गिनीज बुक में दर्ज गाना को डा. जगदीश पिल्लई ने कराया है रिकार्ड 38 घंटे में रामचरित मानस को अपनी धुन में गाकर बनाया रिकार्ड जगदीश पिल्लई के नाम यह पांचवां गिनीज बुक रिकार्ड का सम्मान


वाराणसी (ब्यूरो)गोस्वामी तुलसीदास द्वारा कृत श्रीरामचरित मानस का आडियो पाठ प्रज्ञा नगर-सुंदरपुर निवासी डा। जगदीश पिल्लई ने अपने सुरों में रिकार्ड किया है। इस 138 घंटे, 41 मिनट दो सेकेंड तक लगातार चलने वाले आडियो पाठ को दुनिया का सबसे बड़ा गाना माना गया है। गिनीज बुक आफ वल्र्ड रिकार्ड की ओर से इस श्रीरामचरितमानस पाठ को लांगेस्ट आफिशियली रिलीज्ड सांग यानी आधिकारिक तौर पर मान्यता प्राप्त दुनिया के सबसे लंबे गाने के रूप में दर्ज किया गया है। इससे पहले का रिकार्ड 115 घंटे का इंग्लैंड की म्यूजिक बैंड के नाम था। लेखक व रिसर्चर डा। जगदीश पिल्लई के नाम विश्व रिकार्ड दर्ज कराने वाले इस आध्यात्मिक गाने को आयुष मंत्री डा। दयाशंकर मिश्र ÓदयालुÓ ने बुधवार को उनके आवास पर रिलीज किया। पूरा पाठ कंपोज किया


काशी ङ्क्षहदू विश्वविद्यालय के केमिकल इंजीनियङ्क्षरग विभाग की नौकरी छोड़ लेखक और रिसर्चर के तौर पर कार्य कर रहे डा। जगदीश पिल्लई ने बताया कि रामचरित मानस के करीब 15000 दोहा-चौपाईयों और श्लोक को स्वर दिया है। मानस पाठ में जहां-जहां भी विश्राम हैं, वहां-वहां पर थोड़ा रोका गया है। पूरे ग्रंथ को अलग तरीके से स्वयं एक नए धुन में भजन और कीर्तन के साथ गाया गया है। इसे दुनिया भर के आधिकारिक म्यूजिक चैनल्स जैसे एप्पल म्यूजिक, स्पाटिफाई, अमेजान म्यूजिक आदि 100 से ज्यादा प्लेटफार्म पर प्रसारित किया जा चुका हैं।पांचवां गिनीज बुक अवार्डडा। जगदीश पिल्लई को इस बार पांचवां गिनीज बुक अवार्ड मिला है। वे चार साल से इस गाने को धुन में पिरो रहे थे। कोविड महामारी की वजह से काम डेढ़ साल तक थोड़ा रूक गया। डा। पिल्लई ने बताया कि हम Óसिम्फेनी आफ क्राउनÓ का रिकार्ड तोडऩा चाह रहे थे जो 48 घंटे का था, मगर तब तक इंग्लैंड के दो म्यूजिसियन्स ने 115 घंटे, 45 मिनट का गाना रिलीज कर इस रिकार्ड को तोड़ दिया। यह रिकार्ड एक दिसंबर 2021 को सेंट एल्बंस, हर्टफोर्डशायर, यूके के मार्क क्रिस्टोफर ली और द पाकेट गाड्स के नाम था।मंत्रों से की थी कामनाडा। जगदीश पिल्लई ने बताया कि इस गाने के दौरान 100 से ज्यादा बार अलग-अलग धुन में हनुमान चालीसा का भी पाठ किया। इससे पहले लाकडाउन के दौरान काशी के 56 परिवारों संग 11,551 बार Óलोका: समस्ता: सुखिनो भवन्तुÓ लिख कर दुनिया को महामारी से बचाने की कामना की थी। उन्हें उड़ीसा के महात्मा गांधी ग्लोबल पीस फाउंडेशन द्वारा दो साल के लिए विश्व शांति दूत की उपाधि से नवाजा गया था।चार साल में 380 घंटे तक रिकार्डिंग

115 घंटे का नया रिकार्ड बनने के बाद डा। पिल्लई ने इसे भी तोडऩे का प्लान बनाया। सुंदरपुर के बृजइन्क्लेव स्थित उन्नति म्यूजिक स्टूडियो से संपर्क किया गया। पूरे 380 घंटे तक रामचरित मानस के आडियो पाठ की रिकार्डिंग चली। इसमे एक दिन में अधिकतम आठ घंटे तक स्टूडिडियो में समय दिया। इसके लिए स्टूडियो ने कोई चार्ज नहीं लिया.

Posted By: Inextlive