Varanasi News: ये वाराणसी पुलिस है... सीपी के आदेश पर ही दर्ज करती एफआईआर!
वाराणसी (ब्यूरो)। Varanasi News: यह कोई पहला या दूसरा मामला नहीं है, जब संबंधित थाने में पीडि़त की शिकायत को नजरअंदाज किया गया। कमिश्नरेट पुलिस के लगभग सभी 28 थानों में इस तरह की रवायत लंबे समय से चली आ रही है। यही वजह है कि पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल, संयुक्त पुलिस कमिश्नर डॉ। के एजिलरसन और एडीसीपी महिला अपराध ममता रानी की जनसुनवाई में आए दिन भीड़ जुटती है।
केस-1कोतवाली एरिया के जागेश्वर महादेव मंदिर में पत्नी का मंगलसूत्र चोरी की घटना में बार-बार थाने से लौटाये जाने पर पीडि़त पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचे। करीब दस दिन बाद सीपी के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की।
केस-2
मंडुवाडीह एरिया निवासी युवती की सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक फोटो बनाकर प्रसारित करने के मामले में बेटी संग थाने पहुंची मां ने तहरीर दी तो पुलिस ने यह कहकर लौटा दिया कि आरोपित रोहनियां थाना क्षेत्र के हैं, इसलिए मुकदमा भी रोहनियां में होगा। मां-बेटी रोहनिया थाने पहुंची तो यहां भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। बाद में सीपी के आदेश पर एफआईआर दर्ज हुई।
28 थानों में एक जैसी रवायत
यह कोई पहला या दूसरा मामला नहीं है, जब संबंधित थाने में पीडि़त की शिकायत को नजरअंदाज किया गया। कमिश्नरेट पुलिस के लगभग सभी 28 थानों में इस तरह की रवायत लंबे समय से चली आ रही है। यही वजह है कि पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल, संयुक्त पुलिस कमिश्नर डॉ। के एजिलरसन और एडीसीपी महिला अपराध ममता रानी की जनसुनवाई में आए दिन भीड़ जुटती है। संबंधित कार्यालय के अनुसार संयुक्त पुलिस कमिश्नर के पास प्रतिदिन 120 से अधिक मामलों की जनसुनवाई होती है। ममता रानी के पास भी रोजाना 60 से 70 शिकायतें आती हैं। पुलिस कमिश्नर भी 30 से 40 मामले सुनते हैं। थाना, एसीपी और डीसीपी के यहां सुनवाई या कार्रवाई से संतुष्ट नहीं होने पर लोग आईजीआरएस पर भी शिकायतें अपलोड करते हैं।
सीपी ने तय किया टारगेट
थाना, एसीपी व डीसीपी स्तर पर संतोषजनक कार्रवाई नहीं होने पर सीपी मोहित अग्रवाल ने टारगेट ओरियंटेड पुलिसिंग के तहत तीनों जोन के डीसीपी को सितंबर का लक्ष्य दिया। इसमें हत्या, दुष्कर्म, दहेज हत्या, गैंगस्टर के 81 केसों का निस्तारण, एनएसए, गैंगस्टर, गुंडा एक्ट की कार्रवाई और जनता की शिकायतों का त्वरित और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने का टारगेट दिया है। साथ ही थानों की कार्यप्रणाली में सुधार करने की हिदायत भी दी। पब्लिक के फीडबैक को गंभीरता से लेने का आदेश दिया है। बच्चों, वृद्धजनों और महिलाओं के विरुद्ध अपराधों पर विशेष ध्यान देने को कहा।
भदोही विधायक जाहिद बेग के परिजनों को फंसाने, पुलिस दुव्र्यवहार, सपा प्रमुख अखिलेश यादव का पुतला जलाने व कार्यकर्ताओं के ऊपर फर्जी मुकदमे को लेकर प्रतिनिधिमंडल ने एडिशनल पुलिस कमिश्नर एस चिन्नपा से ज्ञापन सौंपा। एमएलसी आशुतोष सिन्हा व सपा जिलाध्यक्ष सुजित यादव लक्कड़ ने कहा कि सिगरा पुलिस के संरक्षण में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव का पुतला जलाया, लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की। इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तो कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस मौके पर पूर्व महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा, इस्तकबाल करैशी, आनंद मौर्य, उमेश यादव, मनीष सिंह, सत्य प्रकाश सोनकर आदि थे।
जमीन के मामले ज्यादा
वाराणसी में कमिश्नरेट के गोमती, वरुणा और कोतवाली जोन में हर दिन प्रॉपर्टी विवाद को लेकर औसतन 40 शिकायतें आती हैं, जिसमें सबसे अधिक मामले वरुणा जोन के होती हैं। वाराणसी कमिश्नरेट के 28 थाना क्षेत्रों से 60 से लेकर 120 लोग अपनी शिकायत लेकर आते हैं, जिसमें आधे से अधिक शिकायतें जमीन विवाद को लेकर होती हैं। सबसे अधिक वरुणा जोन में जमीन को लेकर धोखाधड़ी के केस आ रहे हैं। इस जोन में कई थानों का दायरा शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी फैला है। इसमें रोहनियां, शिवपुर, सारनाथ, चोलापुर, चौबेपुर, लालपुर-पांडेयपुर थाना क्षेत्र प्रमुख है। वरुणा जोन में जनवरी से अगस्त के बीच कुल 66, जबकि काशी जोन में 42 और गोमती जोन में 35 मुकदमे दर्ज हुए हैं।