Varanasi news: बलिया के नरही थाने के वसूली कांड का फरार एसओ पन्नेलाल घर से गिरफ्तार
वाराणसी (ब्यूरो)। गोरखपुर, यूपी-बिहार की सीमा पर ट्रकों से वसूली के आरोप में निलंबित बलिया के तत्कालीन नरही थाना प्रभारी पन्नेलाल कन्नौजिया को पुलिस ने रविवार को उसके गांव से गिरफ्तार कर लिया। आजमगढ़ पुलिस सुबह गोरखपुर की गोला थाना पुलिस के साथ भरसी बुजुर्ग गांव पहुंची तो पत्नी व परिवार के अन्य लोगों ने पूछताछ में पन्नेलाल के बारे में अनभिज्ञता जताई। फोन पर बातचीत होने की जानकारी देने पर चुप हो गए। हालांकि घर पर पुलिस टीम के पहुंचने की सूचना पन्नेलाल को मिल गई थी और उसने स्वजन को फोन किया। पुलिस टीम से बात की और कहा कि परिवार को परेशान न करें, मैं आ रहा हूं। छह घंटे बाद बाइक से पन्नेलाल जैसे ही घर पहुंचा, टीम उसे साथ लेकर बलिया रवाना गई।
एडीजी वाराणसी जोन पीयूष मोर्डिया और डीआइजी आजमगढ़ वैभव कृष्ण ने 25 जुलाई को नरही थाना क्षेत्र के भरौली तिराहा पर छापेमारी कर तीन पुलिसकर्मी सहित 16 दलालों को गिरफ्तार किया था। वसूली के आरोप में नरही थाने की कोरंटाडीह चौकी का पूरा स्टाफ निलंबित किया गया। रात में ही बलिया के एसपी देवरंजन वर्मा व एएसपी दुर्गा तिवारी को जिले से हटाकर प्रतीक्षारत करने के साथ ही सीओ शुभ सुचित को निलंबित कर दिया गया। डीआइजी के पीआरओ सुशील कुमार की तहरीर पर थानाध्यक्ष पन्नेलाल कन्नौजिया, चौकी प्रभारी राजेश कुमार प्रभाकर, सिपाही सतीश गुप्ता, हरिदयाल, बलराम सिंह, दीपक मिश्र, विष्णु यादव पर मुकदमा दर्ज कराया गया। सतीश गुप्ता और हरिदयाल तो गिरफ्तार कर लिए गए, लेकिन पन्नेलाल सहित अन्य पुलिसकर्मी फरार हो गए थे। अधिकारियों ने पन्नेलाल का कमरा सील करने के साथ ही पूरे थाने की तलाशी ली थी। फरार पुलिसकर्मियोंम की गिरफ्तारी के लिए अपर पुलिस अधीक्षक, आजमगढ़ सौरभ अग्रवाल के नेतृत्व में पांच टीमें लगाई गई हैं।
गिरफ्तारी को आजमगढ़ और मऊ पुलिस की बनीं हैं पांच टीमें, एएसपी ने बलिया में डाला डेराबलिया: बलिया: बिहार-उत्तर प्रदेश सीमा स्थित भरौली चेक पोस्ट पर ट्रकों से वसूली करने के मामले में आरोपित पुलिस कर्मियों की गिरफ्तारी के लिए आजमगढ़ और मऊ की पांच अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं। मामले की विवेचना कर रहे आजमगढ़ के अपर पुलिस अधीक्षक सौरभ अग्रवाल जिले में डेरा डाले हुए हैं। वह साक्ष्य जुटाने में लगे हुए हैं। छापेमारी के बाद निलंबित थानाध्यक्ष नरहीं और चौकी प्रभारी कोरंटाडीह के आवास को सील कर दिया गया था। कोर्ट से अनुमति लेने के बाद सील खोला जाएगा। इसके लिए भी अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं। वहीं तीन दिन बाद भी अभी तक नरहीं में थानाध्यक्ष और चौकी प्रभारी की तैनाती नहीं की जा सकी है। रविवार को क्राइम ब्रांच की टीम ने छापेमारी कर भरौली गांव से एक युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
अपर पुलिस महानिदेशक वाराणसी जोन पीयूष मोर्डिया और डीआइजी वैभव कृष्ण ने 24-25 जुलाई की रात बिहार-उत्तर प्रदेश सीमा पर स्थित भरौली में छापेमारी कर ट्रकों से अवैध वसूली कर रहे पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में डीआइजी के पीआरओ सुशील कुमार की तहरीर पर थानाध्यक्ष पन्नेलाल, चौकी प्रभारी राजेश कुमार प्रभाकर,सतीश गुप्ता, हरिदयाल , बलराम सिंह, दीपक मिश्र, विष्णु यादव पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसमें से सतीश गुप्ता और हरिदयाल को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि अन्य पुलिस कर्मी फरार हो गए हैं। फरार चल रहे पुलिस कर्मियों की गिरफ्तारी के लिए आजमगढ़ और मऊ की पांच टीमें लगाई गई है। थानाध्यक्ष सहित 19 पुलिस कर्मियों को किया जा चुका है निलंबितअपर पुलिस महानिदेशक वाराणसी जोन पियूष मोर्डिया और डीआइजी वैभव कृष्ण की छापेमारी में ट्रकों से वसूली में शामिल थानाध्यक्ष सहित 19 पुलिस कर्मियों को निलंबित किया जा चुका है। प्रथम दृष्या दोषी मिलने पर थानाध्यक्ष नरही पन्नेलाल, चौकी प्रभारी कोरंटाडीह राजेश कुमार प्रभाकर के अलावा चौकी में तैनात आरक्षी चंद्रजीत यादव व औरंगजेब खां एवं परविंद्र यादव, सतीश चंद्र गुप्ता, पंकज कुमार यादव, ज्ञानचंद्र व धर्मवीर पटेल को निलंबित कर दिया गया है। नरही के थाना प्रभारी के अतिरि1त एक उपनिरीक्षक रात्रि दिवसाधिकारी मंगला प्रसाद, विष्णु यादव के अलावा आरक्षी हरिदयाल सिंह, दीपक मिश्रा, बलराम सिंह, उदयवीर व प्रशांत सिंह एवं चालक ओम प्रकाश को भी निलंबित किया जा चुका है।