नाटी इमली के भरत मिलाप लीला स्थल पर भीड़ को सुविधाजनक तरीके से नियंत्रित करने में रविवार को पुलिस व्यवस्था विफल रही. भीड़ का अचानक दबाव बढऩे पर उसे संभालने की बजाय पुलिस प्रभु श्रीराम का विमान उठाने वाले यादव कुमारों से ही धक्का-मुक्की करने लगी.

वाराणसी (ब्यूरो)। नाटी इमली के भरत मिलाप लीला स्थल पर भीड़ को सुविधाजनक तरीके से नियंत्रित करने में रविवार को पुलिस व्यवस्था विफल रही। भीड़ का अचानक दबाव बढऩे पर उसे संभालने की बजाय पुलिस प्रभु श्रीराम का विमान उठाने वाले यादव कुमारों से ही धक्का-मुक्की करने लगी। दोनों पक्ष कुछ पल के लिए लगा कि आमने-सामने आ गए, फिर तो पुलिस के जवानों ने लाठियां भांजकर लोगों को खदेडऩा आंरभ कर दिया। इससे लीला मैदान में कुछ देर के लिए भगदड़ मच गई। भागते हुए लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे। इस दौरान कुछ लोग चोटिल भी हो गए।

पुलिस ने मुख्य गेट पर बैरियर लगाकर भीड़ को रोक रखा था। जब भगवान राम का छह टन वजनी विमान उठाए यादव बंधु वहां पहुंचे और उनके लिए बैरियर खोला गया तो उसके साथ ही बाहर जमा भीड़ भी अंदर घुसने लगी। भीड़ को रोकने के लिए विमान वाहकों व भीड़ के बीच में बैरियर बनने की बजाय पुलिस के जवान यादव बंधुओं को ही धकियाने लगे। फिर तो दोनों तरफ से नोंकझोंक होने लगी। इस पर कुछ पुलिस के जवानों ने लाठियां चलानी शुरू कर दीं। इससे भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। लोगों का कहना था कि पुलिस ने यदि भीड़ को बाहर रोका था तो उसे मेन गेट से कुछ दूर भीड़ का प्रबंध करना चाहिए था, भीड़ बैरियर से बिल्कुल सटी थी और खुलने पर अंदर ही जाती।

पुलिस ने किया लाठीचार्ज का खंडन, चौकी प्रभारी निलंबित

लीला स्थल पर पुलिस के लाठियां भांजने की खबर का पहले तो डीसीपी काशी जोन की ओर से विज्ञप्ति जारी कर खंडन किया गया। इसके बाद नाटी इमली चौकी प्रभारी अशोक कुमार ङ्क्षसह को निलंबित कर दिया गया। चंद्रवंशी गोप सेवा समिति के अध्यक्ष लालजी चंद्रवंशी ने इस घटना को यादवों का जान बूझकर उत्पीडऩ करार दिया। उनका आरोप है कि पुलिस यादवों की परंपराओं से प्रदेश सरकार के इशारे पर छेड़छाड़ कर रही है। यादवों पर लाठी भांजने से वर्षों की परंपरा टूटी है।

Posted By: Inextlive