Varanasi news: श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन नेअन्नक्षेत्र में भक्तों को परोसा जाएगा चावल, सांभर संग रोटी
वाराणसी (ब्यूरो)। इस बार सावन माह में भक्तों का बम-बम होगा। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने भक्तों के लिए अन्नक्षेत्र में चावल-सांभर के साथ रोटी की भी व्यवस्था की है। इसके लिए मंदिर प्रशासन ने अन्नक्षेत्र में रोटी बनाने वाली मशीन लगाई है। इस मशीन से एक घंटे में एक हजार रोटी तैयार होगी। अन्नक्षेत्र में प्रतिदिन 15 सौ से अधिक भक्त बाबा का प्रसाद ग्रहण करते हैं।
मंगलवार से शुरू हुई व्यवस्था श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि अन्नक्षेत्र में रोटी मशीन लगा दी है। इसकी शुरुआत भी मंगलवार से की गयी है। एक घंटे में एक हजार रोटियां मशीन से तैयार होगी और भक्तों को प्रसाद के रूप में दिया जाएगा। कई भक्तों की मांग थी कि अन्नक्षेत्र में चावल सांभर के साथ रोटी भी परोसा जाए। प्रतिदिन 1500 से अधिक भक्तश्री काशी विश्वनाथ धाम के अन्नक्षेत्र में प्रतिदिन 15 सौ से अधिक भक्त प्रसाद ग्रहण करते है। अन्नक्षेत्र दोपहर 12 बजे से लेकर अपराह्न 3 बजे तक चलता है। रोटी बनाने वाली मशीन से तीन घंटे में 3 हजार रोटियां तैयार होगी। सभी भक्तों को अन्नक्षेत्र में बैठाकर खिलाने की व्यवस्था है। सावन माह में आने वाले भक्तों के लिए भी सुविधा यथावत रहेगी।
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पांचों सोमवार को बाबा का श्रृंगार 22 जुलाई से शुरू हो रहे सावन के 5 सोमवार पर बाबा विश्वनाथ का विशेष श्रृंगार किया जाएगा। सावन का समापन 19 अगस्त को होगा। इस दिन भी सोमवार का दिन पड़ रहा है। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने पांचों सोमवार को गौरी शंकर स्वरूप चल प्रतिमा का श्रृंगार, अर्धनारीश्वर स्वरूप का श्रृंगार, शिव पार्वती, कार्तिकेय और गणेश जी के साथ श्रृंगार किया जाएगा। इसके अलावा बाबा का रुद्राक्ष श्रृंगार और श्रावण पूर्णिमा वार्षिक झूला श्रृंगार भी किया जाएगा। अलग-अलग स्वरूपों में श्रृंगार श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि इस साल सावन के सभी पांचों सोमवार को बाबा का श्रृंगार उनके अलग अलग स्वरूपों का किया जाएगा। इस बार सावन 29 दिनों का होगा। सावन के पहले सोमवार को बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने आने वाले भक्तों के पहले जत्थे पर पुष्प वर्षा की जाएगी। सावन के सोमवार को मंगला आरती, भोग आरती, श्रृंगार आरती और सप्तऋषि आरती अपने तय समय से 1 घंटे पहले होगी। पांचों श्रृंगार की तिथि 22 जुलाई : पहला सोमवार बाबा के चल प्रतिमा का श्रृंगार 29 जुलाई : दूसरा सोमवार
गौरी शंकर (शंकर पार्वती) श्रृंगार
5 अगस्त : तीसरा सोमवार अद्र्धनारीश्वर श्रृंगार 12 अगस्त : चौथा सोमवार रुद्राक्ष श्रृंगार 19 अगस्त : पांचवां सोमवार शंकर पार्वती