पांडेयपुर स्थित मानसिक चिकित्सालय में रविवार की सुबह 35 वर्षीय महिला बंदी सुषमा ने खुद के गले में चाकू घोंपकर जान दे दी. गले से खून का फव्वारा इस कदर फूटा कि अस्पताल प्रशासन के बचाव करने तक महिला की सांसें थम चुकी थीं.

वाराणसी (ब्यूरो)। पांडेयपुर स्थित मानसिक चिकित्सालय में रविवार की सुबह 35 वर्षीय महिला बंदी सुषमा ने खुद के गले में चाकू घोंपकर जान दे दी। गले से खून का फव्वारा इस कदर फूटा कि अस्पताल प्रशासन के बचाव करने तक महिला की सांसें थम चुकी थीं। इलाज को लाई गई महिला बंदी के आत्मघाती कदम उठाने में सफल हो जाना मानसिक अस्पताल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल है।

मानसिक अस्पताल के निदेशक डा। एके राय ने बताया कि सीजेएम के आदेश पर कौशांबी पुलिस ने 13 अप्रैल को महिला को इलाज के लिए दाखिल किया था। महिला अवसाद की स्थिति में यहां लाई गई थी। दावा किया वह बहुत हद तक ठीक भी हो चुकी थी। रविवार सुबह छह बजे से दो घंटे के लिए महिला मरीजों को फ्रेश होने के लिए बाहर निकाला गया था। कौशांबी से आई महिला अचानक किचन से सब्जी काटने वाला चाकू लेकर मैदान की ओर भागी, सुरक्षाकर्मी उसे रोक पाते उससे पूर्व ही उसने अपने गले में कई प्रहार कर अपनी जान दे दी। कैंट पुलिस शव को कब्जे में लेते हुए कौशांबी पुलिस को सूचना दे दी है।

Posted By: Inextlive