Varanasi news: कन्याओं के पांव पूजे
वाराणसी (ब्यूरो)। कहा जाता है कि कन्याएं मां दुर्गा का रूप होती हैैं। मौका जब नवरात्र का हो तो हर कोई कन्याओं का पूजन कर पुण्य का भागी बनना चाहता है। नवरात्र के अष्टमी तिथि पर मां से आशीर्वाद लेने के लिए शहर के मंदिरों और घरों में कन्या पूजन कर उन्हें फलाहार का भोग लगाया और पांव भी पूजे। नवरात्रि का पावन पर्व चल रहा है और माता का आशीर्वाद पाने के लिए हर कोई हर रोज कोई ना कोई अनुष्ठान करवा रहा है। इस क्रम में महा अष्टमी पर कई मंदिरों और संस्थाओं में कुंवारी कन्याओं का पूजन किया गया।
108 कन्याओं का पूजन
रविन्द्रपुरी कल्याण समिति के संरक्षक अनुज डिडवानिया 108 कन्याओं का पूजन कर आशीर्वाद लिया। रविन्द्रपुरी स्थित गोपी राधा इंटर कालेज में एक साथ 108 अन्याओं को बैठाया गया। इसके बाद उनके पांव को पखारा गया। तत्पश्चात विभिन्न प्रकार के व्यंजनों को परोसा गया। इसके बाद कन्याओं का पैर छूकर सभी ने आशीर्वाद लिया.
रामकुंड में पूजन
लक्सा स्थित रामकुंड मे श्री 1008 दैत्रा वीर बाबा मंदिर स्थल पर कन्या पूजन का भव्य आयोजन किया गया जिसमें 51 कन्याओं को विधि विधान से पूजन आरती कर भोजन करवाया गया और देश की खुशहाली के लिए प्रार्थना की गई। परंपराओं के अनुसार आज के दिन कन्याओं का पूजन विशेष फलदाई होता है। रामकुंड स्थित श्री 1008 दैत्रा वीर बाबा मंदिर स्थल पर कन्या पूजन का भव्य आयोजन किया गया जिसमें 51 कन्याओं को विधि विधान से पूजन आरती कर भोजन करवाया गया और कन्याओं को अनेक प्रकार का उपहार दिया गया। इस अवसर पर सैकड़ों क्षेत्रीय लोग शामिल हुए सभी ने माता स्वरूप कन्याओं को अपनी तरफ से उपहार स्वरूप सप्रेम भेंट देकर माता का आशीर्वाद लिया और सभी ने समाज परिवार क्षेत्र और देश की शांति खुशहाली और समृद्धि के लिए प्रार्थना किया.
रामलला का उत्सव
महादेव की नगरी में देवी मइया के जयकारों संग रामलला के जन्मोत्सव की उल्लास से सराबोर हो चुकी। त्रेतायुग के स्वामी प्रभु श्रीराम का प्राकट्य इस बार 17 अप्रैल को रामनवमी के रूप में मनाया जाएगा। इसके साथ ही शिव की काशी उनके आराध्य की भक्ति में डूबेगी। कहीं रामनाम का खाता खुलेगा, कहीं राममय रात सजेगी तो कहीं श्रीराम विवाह भी होगा।
गंगा की लहरों पर कार्यक्रम
गंगा की लहरों से लेकर घरों तक मर्यादा पुरुषोत्तम की पूजा होगी और झांकी भी सजाई जाएगी। मंदिरों में भी विधि-विधान से अनुष्ठान होंगे.
मंदिरों में आयोजन
मंदिरों में रामनवमी के आयोजन की तैयारियों को देर शाम तक अंतिम रूप दिया गया। खोजवां राम मंदिर, दुर्गाकुंड मार्ग स्थित इस्कॉन मंदिर एवं धर्मसंघ स्थित मणिमंदिर, विश्वनाथ गली और विश्वनाथ धाम में रामनवमी के धार्मिक अनुष्ठान होंगे। रामनवमी पर श्रीराम प्रतिमा संग शोभायात्रा भी निकाली जायेगी। प्रभु राम की तकरीबन साढ़े आठ की प्रतिमा को खोजवां के मूर्तिकार अभिजीत विश्वास ने सुंदर आकार दिया है.