मंगलवार रात करीब 11 बजे सड़क पर घूम रहे सिरफिरे युवकों ने मामूली बात पर छित्तुपुर निवासी 34 वर्षीय अनिल कुमार के सिर पर ईंट से हमला कर उसकी हत्या कर दी. सीसीटीवी कैमरे में चार से पांच हमलावर वारदात को अंजाम देते कैद हुए हैं. मृतक के साथ उसका दोस्त जग्गू भी मौजूद था लेकिन वह भाग निकला. सिगरा पुलिस रात में ही घायल युवक को मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा ले गई

वाराणसी (ब्यूरो)। मंगलवार रात करीब 11 बजे सड़क पर घूम रहे सिरफिरे युवकों ने मामूली बात पर छित्तुपुर निवासी 34 वर्षीय अनिल कुमार के सिर पर ईंट से हमला कर उसकी हत्या कर दी। सीसीटीवी कैमरे में चार से पांच हमलावर वारदात को अंजाम देते कैद हुए हैं। मृतक के साथ उसका दोस्त जग्गू भी मौजूद था, लेकिन वह भाग निकला। सिगरा पुलिस रात में ही घायल युवक को मंडलीय अस्पताल (कबीरचौरा) ले गई, लेकिन तब तक उसकी सांसें थम गईं थीं। पुलिस अज्ञात हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए तीन युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

शराब पीने गया

छित्तुपुर के दयानगर निवासी रमेश कुमार के तीन पुत्रों में मंझला बेटा अनिल मंगलवार रात सोनिया निवासी जग्गू के साथ रथयात्रा में देसी ठेके पर शराब पीने गया था। शराब पीने के बाद दोनों शराब ठेके से कुछ दूर एक चबूतरे पर बैठे थे। उधर से पल्सर सवार तीन युवक गुजरे तो किसी बात को लेकर अनिल का उनसे विवाद हो गया। पुलिस के अनुसार विवाद के दौरान अनिल ने एक ईंट चलायी जो पल्सर सवार एक युवक को लगी तो उसका सिर फट गया।

पांच ने घेरकर पीटा

स्कूटी से दो और युवक धमक गए। पांचों युवक हमलावर हुए तो सिर पर ईंट के कई प्रहार से अनिल बेहोश हो गया। संघर्ष के दौरान अनिल का दोस्त जग्गू वहां से भाग निकला। लहूलुहान युवक को अचेत छोड़ पल्सर और स्कूटी सवार हमलावर युवक भी भाग गए। सिगरा इंस्पेक्टर राजू ङ्क्षसह ने बताया कि अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मृतक के भाई सुनील की तहरीर पर केस दर्ज कर सीसीटीवी के जरिए हमलावरों का सुराग मिल गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। दावा किया कि सभी को 24 घंटे में पकड़ लिया जाएगा।

मौत बन घूमते बाइकर्स

रात में सिरफिरे दबंगों के हमले में मौत की यह पहली घटना है। लेकिन सिरफिरे बाइकर्स के जानलेवा हमले की कई घटनाएं पूर्व में हो चुकीं हैं। जनपद का कोई एक थाना नहीं, बल्कि अधिकांश में ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। पुलिस मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई भी करती रही है। लेकिन आधी रात में मौत बनकर घूमने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर कभी कार्रवाई नहीं की गई। पुलिस को चाहिए कि ऐसी घटनाएं दुबारा न होने पाए।

Posted By: Inextlive