Varanasi news: सोलर एनर्जी: लगातार बदली और बारिश के कारण नहीं निकला सूर्य, सौर ऊर्जा का प्रोडक्शन प्रभावित
केस-1 वाराणसी (ब्यूरो)। सुंदरपुर के डॉ। डीडी दुबे के पास तीन किलोवॉट का बिजली कनेक्शन है। चार माह पहले उन्होंने सौर ऊर्जा कनेक्शन लिया है। गर्मी के दिनों में प्रतिदिन 15 से 17 यूनिट बिजली जनरेट कर ग्रिड को भेजते थे, लेकिन पर बारिश के दिनों में प्रोडक्शन घटकर 7 से 9 यूनिट पहुंच गया है। केस-2 चेतगंज के मनीष गुप्ता के पास दो किलोवाट का बिजली कनेक्शन है। दो माह पहले उन्होंने सौर ऊर्जा कनेक्शन लिया है। गर्मी के दिनों में प्रतिदिन 10 से 12 यूनिट बिजली जनरेट कर ग्रिड को भेजते थे, लेकिन बारिश के दिनों में प्रोडक्शन घटकर 5 से 6 पहुंच गया है।
वाराणसी में इन दिनों मानसून मेहरबान है। बारिश के कारण धूप नहीं निकल रही है। ऐसे में सौर ऊर्जा उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं की निर्भरता निगम की बिजली पर बढ़ गई है। प्रदेश के कुल ऊर्जा उत्पादन में वाराणसी की हिस्सेदारी 12 प्रतिशत है और बारिश में इसके उत्पादन में 40 फीसदी तक की गिरावट आ गई है। ऊर्जा उत्पादन मौसम, बादलों, धूल, धुंध, छाया, बारिश जैसी बाधाओं से प्रभावित होता है। ऐसे में सौर ऊर्जा बिजली आपूर्ति में स्टोरेज मदद कर सकता है। यह ग्रिड पर सौर ऊर्जा के प्रवाह में होने वाले बदलावों को सुचारू बनाने में मदद कर सकता है।
ऐसे होता है ऊर्जा का भंडारण भंडारण उन तकनीकों को बताता है, जो बिजली जुटा सकती है। इसे ऊर्जा के दूसरे रूप, जैसे रासायनिक, थर्मल, मैकेनिकल के रूप में संग्रहित कर सकती है। जरूरत पडऩे पर इसे इस्तेमाल के लिए छोड़ा जा सकता है। लिथियम बैटरी ऐसी ही एक तकनीक है। हालांकि, ऊर्जा भंडारण का उपयोग करना कभी 100 प्रतिशत कुशल नहीं होता है। ऊर्जा को परिवर्तित करने और उसे पुन: प्राप्त करने में हमेशा कुछ ऊर्जा नष्ट होती है। टॉपिक एक्सपर्ट बरसात के दिनों में सौर ऊर्जा का उत्पादन प्रभावित होना स्वाभाविक प्रक्रिया है। ऐसे में रूफटॉप सोलर उपभोक्ता की निर्भरता पॉवर कारपोरेशन की बिजली पर ज्यादा हो जाती है। हालांकि इन दिनों में बिजली की खपत भी कम हो जाती है। इसलिए बिजली उत्पादन और खपत में संतुलन रहता है। भविष्य में इस स्थिति से निपटने के लिए विकल्प की जरूरत रहेगी। इसके लिए पवन ऊर्जा को बढ़ावा दिया जा सकता है, जो मौसम से प्रभावित नहीं होती। - सचिन सिन्हा, रिटायर्ड ऊर्जा सलाहकार यूपी में वाराणसी अव्वललंबे समय से हर घर सोलर योजना में उत्तर प्रदेश में वाराणसी अव्वल चल रहा है। काशी को सोलर सिटी बनाने के लिए सरकार महाभियान चला रही है। इससे आपके पैसे और बिजली दोनों की बचत के साथ ही पर्यावरण का संरक्षण भी होगा। सरकार के इस अभियान में जनता का जबर्दस्त रुझान दिख रहा है। हर घर सोलर योजना के अंतर्गत सरकार के लक्ष्य को पार करते हुए 40 हजार से ज्यादा लोगों ने सोलर रूफटॉप आनग्रिड सिस्टम के लिए रजिस्ट्रेशन करा लिया है, जिससे उपभोक्ताओं को 54 लाख रुपये से ज्यादा की बचत हो रही है। करीब आठ हजार से ज्यादा लोगों ने कनेक्शन लिया है।
फैक्ट एंड फीगर - 8 हजार से ज्यादा लोगों ने वाराणसी में में लिए सोलर कनेक्शन - 40 परसेंट तक घट गया सोलर पॉवर का प्रोडक्शन - 40 हजार से ज्यादा लोगों ने सोलर रूफटॉप ऑनग्रिड सिस्टम के लिए कराया रजिस्ट्रेशन 54 लाख रुपये से ज्यादा की उपभोक्ताओं को हो रही बचत