शैक्षिक व प्रशासनिक अनियमितता के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ इकाई के छात्रों ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया. छात्र परिसर के पंत प्रशासनिक भवन के चैनल गेट के पास घंटों धरने पर बैठे रहे. इस दौरान छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.


वाराणसी : शैक्षिक व प्रशासनिक अनियमितता के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ इकाई के छात्रों ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया। छात्र परिसर के पंत प्रशासनिक भवन के चैनल गेट के पास घंटों धरने पर बैठे रहे। इस दौरान छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आक्रोश को देखते हुए चीफ प्राक्टर प्रो। केके ङ्क्षसह ने आंदोलनरत छात्रों को वार्ता के लिए आमंत्रित किया। इस मौके पर कुलसचिव डा। सुनीता पांडेय ने 15 कार्यदिवस के भीतर छात्रों की प्रमुख मांगों को पूर्ण करने का लिखित आश्वासन दिया। इसके बाद छात्रों ने आंदोलन स्थिगित कर दिया।

छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत सिलेबस अपडेट किया गया है। वहीं पुस्तकालय में पुरानी किताबें हैं। संकाय में स्वच्छ पेयजल का अभाव बना हुआ है। छात्रावासों में शौचालय की हालत खस्ता है। कामन रूम तक नहीं हैं। वहीं वाई-फाई ठप चल रहा है। विश्वविद्यालय में माइनर विषय के शिक्षक ही नहीं हैं। कक्षाएं नियमित रूप से नहीं चल रही हैं। स्नातक अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा का रिजल्ट अब तक जारी हो सका है। छात्रों ने शैक्षणिक कैलेंडर जारी करने की भी मांग की है। यही नहीं छात्रसंघ चुनाव कराया जाय। चीफ प्राक्टर, कुलसचिव व उप कुलसचिव ने छात्रसंघ चुनाव को छोड़कर छात्रों की सभी मांगें 15 कार्यदिवसों में पूरा कराने का आश्वासन दिया। धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से आकाश ङ्क्षसह, शिवम तिवारी , महिमा अग्रहरि, आशुतोष तिवारी ,अनुराग राय , ओम आकाश ,अनीश पटेल सहित अन्य लोग शामिल थे।

Posted By: Inextlive