अपने हेल्थ की जांच करने एक व्यक्ति कबीरचौरा के इमरजेंसी विभाग में पहुंचा तो हेल्थ एटीएम के न मिलने पर काफी मायूस हुआ. पूछने पर कर्मचारी ने बताया कि हेल्थ एटीएम को रूम में रख दिया गया है

सीन-1

वाराणसी (ब्यूरो)। अपने हेल्थ की जांच करने एक व्यक्ति कबीरचौरा के इमरजेंसी विभाग में पहुंचा तो हेल्थ एटीएम के न मिलने पर काफी मायूस हुआ। पूछने पर कर्मचारी ने बताया कि हेल्थ एटीएम को रूम में रख दिया गया है। हेल्थ एटीएम को ऑपरेट करने के लिए कोई स्टाफ नहीं मिला, इसलिए ताले में बंद करके रख दिया गया है। बाहर रखा था तो स्पेस घेर रहा था। इसलिए अंदर रख दिया गया है।

सीन- 2

चौकाघाट के सीएससी में लगे हेल्थ एटीएम में एक पेशेंट ने बीपी चेक करने के लिए जैसे ही हेल्थ एटीएम का बटन दबाया तो कोई रिस्पांस नहीं मिला। इसके बाद उसने दोबारा बटन दबाया, फिर भी कोई रिस्पांस नहीं मिला। पर्ची वाले बटन पर प्रेश किया तो कोई पर्ची नहीं निकली। इसके बाद वह नाराज होकर चला गया। लैब रूम में रखे-रखे हेल्थ एटीएम के सारे पाट्र्स खराब हो चुके हंै। कोई भी बटन काम नहीं करता है। बटन दबाने पर कोई भी रिएक्शन नहीं होता है।

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कैंट रेलवे स्टेशन पर लगा हेल्थ एटीएम भी शोपीस बना हुआ है। कई यात्री एटीएम में हेल्थ चेकअप के लिए पहुंचे तो एटीएम में कोई एक्टिविटी ही नहीं हुई। कई बार लोगों ने बटन भी दबाया, लेकिन फंक्शन न करने पर यात्री वापस चले गए। बीच में ग्रीन लाइट जल रही थी। इसके अलावा और बटन काम नहीं कर रहा था। कई बार चेक करने पर भी न तो पर्ची निकली, न ही बॉडी चेकअप के बारे में बताया।

यह तीन हेल्थ एटीएम का हाल है। शहर के 23 स्थानों पर हेल्थ एटीएम लगा था। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम जब सार्वजनिक स्थलों पर पहुंची तो कई जगह एटीएम का अता-पता नहीं था। जहां था भी तो वहां खराब मिला। सिर्फ पं। दीनदयाल उपाध्याय में लगा एटीएम अपडेट मिला। बाकी स्थानों पर हेल्थ चेकअप के लिए लगा हेल्थ एटीएम ज्यादातर खराब हो चुके हंै। कई जगह तो मशीन को ऑपरेट करने के लिए कर्मचारी न मिलने पर हटाकर किनारे कर दिया गया है।

ताले में हेल्थ एटीएम

कबीरचौरा के इमरजेंसी विभाग में प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में मरीज आते हैं। वहां पर लगे हेल्थ एटीएम को हटाकर ताले में बंद कर दिया गया है। हेल्थ एटीएम के न रहने पर कई पेशेंट बिना चेकअप के ही वापस चले जाते हैं। पूछने पर कर्मचारियों ने बताया कि हेल्थ एटीएम को ऑपरेट करने के लिए कर्मचारी नहीं हैं। इसलिए हटाकर दूसरे रूम में रख दिया गया है।

59 से अधिक जांच होने का दावा

दो साल पहले शहर के 23 स्थानों पर हेल्थ एटीएम लगाया गया था। इनमें 59 प्रकार के जांच का दावा किया गया था लेकिन सभी दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं। यही नहीं हेल्थ एटीएम में जांच कराने पर दस मिनट में गंभीर बीमारियों का पता लग जाएगा। ऐसा विभागीय अधिकारियों ने दावा किया था।

हेल्थ एटीएम में यह थी सुविधाएं

एटीएम के जरिए शरीर की स्क्रीनिंग, ब्लड प्रेशर, शुगर, वजन, लंबाई, शरीर का तापमान, शरीर में आक्सीजन की मात्रा, बाडी मास इंडेक्स, मेटाबालिक एज, बाडीफैट, डिहाइड्रेशन, पल्स रेट, मसल मास आदि की जांच कराने की सुविधा थी। इसमें पैथोलाजी टेस्ट के साथ ग्लूकोज, हीमोग्लोबिन, लिपिड प्रोफाइल की जांच नि:शुल्क व्यवस्था है।

सभी सीएचसी, पीएचसी और सार्वजनिक स्थलों पर मशीनें हंै। स्टेशनों पर कर्मचारी इसे इधर-उधर करते रहते हैं। कैंट से मशीन हटाने की मांग की गयी थी लेकिन नहीं हटाया गया। एटीएम ऐसे ही पड़ा हुआ है। 14 एटीएम की मरम्मत के लिए 14 लाख रुपए का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है।

डा। एके मौर्या, एसीएमओ व नोडल ऑफिसर ऑफ एटीएम

Posted By: Inextlive