नालों के मलजल से जिंदा वरुणा आजकल जलकुंभी से ढक गई है. इससे वरुणा के आसपास के इलाकों में मच्छरों की संख्या बढ़ गई है. लोग मच्छरजनित बीमारियों को लेकर भयाक्रांत हैं.


वाराणसी (ब्यूरो)। नालों के मलजल से जिंदा वरुणा आजकल जलकुंभी से ढक गई है। इससे वरुणा के आसपास के इलाकों में मच्छरों की संख्या बढ़ गई है। लोग मच्छरजनित बीमारियों को लेकर भयाक्रांत हैं। प्रभावित इलाकों में तटवर्ती हुकूलगंज, बघवानाला, पिपरहवा घाट, चौकाघाट, खजुरी मौजाहाल आदि शामिल हैं।

हुकूलगंज वार्ड के पार्षद बृजेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि समस्या के समाधान के लिए नगर निगम से कई बार शिकायत की गई। उसके बाद नगर निगम स्वास्थ्य विभाग की ओर से ट्रेस स्टीमर लगा कर जलकुंभी हटाई गई लेकिन आधी-अधूरी सफाई के कारण पिपरहवा घाट, खजुरी से बघवानाला पीपा पुल तक जलकुंभी फैली हुई है। इन क्षेत्रों में निकासी की कोई व्यवस्था न होने से नदी किनारे के क्षेत्र में गंदे पानी का तालाब बन गया है। इससे मच्छरों के लार्वा पनप रहे और मच्छर भिनभिनाते रहते हैं। पार्षद ने ट्रेस स्टीमर लगाकर जलकुंभी तत्काल हटाने व कीटनाशक दवा का छिड़काव करने की मांग नगर आयुक्त से की है।

Posted By: Inextlive