अफजाल उमर और सुहेब के समझाने का भी नहीं दिखा असर पैरामिलिट्री फोर्स ने संभाला मोर्चा हलका बल प्रयोग भी किया तब जाकर सभी पीछे हटने लगे।


वाराणसी (ब्यूरो) गाजीपुर : माफिया मुख्तार अंसारी के जनाजे में इतनी भीड़ होगी और वो इतनी अशांति पैदा करेंगे, इसका अंदेशा किसी को नहीं था। हालांकि न तो सुरक्षा में लगे जवान कम थे और न उनकी मुस्तैदी में कोई नरमी थी। लेकिन कालीबाग कब्रिस्तान पहुंची भीड़ ने जब मुख्तार के समर्थन में नारेबाजी करने के साथ हो-हल्ला शुरू किया तो लगा हालात बेकाबू न हो जाएं। यहां तक कि भीड़ जिलाधिकारी आर्यका अखौरी और पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह से भी धक्का-मुक्की करने पर उतारू हो गई। लेकिन सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाला। हलका बल प्रयोग भी किया तब जाकर सभी पीछे हटने लगे। मुख्तार का जनाजा उसके घर से उठा तो जिलाधिकारी आर्यका अखौरी और पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह स्वयं भारी फोर्स के साथ मुस्तैद रहे। घर से जनाजा उठने के बाद ताबूत में मुख्तार के शव को लेकर स्वजन प्रिंस टाकिज मैदान पहुंचे और यहां जनाजे की नमाज अदा की। इसके बाद डीएम-एसपी कब्रिस्तान स्थल आ गए। इससे पूर्व यहां तैनात अपर पुलिस अधीक्षक नगर ज्ञानेंद्र प्रसाद भीड़ को नियंत्रित करते रहे। मुख्तार का जनाजा कब्रिस्तान पहुंचा तो भीड़ को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया, लेकिन लोग आगे बढ़ने लगे। कब्रिस्तान के गेट पर भीड़ देखकर पुलिस अधीक्षक ने अफजाल को बुलाया और भीड़ को वापस जाने के लिए कहने को बोला। अफजाल ने सबसे अनुरोध किया और वापस चले गए। इसके बाद मुख्तार का छोटा बेटा उमर अंसारी पहुंचा और माइक से अनुरोध करने लगा, लेकिन तब तक लोगों की संख्या काफी बढ़ गई थी। नारेबाजी भी शुरू हो गई थी। उमर की आवाज शोरगुल में गुम हो गई। शव रखे ताबूत को कब्रिस्तान के गेट के अंदर ले जाते ही बड़ी संख्या में लोगों ने अंदर घुसने का प्रयास किया। गेट बंद करते-करते भी कई लोग अंदर चले गए। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो भीड़ और तेजी से नारेबाजी करने लगी, इससे कुछ देर के लिए माहौल काफी असहज कर देने वाला। तब तक पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह हाथ में डंडा लेकर गेट पर पहुंचे और तत्काल फटकारते हुए सभी को वहां से हटाया। ---- तीन अलग-अलग समूह में पहुंची भीड़: कालीबाग कब्रिस्तान में मुख्तार का जनाजा पहुंचने से पहले स्थिति सामान्य थी। पुलिस ने मोटा रस्सा लगाकर बैरिकेडिंग कर रखी थी। सबसे पहले सांसद अफजाल अंसारी और मुहम्मदाबाद विधायक सुहेब अंसारी पहुंचे। दोनों के साथ काफी संख्या में लोग थे। भीड़ को पुलिस ने आगे बढ़ाने का प्रयास किया, लेकिन बहुत से लोग नहीं गए। इसके बाद पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी पहुंचे। फिर अंत में मुख्तार का जनाजा पहुंचा। इसमें उम्मीद से कहीं अधिक भीड़ रही। जनाजे को देखकर उपस्थित लोगों ने नारेबाजी करना शुरू कर दी और पुलिस की रस्सा वाली बैरिकेडिंग भी हटा दी। ---- जब भीड़ कब्रिस्तान पहुंची तो अनियंत्रित थी। उन्हें नियंत्रित किया गया। कुछ लोगों ने नारेबाजी की। उनकी वीडियो रिकार्डिंग की गई है। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल मुहम्मदाबाद सहित पूरे जनपद में शांति व्यवस्था बनी हुई है। - ओमवीर सिंह, पुलिस अधीक्षक

Posted By: Inextlive