अवैध निर्माण करने में सबसे आगे जोन दो और जोन तीन का एरिया है. इन एरिया में पिछले एक साल में 70 अवैध निर्माण हुए हैं. इसके अलावा जोन एक चार व पांच में हुआ है. वाराणसी विकास प्राधिकरण ने सबसे अधिक अवैध निर्माण करने वाले एरिया को चिह्नित कर सील कर दिया है.

वाराणसी (ब्यूरो)। अवैध निर्माण करने में सबसे आगे जोन दो और जोन तीन का एरिया है। इन एरिया में पिछले एक साल में 70 अवैध निर्माण हुए हैं। इसके अलावा जोन एक, चार व पांच में हुआ है। वाराणसी विकास प्राधिकरण ने सबसे अधिक अवैध निर्माण करने वाले एरिया को चिह्नित कर सील कर दिया है। पिछले एक साल में 117 भवनों के खिलाफ सील की कार्रवाई की गई। इसके अलावा 10 के खिलाफ ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई। यही नहीं 2.6 हेक्टेयर सीलिंग भूमि विकास प्राधिकरण ने मुक्त कराया है।

छोटे भवन सबसे अधिक

वाराणसी विकास प्राधिकरण अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ एक्शन मोड में है। इसके लिए जोन एक से लेकर पांच तक के अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है कि अपने-अपने जोन में हर निर्माण पर नजर रखें। बिना नक्शा के कोई भी निर्माण न कर सके इसके लिए अभियान चलाकर चेक किया जा रहा है। अभियान के तहत एक हजार स्क्वायर फीट एरिया में बिना नक्शा पास करवाए निर्माण कार्य कर रहे हैं, उनके खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है।

वरुणा किनारे सबसे अधिक

वीडीए ने पिछले एक साल में सबसे अधिक अवैध कस्ट्रक्शन वरुणा किनारे हुआ है। वीडीए के जोन दो और जोन तीन में यह एरिया आता है। इनमें सारनाथ, जैतपुरा, आदमपुरा का क्षेत्र आता है। इसके अलावा जोन तीन में चौक, कोतवाली, चेतगंज और दशाश्वमेध का एरिया आता है। इन क्षेत्र में पिछले एक साल में 70 अवैध कंस्ट्रक्शन हुआ है। इनमें 20 सोसायटी भी शामिल है।

जोन चार व पांच

वाराणसी विकास प्राधिकरण के संयुक्त सचिव परमानंद यादव ने बताया कि जोन 4 व 5 में अवैध कंट्रक्शन में दूसरे नंबर पर है। जोन 4 में भेलूपुर, नगवा और जोन 5 में मुगलसराय और रामनगर का एरिया आता है। इन एरिया में पिछले एक साल में 61 अवैध निर्माण हुआ है। इनके खिलाफ सील की कार्रवाई की गयी है। इनमें शोरुम और काम्प्लेक्स भी शामिल जिनके खिलाफ सील की कार्रवाई की गयी।

10 भवन ध्वस्त

वाराणसी विकास प्राधिकरण ने पिछले एक साल में 10 भवनों के खिलाफ ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की है। वीडीए के अफसरों की मानें तो इनमें बड़े प्रोजेक्ट नहीं है। ज्यादातर वह है जिनको नक्शा बनवाने के लिए एक साल से अधिक का समय दिया गया। इसके बाद भी वे नक्शा नहीं बनवाए। वीडीए के नोटिस देने के बाद भी निर्माण कर रहे थे। ऐसे लोगों के खिलाफ अंत में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गयी।

7 पर एफआईआर

बार-बार नोटिस भेजने के बाद भी निर्माण कार्य न रोकने पर 7 के खिलाफ एफआईआर भी कराया गया है।

वाराणसी विकास प्राधिकरण बिना नक्शा के निर्माण करने वालों को नोटिस भेजता है। नोटिस का जवाब न देने पर सील की कार्रवाई की जाती है। कई लोगों ने सील को तोड़कर निर्माण कराना चाहा तो उनके खिलाफ एफआईआर कराया गया है।

पुलकित गर्ग, वीडीए उपाध्यक्ष

सील की कार्रवाई

जोन- 1 -शिवपुर सिकरौल

जोन- 2- सारनाथ, जैतपुरा, आदमपुर

जोन- 3- चौक, कोतवाली, चेतगंज दशाश्वमेध

जोन- 4- भेलूपुर, नगवा

जोन- 5- मुगलसराय और रामनगर

एक साल का एक्शन

117

भवनों को किया गया सील

10

मकानों को किया ध्वस्त

7

भवन मालिकों के खिलाफ एफआईआर

Posted By: Inextlive