबारा शिकायत की। फिर भी कोई काम नहीं हुआ तो 6 जून को फिर अपनी समस्या लेकर पहुंचा, लेकिन अभी तक मुझे एनओसी नहीं मिली। आशीष रंजन, पहडिय़ा सरकारी जमीन से अवैध अतिक्रमण हटाने को लेकर पिछले चार साल से शिकायत कर रहे हैं, लेकिन अभी तक शिकायत का निस्तारण नहीं हुआ। नगर निगम टीम पुलिस का मामला बताकर पल्ला झाड़ रही है. रामप्यारे यादव, छित्तूपुर, सिगरा रोड की मरम्मत व स्ट्रीट लाइट लगवाने के लिए जनवरी से निगम के चक्कर काट रहा हूं। जनसुनवाई में कई बार प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन अभी तक कुछ भी नहीं हुआ. शिवम श्रीवास्तव, खुशहाल नगर 6 जून को ये शिकायतें आई- जोनल कार्यालय से फाइल गायब होने के संबंध में
- तालाब की खुदाई कराकर उसके मूल स्वरूप में लाने के संबंध में
- पुश्तैनी संपत्ति का नगर निगम से आख्या के संबंध में - एनओसी प्राप्त करने के संबंध में - रोड पर गड्ढा खोदकर सीवर का पानी बहाये जाने के संबंध में - सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने के संबंध में - सरकारी रोड पर चौका उखाड़ कर अवैध रूप से कब्जा करने के संबंध में - कार्य से हटाकर तीन माह की सैलरी न दिये जाने के संबंध में - नगर निगम द्वारा आवंटित भूमि पर पक्की शटर लगाने के संबंध में - मृतक आश्रित पर नियुक्ति के संबंध में - प्लम्बिंग लाइसेंस नवीनीकरण वर्ष 2023-24 का नवीनीकरण के संदर्भ में - सीवर लाइन बिछाने के बाद पैचवर्क का कार्य होने के संबंध में - जलकल के एसेसमेंट के संबंध में - गली में पक्की रोड का निर्माण के संबंध में - गली में रोड पर अवैध अतिक्रमण किये जाने के संबंध में - रोड की मरम्मत एवं स्ट्रीट लाइट लगवाने के संबंध में - नामांतरण के संबंध में - अवैध कब्जा के संबंध में - फर्जी तरीके से मकानों व जमीनों पर नामांतरण रोकने के संबंध में- दोषी व्यक्तियों व अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के संबंध में
शिकायतों का निस्तारण तत्काल कराया जाएगा। इसके लिए प्लानिंग की जा रही है। हर दिन इसकी मॉनिटरिंग भी मेरे द्वारा की जाएगी। जनता अपनी समस्या पहले पार्षद से बताएं। इसके बावजूद समस्या का समाधान नहीं होता है तो मैं उपलब्ध रहूंगा. अशोक तिवारी, मेयर