मंदिर की देखरेख महंत रविदास महाराज करते हैं. वहीं काफी संख्या में यहां सेवादार भी मौजूद हैं. मंदिर में स्थापित अष्ट धातु की मूर्तियां जनवरी 1999 में चोरी हो गई थीं. इसमें तीन बड़ी मूर्तियों को पुलिस ने बरामद कर मालखाने में रखा हुआ है.

वाराणसी (ब्यूरो)आजमगढ़ अनावश्यक घूमने से रोकने पर दो युवकों ने निजामाबाद थाना के गौसपुर गांव में तमसा व कुंवर नदी के संगम पर स्थित प्राचीन दत्तात्रेय आश्रम व मंदिर को बम से उड़ाने की शुक्रवार को धमकी दी। आरोप है कि अराजक तत्वों ने एसपी आफिस के नाम पर काल कर कार्रवाई को पांच हजार रुपये की डिमांड भी की। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। मामले को लेकर धाम में लोग जुटे रहे।

मंदिर की देखरेख महंत रविदास महाराज करते हैं। वहीं काफी संख्या में यहां सेवादार भी मौजूद हैं। मंदिर में स्थापित अष्ट धातु की मूर्तियां जनवरी 1999 में चोरी हो गई थीं। इसमें तीन बड़ी मूर्तियों को पुलिस ने बरामद कर मालखाने में रखा हुआ है। मंदिर परिसर बड़ा होने के कारण शरारती तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। इसके चलते मूर्तियों को वहां स्थापित नहीं किया जा रहा है। दो दिन पूर्व महंत पर शराब आदि पीने से रोकने पर पांच की संख्या में लोगों ने हमला किया था। शुक्रवार की सुबह कुछ अराजक तत्व मंदिर में घूम रहे थे। एक सेवादार के पूछने पर युवकों ने मंदिर को ही बम से उड़ाने की धमकी दे डाली। एएसपी सिटी शैलेंद्र लाल ने कहा कि महंत पर हमले की घटना में कार्रवाई चल रही है। कुछ आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। मंदिर को बम से उड़ाने व कार्रवाई के लिए पांच हजार की डिमांड की बात संज्ञान में नहीं है। यदि ऐसी शिकायत मिलती है तो जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

Posted By: Inextlive