बनारसियों का हिल रहा दिल
वाराणसी (ब्यूरो)। इस समय बनारसियों का दिल हिल रहा है। हार्ट अटैक से यूथ की मौत और एक के बाद एक वायरल वीडियो डर पैदा कर रहे हैं। लगातार सरकारी-प्राइवेट हॉस्पिटल और कार्डियोंलॉजिस्ट के यहां डरने वालों की लगातार भीड़ बढ़ रही हैं। डॉक्टर्स की मानें तो कार्डियक अरेस्ट और हार्ट फेल्योर से होने वाली मौत का वीडियो देखने के बाद दिल की बीमारी को लेकर लोगों में जागरुकता आई है। बीएचयू के एसएस हॉस्पिटल से लेकर मंडलीय हॉस्पिटल और प्राइवेट क्लीनिक में सैकड़ों लोग दिल में हल्का सा भी दर्द उठने पर तत्काल जांच के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसा इसलिए भी हो रहा है कि इन वीडियोज और खबरों ने लोगों को सेहत और अपने दिल का ख्याल रखने के लिए अलर्ट किया है.
केस-1
चितईपुर निवासी 30 साल के युवक एक प्राइवेट कंपनी में मैनेजर हैं। पिछले दिनों सोशल मीडिया पर उन्होंने एक ऐसा वीडियो देखा कि जिसमें डांस करता युवक अचानक से गिरा और उसकी मौत हो गई। वीडियो के अंत में पता चला कि उसे हार्ट अटैक आया था। इसके बाद उन्हें अजीब सा महसूस होने लगा। ऐसा लगा कि उनके सीने में दर्द हो रहा है। वो तत्काल डॉक्टर के पास इलाज कराने पहुंच गए। बीएचयू में जांच के बाद किसी तरह की कोई गंभीर समस्या न मिलने पर उन्होंने राहत की सांस ली। केस-2महमूरगंज के रहने वाले एक युवा सरकारी नौकरी करते है। पिछले माह उन्होंने सोशल मीडिया पर किसी फंक्शन में बैठे-बैठे गिरकर मौत हो जाने का वीडियो देखा। इसके साथ इस तरह की कई खबरें भी पढ़ीं। कुछ दिन बाद उन्हें सीने में दर्द महसूस होने लगा। उन्हें डर लगा कि कही उन्हें भी हार्ट की समस्या तो नहीं। वे जांच के लिए मंडसीय हॉस्पिटल पहुंचे। जहां जांच सिर्फ गैस की समस्या निकलने पर उनका डर समाप्त हुआ। जांच के बाद हो रहे टेंशन फ्र
बीएचयू के एसएस हॉस्पिटल के कॉर्डियोलॉजी ओपीडी में डेली हजार के करीब पेशेंट पहुंचते हैं। इनमें 15 से 20 परसेंट ऐसे ही पेशेंट हैं, जो किसी भी तरह का मामूली दर्द महसूस होने पर आते हैं। मंडलीय हॉस्पिटल की हृदय रोग विभाग ओपीडी में भी डेली पहुंचने वाले 100 पेशेंट में 25 फीसदी सीने में दर्द उठने वाले होते हैं। हालांकि जांच के बाद ज्यादातर लोगों में कोई ऐसी समस्या नहीं आ रही। बहुत से लोगों में गैस की वजह से भी दर्द की दिक्कत आ जाती है। जांच के बाद वे टेंशन फ्र हो रहे हैं। डॉक्टर्स ऐसे सभी मरीजों को सेहत के प्रति सचेत और दिल का ख्याल रखने की सलाह जरूर दे रहे हैं। कोरोना ने शरीर को कर दिया खोखला डॉक्टर्स का कहना है कि कुछ समय पहले हार्ट अटैक आने को या तो लोगों के खान-पान, लाइफ स्टाइल से या फिर उसकी उम्र से जोड़ा जाता था। लेकिन पिछले कुछ समय से हार्ट अटैक के जो मामले सामने आ रहे हैं, उसने लोगों को चौंकाने के साथ डरा कर रख दिया है। अच्छे खासे लोग नाचते-गाते या जिम में कसरत करते हुए या फिर यूं ही गिर जा रहे हैं। बाद में पता चल रहा है कि उन्हें हार्ट अटैक आया था। इस तरह की समस्या कोरोना महामारी के बाद से बड़ी तेजी से बढ़ी है। कोरोना ने शरीर को खोखला कर दिया है। इसमें सबसे ज्यादा यंगस्टर्स हैं। समय-समय पर कराते रहें जांच
चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉ। एसके अग्रवाल का कहना है कि क्लीनिक में डेली 700 से 800 पेशेंट आते हैं। इनमें ज्यादातर सांस और टीबी या अन्य समस्याओं से पीडि़त होते हैं। लेकिन जो लोग सिर्फ सीने में हल्के से दर्द की शिकायत लेकर आ रहे हैं, उनकी जांच के बाद सब कुछ नॉर्मल पाया जा रहा है। ऐसे लोगों में यह डर बैठ रहा है कि उन्हें भी कही कॉर्डियक की समस्या तो नहीं। फिर भी वे लोगों को यह सजेस्ट करते हैं कि समय-समय पर जांच कराते रहें। शॉक से होती है समस्याएं एक्सपर्ट की मानें तो ज्यादातर हार्ट की ऐसी समस्याएं लाइफस्टाइल, अनुवांशिकी, बीपी, ओबेसिटी, नशा, धूम्रपान आदि की वजह से होती है। कभी-कभी डिस्टर्बिंग वीडियोज देखने, किसी गंभीर घटना या फिर किसी बुरी खबर को सुनने-पढऩे के कारण भी हार्ट में प्रॉब्लम हो सकती है। ये लक्षण दिखें तो हो जाएं सावधानब्लॉकेज होना या ब्लॉकेज हुआ महसूस करनाघुटन होना या सांस लेने में कठिनाईसीने में दर्द लगातार उठते रहनाचलने-फिरने ने दिक्कत का सामना करनाबहुत जल्दी थककर बैठना या लेट जानायह बरतें सावधानी शरीर की क्षमता के अनुसार काम करेंबहुत ज्यादा ठंडे पानी का सेवन न करेंरुटीन के खाने-पीने पर खास ध्यान देंअल्कोहल, तंबाकू उत्पादों के प्रयोग से बचें5 किमी या 45 मिनट से ज्यादा वाकिंग-जॉगिंग न करें
ऐसा लगता है कि कोविड की वजह से शरीर की र1त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा है और यह दिल के दौरे की वजह हो सकती है। इस तरह की समस्या कोरोना महामारी के बाद से तेजी से बढ़ी है। कोरोना ने शरीर को खोखला कर दिया है। डॉ। एसके अग्रवाल, पूर्व एचओडी-चेस्ट डिपार्टमेंट, एसएस हॉस्पिटल बीएचयू हार्ट को लेकर लोगों में कॉफी अवेयरनेस आई है। वायरल वीडियो देखने के बाद या किसी भी वजह से लोग जांच के लिए पहुंच रहे हैं तो यह अच्छी बात है। ओपीडी में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ी है। डॉ। ओम शंकर, कॉडियोलॉजिस्ट- एसएस हॉस्पिटल बीएचयू युवाओं में दिल की बीमारी बढऩे की एक वजह लाइफ स्टाइल भी है। उनकी ओपीडी में पहले जहां गंभीर मरीज आते थे, वहीं अब सीने में हल्का सा भी दर्द होने पर जांच के लिए आने वाले मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है।डॉ। अंजन श्रीवास्तव, कॉर्डियोलॉजिस्ट- मंडलीय हॉस्पिटल