पूरे दिन धूप-छांव भरा मौसम रहा. आसमान में बादलों की आवाजाही तो बनी रही लेकिन वर्षा नहीं हुई लेकिन शाम को आए घनेरे बादल कहीं झूमकर बरसे तो कहीं रिमझिम वर्षा ने पूरे वातावरण को सुहाना बना दिया. ग्रामीण क्षेत्रों व आसपास के जनपदों में भी अच्छी वर्षा हुई.

वाराणसी (ब्यूरो)। पूरे दिन धूप-छांव भरा मौसम रहा। आसमान में बादलों की आवाजाही तो बनी रही लेकिन वर्षा नहीं हुई लेकिन शाम को आए घनेरे बादल कहीं झूमकर बरसे तो कहीं रिमझिम वर्षा ने पूरे वातावरण को सुहाना बना दिया। ग्रामीण क्षेत्रों व आसपास के जनपदों में भी अच्छी वर्षा हुई। आसपास के जनपदों में भी वर्षा होने और वातावरण में भरपूर आद्र्रता होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली, हालांकि धूप होने पर उमस का भी सामना करना पड़ा। बादलों की आवाजाही के बीच अधिकतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई और यह 35.5 डिग्री पर जा पहुंचा जो सामान्य से 0.6 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 0.8 डिग्री घटकर 25.5 पर आ गया जो सामान्य से 1.4 डिग्री सेल्सियस कम रहा। बीते 24 घंटों में ग्रामीण क्षेत्रों में पांच मिमी वर्षा तो शहर में चार मिमी वर्षा रिकार्ड की गई। धूप के चलते घटी आद्र्रता 83 से 69 प्रतिशत के बीच रही।

बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो। मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि रविवार को मौसम इसी तरह बना रहेगा लेकिन बादलों का घनापन कुछ कम होगा और फिर दो-तीन दिन तक इसमें कमी आ सकती है। इससे वर्षा का क्रम भी कम होगा। उनका कहना है कि बंगाल की खाड़ी की ओर से पहुंचकर पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश में झमाझम वर्षा करा रहे बादलों की कतार पीछे विरल हो रही है। बंगाल की खाड़ी की ओर से आ रही विरलता रविवार तक यहां पहुंचेगी और फिर दो-तीन दिन बाद ही किसी सक्रियता की वजह से घनीभूूत हो सकते हैं। यानी अब अच्छी वर्षा के लिए रविवार के बाद दो-तीन दिन तक प्रतीक्षा करनी होगी। हालांकि इस बीच कभी-कभार तेज धूप के बाद स्थानीय ऊष्णता और आद्र्रता मिलकर रह-रह कर वर्षा करा सकते हैं।

Posted By: Inextlive