Varanasi news. बनारस में बिजली की खपत ने पिछले साल का रिकार्ड भी तोड़ा, ओवरलोड से फूंकने लगे ट्रांसफार्मर
वाराणसी (ब्यूरो)। बेतहाशा गर्मी और आसमान से बरसते आग ने हर किसी का सिर दर्द बढ़ा दिया है। चिलचिलाती धूप और तपिश भरी गर्मी से राहत पानी के लिए लोग फ्रिज, कूलर और एसी का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसकी वजह से बिजली की खपत भी बढ़ गई है। जानकारों की मानें तो समय से पहले इतनी भीषण गर्मी पडऩे से इस बार बिजली की खपत ने पिछले साथ का रिकार्ड भी तोड़ दिया है। विभाग के कस्टमर केयर में जहां अलग-अलग एरियाज से लाइन ट्रिप, ब्रेक डाउन, अघोषित कटौती की शिकायतें आ रही हैं। वहीं धूप में हीट होने और ओवर लोड के चलते ट्रांसफार्मर फुंकने जैसी भी शिकायत आ रही है। रविवार को भी जिला मुख्यालय क्षेत्र में एक ट्रांसफार्मर में आग लग गई, जिससे कुछ घंटे के लिए पावर सप्लाई बाधित रही.
अप्रैल में इस साल 130 मेगावाट ज्यादाबिजली विभाग के मुताबिक बनारस में कुल 44 सब-स्टेशन हैं, जिसके तहत 180 फीडर्स से आपूर्ति होती है। पिछले साल अप्रैल की तुलना में इस साल अप्रैल माह में बिजली की डिमांड ने रिकॉर्ड बना दिया है। अधिकारियों के मुताबिक इस माह अब तक 610 मेगावॉट बिजली खर्च हुई है, जो इस माह का सबसे अधिक बिजली खपत का रिकॉर्ड है। पिछले साल अप्रैल में बिजली की खपत 480 मेगावॉट के करीब थी.
जनवरी से 77 ट्रांसफॉर्मर जले वैसे गर्मी के दिनों में सबसे ज्यादा शिकायतें ट्रांसफार्मर खराब होने और आग लगने की आती है। आंकड़े के अनुसार जनवरी से अब तक बनारस डिस्ट्रक्ट में 77 से ज्यादा ट्रांसफार्मर जल चुके हैं। हालांकि पिछले साल की तुलना में यह आंकड़ा काफी कम है और जलने वाले ट्रांसफार्मर ग्रामीण क्षेत्र के ज्यादा है. बत्ती गुल होने से परेशान बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए संडे को पांडेयपुर-आजमगढ़ मार्ग के चौड़ीकरण के चलते उदयपुर उपकेंद्र के बेलवा बाबा फीडर पर सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक पावर सप्लाई पर ब्रेक लगाया गया। इससे पांडेयपुर चौराहा, राय साहब का बगीचा, लालपुर मस्जिद, लमही समेत कई एरियाज की बिजली आपूर्ति बाधित रही। इससे क्षेत्र के करीब 2 हजार लोगों को दिक्कत हुई। संडे का दिन होने से सभी लोग घरों में ही रहे, इससे लोगों को और भी ज्यादा प्रॉब्लम फेस करनी पड़ी। वहीं महमूरगंज एरिया में दो घंटे तक सप्लाई बाधित रहा। इससे पहले शनिवार की शाम 7 बजे से रविवार रात 2 बजे तक आदित्य नगर करौंधी के करीब दो हजार से ज्यादा लोग अंधेरे में रहें।इन एरियाज में भी बिजली संकट
लक्सा, गोदौलिया, कमच्छा, रथयात्रा, मलदहिया, सिगरा, महमूरगंज, अवलेसपुर, चितईपुर, लहरतारा, लेढुपुर, पहडिया, शंकुलधारा, मंडुआडीह, मढ़ौली, प्रहलादघाट, मच्छोदरी, बेनियाबाग, मैदागिन, जैतपुरा, नदेसर, सुंदरपुर, बांसफाटक, मंडुआडीह, सारनाथ, पहडिय़ा, पांडेयपुर, पड़ाव, करसड़ा, अमरा आदि. -------- फैक्ट फाइल 44 सब-स्टेशन हैं बनारस में 180 फीडर्स से आपूर्ति होती है 130 मेगावाट बिजली की खपत बढ़ गई एक माह में 610 मेगावॉट बिजली की खपत हो गई अप्रैल में शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर आम उपभोक्ता बिजली संबंधी समस्या के लिए टोल फ्री नंबर 1912 पर भी फोन कर सकते हैं। फिर नजदीक के बिजली उपकेंद्र, फीडर से भी बिजली कटौती की जानकारी ले सकते हैं। कहीं कोई फॉल्ट है तो तत्काल बिजली कर्मियों को सूचित किया जा सकता है। संडे होने की वजह से लेट में सोकर उठा था। सारा काम पूरा हुआ भी नहीं कि 11 बजे लाइट चली गई। आधे घंटे तक इंतजार करने के बाद 1912 पर कॉल किया तो पता चला कि विकास कार्य के लिए तीन घंटे का शटडाउन लिया गया है। दो बजे तक बिजली आएगी. सुशील सिंह, पांडेयपुरशनिवार की शाम करौंदी में 7 बजे से बत्ती गुल हो गई थी। दो घंटे न आने पर 1912 पर फोन किया। इसके बाद भी लाइन चालू नहीं हुआ। फिर एरिया के जेई को फोन किया गया तो पता चला कि फॉल्ट है, जिसे ठीक कराया जा रहा है। रात दो बजे तक पूरा एरिया अंधेरे में रहा.
प्रमोद उर्फ गब्बू, करौंदी टूरिस्ट प्लेस की वजह से शहर में बढ़ रहे होटल्स में एसी की खपत बढ़ गई है। इसके अलावा घरों में भी कूलर और एसी की संख्या भी बढ़ी है। इन सबका लोड ट्रांसफार्मर और फीडर पर ही पड़ता है। हालांकि टांसफार्मर की क्षमता बढ़ाई गई है, ताकि पब्लिक को परेशानी न हो। ज्यादा लोग वाले फीडर को भी चिन्हित किया जा रहा है. अरविंद कुमार, चीफ इंजीनियर, पीवीवीएनएल