रामनगर डोमरी में आयोजित शिवपुराण कथा को सुनने के लिए कानपुर जबलपुर मधुबनी सिहौर नोएडा देहरादून सुलतानपुर सहारनपुर मेरठ बीना भोपाल आरा कैमूर पटना समेत तमाम बड़े शहरों से हजारों की संख्या में महिलाएं पहुंची हैं. कथा के पहले दिन ही देहरादून की नेहा चितईपुर की चंदा मंडुवाडीह की संगीता जबलपुर की उपासना भभुआ की रामकली कैमूर की शकुंतला सिंह मिर्जापुर की रूपा नारायणपुर की गुड्डी आरा की प्रमिला पासवान सिहोर की धनेश्वरी देवी कानपुर की सौम्या श्रीवास्तव जबलपुर की दीपिका भारती प्रयागराज की कोकिला दुबे समेत 200 से अधिक महिलाओं के गले से सोने की चेन और मंगलसूत्र और मनी पर्स उड़ा दिए गए. भीड़ में शामिल महिला चोरों ने इतनी सफाई से घटना को अंजाम दिया कि किसी को पता ही नहीं चल पाया

वाराणसी (ब्यूरो)। रामनगर डोमरी में आयोजित शिवपुराण कथा को सुनने के लिए कानपुर, जबलपुर, मधुबनी, सिहौर, नोएडा, देहरादून, सुलतानपुर, सहारनपुर, मेरठ, बीना, भोपाल, आरा, कैमूर, पटना समेत तमाम बड़े शहरों से हजारों की संख्या में महिलाएं पहुंची हैं। कथा के पहले दिन ही देहरादून की नेहा, चितईपुर की चंदा, मंडुवाडीह की संगीता, जबलपुर की उपासना, भभुआ की रामकली, कैमूर की शकुंतला सिंह, मिर्जापुर की रूपा, नारायणपुर की गुड्डी, आरा की प्रमिला पासवान, सिहोर की धनेश्वरी देवी, कानपुर की सौम्या श्रीवास्तव, जबलपुर की दीपिका भारती, प्रयागराज की कोकिला दुबे समेत 200 से अधिक महिलाओं के गले से सोने की चेन और मंगलसूत्र और मनी पर्स उड़ा दिए गए। भीड़ में शामिल महिला चोरों ने इतनी सफाई से घटना को अंजाम दिया कि किसी को पता ही नहीं चल पाया। कथा खत्म होते ही कई महिलाएं रोने लगी, यह देखकर हर कोई हैरान हो गया। पुलिस को जानकारी हुई तो हड़कम्प मच गया। डीसीपी के आदेश पर कई महिला पुलिस सादे वर्दी में कथा स्थल पर सक्रिय हो गई। इस बीच दो महिलाओं पर शक हुआ तो पुलिस ने दबोच लिया। पूछताछ में चौकाने वाली जानकारी सामने आई। ये सिर्फ दो ही नहीं, बल्कि इनका पूरा गैंग है, जिनकी संख्या 15 से अधिक है। पुलिस ने एक-एक कर सभी को गिरफ्तार कर लिया, ये महिलाएं चंदौली, गाजीपुर व बिहार की रहने वाली हंै।

दो माह पहले भी पकड़ा गया था चोरनी गैंग

धार्मिक आयोजन में महिलाओं के गले से सोने की चेन गायब होने की यह पहली घटना नहीं है। इसके पहले देव दीपावली पर भी गंगा घाट किनारे कई महिलाओं के गले से सोने की चेन उड़ा दी गई। बनारस के घाटों पर पर्व और त्योहारों पर श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ के बीच महिलाओं को टारगेट करने वाला गैंग पहले से ही सक्रिय है। 24 सितंबर को दशाश्वमेध थाना पुलिस ने महिलाओं के एक शातिर गैंग को गिरफ्तार किया था। इस गैंग के सदस्य बिहार से आकर काशी के घाटों पर पर्व और त्यौहारों पर श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ के बीच महिलाओं को टारगेट कर उनके सामानों को चोरी करती थी। गैंग की 6 महिलाएं पकड़ी गई थीं। बाकी मौका पाकर फरार हो गई थीं। एसीपी दशाश्वमेध प्रज्ञा पाठक ने बताया कि जीवित्पुत्रिका व्रत को लेकर उमडऩे वाली भीड़ को देखते हुए पुलिस टीम दशाश्वमेध घाट इलाके में गश्त पर थी। तभी राजस्थान के जयपुर निवासी राजेन्द्र कुमार शर्मा ने अपनी पर्स चोरी होने की शिकायत की। जिसके बाद हमारी टीम संदिग्ध व्यक्तियों की तलाश कर रही थी। तभी कुछ महिलाएं ऐसी मिली जिनका व्यवहार संदिग्ध नजर आया। जब उनकी तलाशी ली गई तो उनके पास से कई पर्स बरामद हुए। साथ ही अलग अलग लोगों की आईडी मिली।

वारदात में शामिल बाहरी महिलाएं

शिवपुराण कथा में महिलाओं के गले से सोने की चेन उड़ाने वाली चोरनी गैंग में शामिल सभी महिलाएं बाहर की रहने वाली हैं, जिसमें चंदौली की मनीषा व काजल, गाजीपुर की अनीता, रीना, रीमा व मनीषा, गोरखपुर की ज्ञानमती, लक्ष्मी, सुनीता, अवकू अनरहा, आरा बिहार की दुर्गा, जौनपुर की ज्योति, शांति, राजकुमारी व हीना शामिल हैं। इसके पहले सितम्बर में पकड़ी गई चोरनी गैंग में शामिल महिलाएं बिहार के गोपालगंज की रहने वाली थी।

डोमरी में आयोजित शिवपुराण कथा के दौरान भोजन प्राप्त करने के दौरान महिलाओं की भीड़ उमड़ रही। उसी में चेन काटने की घटना को अंजाम दिया गया था। रामनगर इंस्पेक्टर ने महिला सब-इंस्पेक्टर और उनके सहयोग में महिला सिपाहियों को सादे वेश में लगाया। जिसे महिला चोर भांप नहीं सकीं और दो पकड़ी गईं। दोनों से पूछताछ के बाद 13 महिलाओं के नाम सामने आए, जिन्हें अलग-अलग स्थानों से दबोचा गया।

-गौरव बंशवाल, डीसीपी काशी

Posted By: Inextlive