Varanasi news: तेज हवा, बारिश ने गिराई बिजली, जिले के कई हिस्सों 12 घंटे तक गुल रही बिजली, पानी के लिए भी तरसे लोग
वाराणसी (ब्यूरो)। तेज हवा के साथ शुरू हुई बारिश ने सोमवार की आधी रात के बाद बिजली व्यवस्था को भी पानी-पानी कर दिया है। कई जगह पेड़, बिजली पोल व तार टूटकर गिर गए। इसके कारण जिले के कई क्षेत्रों में आठ से 12 घंटे तक बिजली गुल रही है। इसके कारण लोगों को पानी की समस्या से भी जूझना पड़ा। हालांकि इस बारिश में भी बिजलीकर्मी लाइन दुरुस्त करने में जुट रहे।
एसडीओ व जेई ने नहीं उठाया फोनमढ़ौली क्षेत्र में एक मेन सेक्शन में खराबी आने के कारण सुबह पांच से शाम दो बजे तक बिजली आपूर्ति बाधित रही। वहीं पत्रकारपुरम कालोनी और आसपास के क्षेत्र में लो-वोल्टेज के कारण लोग टंकी में पानी स्टोर नहीं कर पाए। पन्नालाल पार्क उपकेंद्र से भी आपूर्ति कई घंटे बाधित रही। चौकाघाट उपकेंद्र के दास नगर कालोनी में बिजली खंभा काफी झुक गया, जिसके चलते उसमें करंट उतर आया। इसके कारण लोगों में दहशत फैल गई। एसडीओ व जेई ने लोगों का फोन नहीं उठाया। मंडुवाडीह बाजार में भी लगभग तीन घंटे बिजली गायब रही। श्रीकृष्ण नगर कालोनी में भोर से दोपहर तक बिजली की आवाजाही लगी रही। इस परिस्थिति में बिजली का टोल फ्री नंबर भी जवाब दे चुका था। भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान में बिजली का खंभा गिरने के कारण समस्या हुई। इसके अलावा करौंदी फीडर से जुड़े बीएचयू परिसर में तार पर पेड़ गिरने के कारण आपूर्ति बाधित रही।
सेवापुरी क्षेत्र के दर्जनों गांवों में आपूर्ति बाधित सेवापुरी उपकेंद्र कपसेठी फीडर और सकलपुर फीडर से जुड़े चार दर्जन गांवों में तेज बरसात और हवा के कारण बिजली आपूर्ति करीब 12 घंटे से बाधित रही। बिजली ना होने के कारण लोगों को काफी समस्या हुई। निजी पंप और सबमर्सिबल पंप भी बिजली कटौती के कारण चालू नहीं हो पाया जिससे पानी की काफी समस्या हुई। पांच बजे सुबह से बिजली आपूर्ति छह बजे शाम तक शुरू नही हो सकी। जे ई राम बाबु चौहान ने बताया कि मेंन सप्लाई बाधित होने के कारण और सुमेरापुर में बिजली का खंभा गिरने के कारण समस्या हुई। इसके अलावा गहरपुर गांव में इन्सुलेटर टूटा हुआ मिला जिसके कारण करीब 50 गांव पुर्ण रूप काम काज ठप रहा। -------------- करसड़ा क्षेत्र में 10 घंटे गुल रही बिजली --करसड़ा उपकेंद्र से जुड़े दर्जनों गांवों में तेज बरसात और हवा के कारण बिजली आपूर्ति करीब 10 घंटे बाधित रही। बिजली न रहने के कारण अखरी स्थित पानी टंकी से पानी की आपूर्ति भी नहीं हो पाई जिसके कारण लोगों का काफी समस्या हुई। निजी पंप और सबमर्सिबल पंप भी बिजली कटौती के कारण चालू नहीं हो पाया जिससे पानी की काफी समस्या हुई। पांच बजे सुबह से बंद बिजली आपूर्ति करीब ढाई बजे शुरू होने के बाद फिर कुछ देर तक बंद रही।
:::: तीन फीडर क्षेत्रों में आई बाढ़, 600 घरों की लाइन पोल से कटी वाराणसी : गंगा नदी में बाढ़ आने के कारण कई हिस्सों में पानी भर गया है। सबसे खराब स्थिति वरुणा किनारे निचले हिस्सों में अवैध रूप से बने घरों की है। लोग घर छोड़कर दूसरे स्थान पर ठिकाना बना लिए हैं। वहीं सोमवार की रात से शुरू हुई बारिश ने मुसीबत और बढ़ा दी। कई पोल पानी में डूब गए। इसके कारण मंगवार को शहर के तीन फीडर क्षेत्रों से जुड़े लगभग 600 घरों की लाइन पोल से ही काट दी गई। यह कदम सुरक्षा के ²ष्टिगत उठाया। इस संबंध में बिजली विभाग ने जिलाधिकारी को भी पत्र लिखा है।नगरीय विद्युत वितरण खंड अष्टम के अधिशासी अभियंता एसके सिन्हा ने बताया कि 33 केवी विद्युत उकपेंद्र काशी, अलईपुर व चौकाघाट से निकलने वाले 11 केवी फीडर रुरल, शैलपुत्री, ढेलवरिया क्षेत्र के कोनिया, रसूलगढु, सलारपुर, मीराघाट-नक्खीघाट, शक्करतालाब नाला, सरैया, घोबीघाट, ताड़ीघाट क्षेत्र के 500 से 600 घरों की लाइन विद्युत पोल से ही खोल दी गई है। कारण कि इन क्षेत्रों में वरुणा नदी किनारे बाढ़ आने से दुर्घटना की आशंका बढ़ गई है। इसी को ध्यान में रखते हुए लाइन काटी गई है।
बारिश से मौसम सुहाना, बिजली लोड घटा तेल हवाओं के साथ हुई बारिश के कारण मौसम सुहाना हो गया है। लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली है। तापमान में गिरावट होने से एसी, कूलर का प्रयोग नहीं हुआ। यही कारण कि बिजली लोड सोमवार की रात को 532 मेगावाट पर गया। विद्युत पारेषण मंडल के अधीक्षण अभियंता डीके दीक्षित ने बताया कि अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस होने से बिजली खपत घट गई है। बताया कि भीषण गर्मी के कारण इस साल 29 जुलाई को 821 मेगावाट तक बिजली लोड पहुंच गया था। दिन बिजली लोड सोमवार रात 532 मेगावाट रविवार रात 615 मेगावाट शनिवार रात 690 मेगावाट ---------------------