मंडुवाडीह एरिया के शिवदासपुर में 51 वर्षीय गीता देवी शिव मंदिर से दर्शन कर लौट रही थीं. रास्ते में पता पूछने के बहाने गीता को बातों में दो युवकों ने उलझा दिया. इसी बीच गहने को बैग में रखने की सलाह दी. जैसे ही महिला ने सारे गहने बैग में रखे तभी दोनों युवक जेवरात से भरे बैग लेकर फरार हो गए

वाराणसी (ब्यूरो)। मंडुवाडीह एरिया के शिवदासपुर में 51 वर्षीय गीता देवी शिव मंदिर से दर्शन कर लौट रही थीं। रास्ते में पता पूछने के बहाने गीता को बातों में दो युवकों ने उलझा दिया। इसी बीच गहने को बैग में रखने की सलाह दी। जैसे ही महिला ने सारे गहने बैग में रखे तभी दोनों युवक जेवरात से भरे बैग लेकर फरार हो गए। इसी तरह पांडेयपुर चौराहे के पास बुजुर्ग महिला माधुरी जायसवाल को झांसे में लेकर गले की चेन लूट ली। रोहनियां में मार्निंग वाक पर निकली 55 वर्षीय प्रतिमा देवी के गले से चेन नोंचकर दो बदमाश फरार हो गए। घटनाएं तो तीन हैं, लेकिन एक चीज कॉमन है। वह है 50 पार महिलाएं। झपट्टामारों के टारगेट पर अक्सर 50 साल से अधिक उम्र की महिलाएं ही रहती हैं। ये लुटेरे कभी भी युवतियों को टारगेट नहीं करते। पुरुष से स्नेचिंग करने में परहेज करते हैं। बदमाश उन्हीं महिलाओं को टारगेट करते हैं, जिनकी उम्र 50 साल से अधिक हो और जो फुर्तीली नजर न आती हों। मार्निंग में सड़क पर जा रही महिलाएं वारदात के लिए लुटेरों की पहली पसंद हैं। हेल्दी और बुजुर्ग महिला देखकर भी लुटेरे उन्हें बड़ी आसानी से टारगेट कर लेते हैं।

इन 9 घंटों में ज्यादा खतरा

शहर में पूर्व में हुई लूट की वारदात की पड़ताल करने पर सामने आया कि लुटेरे महिलाओं को उसी समय टारगेट कर रहे हैं, जब वह घर के आसपास या सड़क पर अकेली निकल रही हैं। शहर की महिलाओं के लिए सुबह पांच से नौ और शाम को पांच से 10 बजे तक का समय सुरक्षा के लिहाज से मुफीद नहीं है। बाइक सवार लुटेरे इन्हीं नौ घंटों के बीच महिलाओं को टारगेट कर रहे हैं। पिछले छह माह में बाइक सवार लुटेरों ने शाम को पांच से 10 बजे के बीच और सुबह पांच से नौ बजे के बीच कई महिलाओं को निशाना बनाया है। हालांकि, शहर में पीसीआर टीम की मुस्तैदी से इस माह में इसके पहले कोई भी लूटपाट नहीं हुई थी। लुटेरों ने महिलाओं से उसी समय लूटपाट की जब वे अपने डेली रुटीन के तहत किसी काम से मार्केट या टहलने निकली थीं।

युवतियों से नहीं लेते पंगा

लुटेरे ज्यादातर मामलों में युवतियों से पंगा नहीं लेते। वह उन्हीं महिलाओं को टारगेट करते हैं, जिनकी उम्र 50 साल से अधिक हो और जो फुर्तीली नजर न आती हों। रिक्शे से अकेली सड़क पर जा रही महिलाएं वारदात के लिए लुटेरों की पहली पसंद हैं। लुटेरे चेन लूटने के बजाय अब पर्स लूट पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं।

इसलिए सुबह करते लूट

वाराणसी में जनवरी से जून तक छह माह में शाम को स्नैचिंग की 18 और सुबह 32 घटनाएं होने से साफ हो गया है कि लुटेरे सुबह के वक्त ज्यादा वारदात कर रहे हैं। दरअसल, पुलिस सुबह पांच से लेकर नौ बजे तक काफी सुस्त रहती है। पुलिसकर्मी जब तक मुस्तैद होते हैं, तब तक लुटेरे अपना काम खत्म कर चुके होते हैं। वाराणसी का मंडुवाडीह इलाका महिलाओं से हो रही लूटपाट में सबसे आगे है। पिछले छह माह में मंडुवाडीह में 7, कैंट में 8, दशाश्वेमध और लक्सा में 9-9 और सिगरा में महिलाओं से लूट की 7 वारदात हुईं हैं। रोहनियां-पांडेयपुर लालपुर थाना एरिया में 5-5 घटनाएं हुई हैं।

फैक्ट एंड फीगर

50 की उम्र पार करने वाली महिलाओं से अधिक लूट

32 केस चेन स्नेचिंग के सुबह के समय हुए

18 केस चेन स्नेचिंग के शाम के समय हुए

बुजुर्ग महिलाओं से चेन स्नेचिंग की घटनाएं अचानक सामने आई हैं। स्ट्रीट क्राइम को रोकने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसलिए मार्निंग पुलिसिंग को भी स्ट्रांग किया जा रहा है। हॉटस्पॉट चिह्नित कर अन्य बदमाशों को तलाशा जा रहा है।

-मोहित अग्रवाल, पुलिस कमिश्नर

Posted By: Inextlive