Varanasi news: बनारस में घट रहा पानी, बढ़ रही दुश्वारियां, घरों में पांव पखारने के बाद लौटने लगी गंगा
वाराणसी में गंगा का रौद्र रूप धीरे-धीरे शांत होने लगा है। गंगा व वरुणा नदी के किनारे घरों में पांव पखारने के बाद पानी का घटाव शुरू हो गया है। बुधवार शाम छह बजे तक गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 73 सेमी। नीचे आ गया। करीब 0.5 सेमी की रफ्तार से जलस्तर में घटाव जारी है। वर्तमान में गंगा नदी चेतावनी बिंदु से 27 सेमी ऊपर है। उधर प्रयागराज, फाफामऊ व मिर्जापुर में जलस्तर में घटाव की सूचना आ रही है, लेकिन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में दुश्वारियां बढ़ गई हैं। पानी जाने के बाद घरों में सांप, बिच्छू समेत जलीय जन्तु के मिलने का सिलसिला शुरू हो गया है। डर के मारे अब भी लोग घरों की छतों पर शरण लिए हुए हैं।
अस्सी की गलियों में भरा पानीगंगा में बाढ़ और वरुणा में पलट प्रवाह से तटीय क्षेत्रों में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। पानी का घटना शुरू हो गया है, लेकिन मणिकर्णिका घाट और अस्सी की गलियों में अभी तक पानी भरा है। इसके चलते गलियों के मकानों के प्रथम तल में पानी है। दुकानें बंद हो गई हैं, वहां नावें चल रही हैं। उस ओर पर्यटकों को जाने से मना कर दिया गया है। सुबह-ए-बनारस के मंच की ओर जाने वाले रास्ते को प्रशासन ने बांस-बल्लियों से घेर दिया है। इधर नदेसर, शास्त्री पुल, पीडब्ल्यूडी के पीछे व सारनाथ क्षेत्र के कई मुहल्लों में नालों से पहुंचे पानी के चलते लोगों को घर छोडऩा पड़ा है। बाढ़ से शहर के कुल नौ वार्ड सलारपुर, सरैया, हुकुलगंज, दानियालपुर, कोनिया, सिकरौल, जैतपुरा, चौकाघाट, डोमरी व सदर तहसील के सात गांव रामपुर ढाब, गोबरहा, लुठा कला, रामचंदीपुर, मोकलपुर, शिवदशा व छोतऊना प्रभावित हैं। लगभग 5000 लोग बाढ़ की विभीषिका झेल रहे हैं तो 448 परिवार के 2860 लोगों ने अपना घर-बार छोड़कर राहत शिविरों में शरण ली है।
चेतावनी बिंदु से 27 सेमी ऊपर गंगा18 सितम्बर को गंगा नदी का जनपद वाराणसी में जलस्तर शाम 6 बजे केंद्रीय जल आयोग के अनुसार 70.53 मीटर है। जिसमें 0.5 सेमी प्रति घंटा की दर से कमी दर्ज की जा रही है। जनपद में गंगा नदी का चेतावनी बिंदु 70.26 मीटर है और खतरे का बिंदु 71.26 मीटर है। अधिकतर जलस्तर 73.90 मीटर है। वर्तमान में गंगा नदी चेतावनी बिंदु से 27 सेमी ऊपर है। खतरे के बिंदु से 73 सेमी नीचे है। जिले में बाढ़ कंट्रोल रूम को चौबीसों घंटे के लिए क्रियाशील कर दिया गया है। प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। बाढ़ की आपात स्थिति में 05422508550, 05422504170, 9140037137 नंबरों पर फोन किया जा सकता है।
निरीक्षण के बाद डीएम ने निर्देश दिए फोटो है डीएम एस राजलिंगम ने रामपुर ढाब बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देशित किया कि नियमित रूप से साफ-सफाई व दवा का छिड़काव कराया जाय। विशेष रूप से बाढ़ का पानी उतरने पर क्षेत्र में समुचित सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराया जाए। डीएम ने प्राथमिक विद्यालय, रामपुर ढाब क्षेत्र बाढ़ पीडि़तों से चिकित्सा व्यवस्था, राशन वितरण और राहत कार्यों की जानकारी ली।