Varanasi news: डॉ. ओमशंकर के समर्थन में हास्टलर्स ने बाहर निकाले बेड
वाराणसी (ब्यूरो)। आइएमएस बीएचयू में कार्डियोलाजी विभाग के अध्यक्ष प्रो। ओमशंकर का अनशन के नौवें दिन रविवार को आक्रोश बढ़ गया। बीएचयू के छात्रों ने प्रोफेसर के समर्थन में राजाराम हास्टल से बेड निकालकर सड़क पर प्रदर्शन किया। कहा कि मरीजों के लिए बेड चिकित्सा अधीक्षक को दान करेंगे। पीजी के छात्रों ने बताया कि मरीजों के लिए मांगें जायज हैं, इसके बाद भी अस्पताल प्रशासन मरीजों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रहा है। चेतावनी दी कि यदि जल्द ही मांगें नहीं मानी गईं तो बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा.
रोजाना बढ़ रही संख्याअनशन का समर्थन करने वालों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। राजनीतिक दलों, शिक्षकों, सामाजिक संस्थानों के पदाधिकारियों और छात्रों ने समर्थन देते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन से मांगों पर कार्रवाई करने के लिए कहा है। डा। ओमशंकर 11 मई से अनशन पर हैं, उनका कहना है कि आइएमएस निदेशक ने आठ मार्च 2024 को निर्देश दिया था कि हृदय रोग के मरीजों के लिए सुपरस्पेशियलिटी ब्लाक का पूरा चौथा तल और पांचवें तल पर निर्धारित जगह दिया जाए लेकिन अब वह अपनी बातों से मुकर रहे हैं। वह बेडों का गणित समझाकर मांगों से भटका रहे हैं। यह गलत है। एमएस को हटाने की मांग पर बीएचयू प्रशासन खामोश है। दोनों मांग पूरी होने तक अनशन जारी रहेगा.
सोशल मीडिया पर हो रही किरकिरी बीएचयू अस्पताल का ये मुद्दा वाराणसी हॉस्पिटल्सकैम के हैशटैग से शनिवार को एक्स हैंडल पर 4 घंटे तक नंबर 1 ट्रेंडिंग बना रहा। इससे बीएचयू अस्पताल की न सिर्फ बनारस बल्कि देशभर में किरकिरी हो रही है। इधर प्रो। ओम शंकर का कहना है, अब तो दिन हो या रात, हर समय अपनी ओपीडी में ही पड़ा रहता हूं। यहां पर हर वक्त मरीजों का आना-जाना लगा रहता है। आंदोलन को सपोर्ट और इलाज कराने वालों के लिए फोन पर भी 24 घंटे उपलब्ध हूं। प्रो। ओमशंकर का दावा है कि 9 दिनों तक अनशन करते हुए उन्होंने 1000 से ज्यादा मरीजों का इलाज कर दिया। साथ ही, इनके अंडर में कंसल्टेंट ने 50 मरीजों की एंजियोप्लास्टी सर्जरी भी की। उनका कहना है कि इस बीच न तो इलाज रुका और न ही सर्जरी.