Varanasi news: तीन साल पहले शाहजहांपुर से गाजीपुर के लिए चला ट्रक अब तक नहीं पहुंचा
वाराणसी (ब्यूरो)। लखीमपुर तीन साल पहले शाहजहांपुर से 30 टन चीनी लोड करके गाजीपुर के लिए निकला ट्रक अब तक वहां नहीं पहुंचा। मामले में ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक ने ट्रक मालिक समेत तीन लोगों पर चीनी हड़पने का आरोप लगाया, पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। तब उन्होंने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने अब तीन साल पुराने इस मामले की एफआइआर दर्ज की है।
शहर की मेला मैदान रोड निवासी सुमित सिंह ने बताया कि उनकी महाकालेश्वर रोड लाइंस के नाम से ट्रांसपोट की फर्म भुईफोरवानाथ मुहल्ले में है। 27 सितंबर 2021 को अंकित पांडेय नाम के व्य1ित ने सुमित को फोन किया और बताया कि वह भाड़े पर ट्रक चलाता है। उसका ट्रक शिवशंकर कुशवाहा पांडूनगर, काकादेव कानपुर के नाम से रजिस्टर्ड है। अंकित ने सुमित से बुकिंग मांगी। तब सुमित ने बताया कि चमुंडा भंडार गंगा विहार कालोनी, गल्ला मंडी चिनहट, लखनऊ का 30 टन चीनी पहुंचाने का आर्डर है, जो कि फर्म महादेव प्रसाद कल्याण कुमार मारकीनगंज नक्खास गाजीपुर व सुनील एंड ब्रदर्स सादात गाजीपुर को भेजनी है। अंकित को ये बुकिंग देने के साथ ही सुमित ने उसकी ट्रक संख्या यूपी 78 डीटी-1895 के कागजात चेक किए। फिर अपने कर्मचारी गोविंद यादव निवासी मुहल्ला हिदायतनगर, लखीमपुर के साथ ट्रक को अवध शुगर एंड एनर्जी लिमिटेड रौजा शाहजहांपुर भेज दिया, जहां पर कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद अंकित पांडेय के साथ 30 टन चीनी ट्रक में लोडकर 30 सितंबर 2021 की रात करीब को 10:11 बजे गोविंद भी निकला। गोविंद यादव मोहम्मदी तक ट्रक के साथ आया, फिर वह वहां से उतरकर लखीमपुर चला आया और ट्रक आगे गाजीपुर के लिए निकल गया। तय समय बीत जाने पर भी जब चीनी गाजीपुर नहीं पहुंची तो सुमित ने अंकित पांडेय को फोन किया, पर उसका मोबाइल बंद था। सुमित ने आरोप लगाया है कि अंकित पांडेय और ट्रक मालिक शिव शंकर कुशवाहा ने धोखा दिया है। सुमित ने अपने कर्मचारी गोविंद की भूमिका भी संदिग्ध बताई है। कहा कि 30 टन चीनी जो 11,52,902 रुपये की थी, उससे आरोपित गायब करने की फिराक में है। पुलिस को मामले में प्रार्थना पत्र दिए जाने के बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो सुमित ने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट के आदेश पर सदर कोतवाली पुलिस ने अब रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।