फर्जी आधार व पैन कार्ड बनाने को बना दी वेबसाइट
वाराणसी (ब्यूरो)। वाराणसी साइबर क्राइम थाना पुलिस की जांच-पड़ताल में एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। वेबसाइट के जरिए फर्जी आधार कार्ड, पैनकार्ड, वोटर आईडी और अन्य दस्तावेज बनाने के खेल का खुलासा किया गया है। वेबसाइट से हर दिन दो हजार से अधिक आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेज बनाये गये हंै।
डेढ़ साल से गोरखधंधा वाराणसी में यह गोरखधंधा पिछले डेढ़ साल से चल रहा था। एक अनुमान के तहत इस वेबसाइट से पांच लाख से अधिक फर्जी दस्तावेज बनाये गये हैं। इसमें सबसे अधिक वाराणसी के आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी शामिल हैं। इसमें बिहार पूर्णिया के रहने वाले निरंजन कुमार को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में आरोपी के मुंह से इस फर्जीवाड़े का सच जानकर पुलिस के होश उड़ गए हैं। अफजल से ली ट्रेनिंगपूछताछ में निरंजन ने बताया कि यू-ट्यूब के जरिए साइबर अपराध की जानकारी ली। इसके बाद 2021 में पंकज यादव के जरिए साइबर फ्रॉड अफजल आलम से संपर्क किया। अफजल से फर्जी दस्तावेज बनाने की ट्रेनिंग ली। इसके बाद उसी ने वेबसाइट की जानकारी दी, जिससे फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी समेत अन्य दस्तावेज बनाया जाता है। एक दस्तावेज के लिए मात्र 20 रुपये वेबसाइट पर पे करना होता है, लेकिन कस्टमर से 100 से 500 रुपये तक चार्ज करते थे.
तीन में बंटता था पैसा निरंजन ने बताया कि वह वेबसाइट से हर दिन दो हजार से अधिक आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेज बनाता था। पिछले डेढ़ साल में दोनों वेबसाइट से पांच लाख से अधिक फर्जी दस्तावेज बनाये गये हैं, जिसमें सबसे अधिक वाराणसी के आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी शामिल है। इस गोरखधंधे से प्राप्त पैसे तीन हिस्से में बंटते थे, जिसमें निरंजन, पंकज व अफजल शामिल थे. खूब संपत्ति बनाई आधार कार्ड बनाने और प्रिंट करने का हमारे पास कोई वैध लाइसेंस नहीं है। बावजूद इसके इस गोरखधंधे से तीनों ने लाखों कमाए हैं। निरंजन ने इसी कमाई से बिहार के अररिया में मोबाइल की दुकान खोली, जमीन खरीदी, भाई की शादी में काफी पैसा खर्च किया, हिल स्टेशन के अलावा गोवा टूर के दौरान खूब मौज-मस्ती भी की, महंगे ब्रांडेड मोबाइल, कपड़े और जूते खरीदे, जुआ और शराब पर खूब पैसा खर्च किया। इसके अलावा उसके विभिन्न खातों में करीब 12 लाख रुपये जमा हैं. सभी कर सकते लॉगिननिरंजन ने बताया कि उनकी खुद की दो वेबसाइट हैं। यह वेबसाइट यूजर बेस्ड वेबसाइट है। इस पर कोई भी अपना एकाउंट बनाकर लॉगिन कर सकता है। इसमें आटोमेटिक आधार कार्ड, मैनुअल आधार कार्ड, पैन कार्ड समेत कई दस्तावेज बनाने के फीचर्स उपलब्ध हैं। फर्जी दस्तावेज बनाने के लिए ऑटोमैटिक प्रासेस हमारी वेबसाइट में है, जो एपीआई के माध्यम से कार्य करता है। यह वेबसाइट अफजल ने ही बनाया था.
बनाया फर्जी दस्तावेज हमारी वेबसाइट से अधिकतर साइबर अपराधियों ने फर्जी आधार, पैनकार्ड, वोटर आईडी समेत अन्य दस्तावेज तैयार किया है। हमारी वेबसाइट से जो भी पैसा आता है, उसे हम पेमेंट गेटवे के माध्यम से अपने खाते में सेटल करते थे। वेबसाइट में कोई गड़बड़ी आती है, तो उसे अफजल से ही ठीक कराते थे.साइबर पुलिस के अनुसार निरंजन फर्जी वेबसाइट बनाकर कूट रचित आधार कार्ड, पैन कार्ड बनाने के साथ साइबर अपराध में लिप्त था। उसने फर्जी आधार कार्ड के जरिए बड़ी मात्रा में फर्जी सिमकार्ड इशू कराए हैं। साथ ही बैंक खाता भी खुलवाया है। इसके गैंग में और भी सदस्य हैं, जो इस धंधे में लिप्त हैं। पंकज यादव और अफजल के अलावा अन्य लोगों की तलाश की जा रही है। बहुत जल्द ही अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। निरंजन के पास से मोबाइल और साढ़े पांच हजार नगद बरामद किए गए हैं। विभिन्न खातों में जमा करीब 1181132 रुपये को सीज कर दिया गया है.
फर्जी वेबसाइट बनाकर फर्जी तरीके से आधार, पैन, वोटर आईडी कार्ड समेत अन्य दस्तावेज बनाने और साइबर अपराध में लिप्त अंतरराज्यीय गैंग के सदस्य को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में कई जानकारी मिली है, जिसके आधार आगे की कार्रवाई की जा रही है. विजय नारायण मिश्र, प्रभारी, साइबर क्राइम थाना