संपत्ति बेचने से रोकने में नाकाम दो बेटों ने पिता श्यामलाल की हत्या की थी. हत्यारोपितों ने स्वीकार किया है कि श्यामलाल 22 नवंबर को संपत्ति बेचने की बड़ी डील करना वाला था. उन्होंने पिता को समझाने की कोशिश की गई

वाराणसी (ब्यूरो)। संपत्ति बेचने से रोकने में नाकाम दो बेटों ने पिता श्यामलाल की हत्या की थी। हत्यारोपितों ने स्वीकार किया है कि श्यामलाल 22 नवंबर को संपत्ति बेचने की बड़ी डील करना वाला था। उन्होंने पिता को समझाने की कोशिश की गई, लेकिन वह नहीं माना। विवाद हुआ तो बेटे राजन ने बेसबाल के बैट से हमला कर दिया। सिर से ज्यादा खून बह जाने के कारण श्यामलाल की मौत हो गई। वारदात स्थल से दोनों भाई बाइक से जाते हुए सीसीटीवी में कैद हुए। पुलिस ने शक के आधार पर पूछताछ की तो दोनों ने सच्चाई कुबूल कर ली।

पुलिस उपायुक्त प्रमोद कुमार ने शुक्रवार को मीडिया को बताया कि ग्राम भिखारीपुर निवासी श्यामलाल यादव पर 21 नवंबर की रात प्राथमिक विद्यालय, कचनार के पास अज्ञात लोगों द्वारा हमला किए जाने की सूचना मिर्जामुराद पुलिस को मिली थी। पुलिस श्यामलाल यादव को बीएचयू के ट्रामा सेंटर ले गई, जहां उनकी मौत हो गई। पुलिस ने जांच की तो सीसीटीवी में घटनास्थल की ओर से बाइक सवार दो युवक जाते दिखे, जिनकी पहचान पहचान श्यामलाल की पहली पत्नी अमरावती के पुत्र राजन यादव और दूसरी पत्नी सुरसति देवी (अब दिवंगत) के पुत्र दीनानाथ यादव के रूप में हुई। जांच में पता चला कि श्यामलाल वर्तमान में तीसरी महिला के साथ रहता था। वह पहले की दो पत्नियों अमरावती और सुरसति की संपत्ति अपने नाम कर उसे बेचने लगा था। इसी बात से उसके बेटे राजन और दीनानाथ नाराज थे। इसी बीच श्यामलाल ने ज्यादा संपत्ति एक साथ बेचने की डील कर ली, जिसे रोकने में नाकामी दोनों ने भाइयों ने वारदात कर डाली। एडीसीपी आकाश पटेल ने बताया कि दोनों आरोपित भाई राजातालाब पावर हाउस के पास से पकड़े गए। हत्या में प्रयुक्त बेसबाल का बैट और अधजले कपड़े बरामद हुए हैं। दोनों जेल पहुंच गए हैं। इंस्पेक्टर अजीत कुमार वर्मा, दारोगा राजेश ङ्क्षसह, विपिन पांडेय, हेड कांस्टेबल सुनील सरोज, महेंद्र पटेल, सुरेंद्र कुमार, संजय शर्मा, सुनील ङ्क्षसह, कांस्टेबल अर्जुन कुमार और सर्विलांस टीम के मुख्य आरक्षी संतोष पासवान और कांस्टेबल मनीष ङ्क्षसह रहे।

Posted By: Inextlive